भारत का संविधान (The constitution of India)
भारतीय संविधान/ भारतीय राजव्यवस्था (Indian Constitution)
➧भारत का संविधानः एक परिचय-
➧संविधान की परिभाषा-
➧संविधान शब्द अंग्रेजी भाषा के काॅन्स्टीट्यूशन (Constitution) शब्द का हिन्दी रूपान्तरण है। काॅन्स्टीट्यूशन (Constitution) शब्द की उत्तप्ती लेटीन या ग्रीक भाषा के काॅन्स्टीट्यूरे (Constiture) शब्द से हुई है। काॅन्स्टीट्यूरे (Constiture) शब्द का अर्थ व्यव्स्था करना या प्रबन्ध करना या बनावट है।
➧संविधान एक प्रकार का लिखित या अलिखित कानूनी दस्तावेज होता है जिसके द्वारा किसी भी देश की शासन व्यवस्था चलाई जाती है। उसे संविधान कहते है। अर्थात् नियमों के समुह ही संविधान कहलाता है।
➧अमेरिका-
➧विश्व में (आधुनिक युग में) सर्वप्रथम लिखित संविधान बनाने वाला देश अमेरिका है। तथा वर्तमान में विश्व में सबसे छोटा लिखित संविधान भी अमेरिका का ही है। जो केवल 7 अनुच्छेद का है।
➧विशेष- अमेरिका के झण्डे में 50 स्टार का अर्थ 50 राज्यों से है। तथा अमेरिकन डाॅलर पर जार्ज विलियम फ्रेंकलिन की फोटो आती है।
➧टाॅमस जैफरसन या थाॅमस जेफरसन-
➧टाॅमस जैफरसन या थाॅमस जेफरसन अमेरिकी नागरिक है। जिन्होने फिलोडेल्फिया सम्मेलन के बाद सन् 1787 में अमेरिका का संविधान बनाया था अतः सन् 1788 को अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपती जार्ज वाशिंगटन के हस्ताक्षर करवाकर अमेरिका में लागू कर दिया था।
➧फिलोडेल्फिया सम्मेलन-
➧फिलोडेल्फिया सम्मेलन सन् 1787 में आयोजीत किया गया था।
➧ब्रिटेन-
➧ब्रिटेन को संविधान की जननी भी कहते है। क्योकी विश्व में सर्वप्रथम संविधान बनाने का विचार ब्रिटेन ने ही दिया था ब्रिटेन का संविधान अलिखित है। अर्थात् ब्रिटेन का संविधान मौखिक है।
➧जापान-
➧एशिया महाद्वीप में सर्वप्रथम लिखित संविधान बनाने वाला देश जापान है।
➧भारत-
➧वर्तमान में विश्व में सबसे बड़ा लिखित संविधान भारत का संविधान है।
भारतीय संविधान का विकास-
➧क्रिप्स मिशन या क्रिप्स प्रस्ताव-
➧22 मार्च 1942 को ब्रिटिश सरकार का प्रस्ताव लेकर अंग्रेजी अधिकारी स्टेफोर्ड क्रिप्स भारत (दिल्ली) आता है जिसे क्रिप्स प्रस्ताव या क्रिप्स मिशन कहा गया था।
➧क्रिप्स प्रस्ताव में भारत को स्वतंत्र करने की घोषणा, नया पाकिस्तान बनाने की घोषणा तथा एक संविधान सभा बनाने की बात कही गई थी लेकीन क्रिप्स मिशन या क्रिप्स प्रस्ताव को 11 अप्रेल 1942 को अस्विकार कर दिया गया था।
➧महात्मा गांधी-
➧महात्मा गांधी ने क्रिप्स मिशन या क्रिप्स प्रस्ताव को बिना ब्रेक वाला इंजन कहा था।
➧महात्मा गांधी1 ने क्रिप्स मिशन या क्रिप्स प्रस्ताव को उत्तर तिथी (बाद का) चैक (Post Dated Cheque) की उपाधी दी थी।
➧पण्डित जवाहर लाल नेहरू-
➧पण्डित जवाहर लाल नेहरू ने क्रिप्स मिशन या क्रिप्स प्रस्ताव को दिवालीया हो चुका बैंक कहा था।
➧पण्डित जवाहर लाल नेहरू ने क्रिप्स मिशन या क्रिप्स प्रस्ताव को शैतान का वकील (Lawyer of The Devils) की उपाधी दी थी।
➧कैबिनेट मिशन-
➧24 मार्च 1946 को भारतीयों को सत्ता सौंपने के उद्देश्य से तीन अंग्रेजी सदस्य दल भारत (दिल्ली) आता है। जैसे-
(1) पैट्रिक लाॅरेंस या पैथिक लाॅरेंस (अध्यक्ष)
(2) A.B. अलेक्जेंडर
(3) स्टेफोर्ड क्रिप्स
➧कैबिनेट मिशन का अध्यक्ष अंग्रेजी अधिकारी पैट्रिक लाॅरेंस या पैथिक लाॅरेंस था।
➧केबिनेट मिशन का भारत आने के उद्देश्य-
1. भारतीयों को सत्ता सौंपना।
2. संविधान का निर्माण करना।
3. एक अन्तरिम (अस्थाई सरकार) सरकार का गठन करना।
➧अन्तरिम सरकार-
➧कैबिनेट मिशन के सुझाव पर 2 सितम्बर 1946 को पण्डित जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्व में एक 14 सदस्यों वाली अन्तरिम सरकार का गठन किया गया जिसमें निम्नलिखित मंत्री बनाये गये थे।
➧अन्तरिम सरकार (अस्थाई सरकार) के प्रमुख मंत्री पद-
1. भारत का प्रथम प्रधानमंत्री- पण्डित जवाहर लाल नेहरू
2. भारत का प्रथम विदेश मंत्री- पण्डित जवाहर लाल नेहरू
3. भारत का प्रथम उप-प्रधानमंत्री- सरदार वल्लभ भाई पटेल
4. भारत का प्रथम गृहमंत्री- सरदार वल्लभ भाई पटेल
5. भारत का प्रथम कृषि एवं खाद्य मंत्री- डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद
6. भारत का प्रथम शिक्षा मंत्री- चकृवर्ती राजगोपालाचारी (C. राजगोपालाचारी)
7. भारत का प्रथम रक्षा मंत्री- सरदार बलदेव सिंह
8. भारत का प्रथम वित्त मंत्री- सर रामासामी चेट्टी कंदासामी शनमुखम चेट्टी (R.K. शनमुखम चेट्टी)
9. भारत का प्रथम ऊर्जा मंत्री- V.N. गाडविल (N.V. गाडविल)
10. भारत का प्रथम विधि मंत्री- जोगेन्द्रनाथ मंडल
➧लार्ड माउंटबेटन योजना-
➧ब्रिटेन के प्रधानमंत्री क्लीमेंट एटली ने यह घोषणा की थी की जून 1948 से पहले भारत और पाकिस्तान को सत्ता सौंप दी जायेगी। और इसी घोषणा को पुरा करने के लिए अर्थात् सत्ता सौंपने के उद्देश्य से 3 जून 1947 को भारत का अंतिम ब्रिटिश गवर्नर जनरल बनाकर लार्ड लुई माउंट बेटन को भेजा था या भारत आया था।
➧लार्ड माउंट बेटन के द्वारा काफि अध्ययन करने के बाद 15 अगस्त 1947 (14 अगस्त 1947 की आधी रात) को लार्ड माउंट बेटन ने भारत और पाकिस्तान का विभाजन कर दिया।
➧लार्ड माउंट बेटन के द्वारा 15 अगस्त 1947 (14 अगस्त 1947 की आधी रात) को भारत और पाकिस्तान का विभाजन करने के बाद स्वतंत्र भारत का पहला प्रधानम्ंत्री पण्डित जवाहर लाल नेहरू को बनाया गया था तथा पाकिस्तान का प्रथम प्रधानमंत्री लियाकत अली खान (लियाकत अली चौधरी) को बनाया गया था।
➧लार्ड माउंट बेटन के द्वारा स्वतंत्र भारत का पहला तथा अंतिम गवर्नर जनरल चकृवर्ती राजगोपालाचारी (C. राजगोपालाचारी) को बनाया गया था या नियुक्त किया गया था। जबकी पाकिस्तान का प्रथम गवर्नर जनरल मोहम्मद अली जीना (मोहम्मद अली जिन्ना) को बनाया गया था।
➧संविधान सभा-
➧कैबिनेट मिशन के अनुसार संविधान सभा में कुल 389 सदस्यों का चयन किया गया था जिनमें से 292 सदस्य ब्रिटिश प्रान्तों से, 93 सदस्य देसी रियासतों से तथा 4 सदस्य केन्द्रशासित प्रदेश (चिफ कमिश्नर क्षेत्रों) से थे।
➧भारत में हैदराबाद एक मात्र ऐसी रियासत थी जिससे कोई भी सदस्य संविधान सभा में नहीं था।
➧चार केन्द्र शासित प्रदेश निम्नलिखित है जो संविधान सभा में सामिल थे। जैसे-
1. अजमेर
2. बलुचिस्तान
3. क्रुर्ग (कर्नाटक)
4. दिल्ली
➧संविधान सभा की प्रमुख बैठक-
➧संविधान सभा की प्रथम बैठक-
➧संविधान सभा की प्रथम बैठक 9 दिसम्बर 1946 को दिल्ली में आयोजित की गई थी।
➧संविधान सभी की प्रथम बैठक में आचार्य J.B. कृपालानी (आचार्य जीवतराम भगवानदास कृपलानी) के कहने पर संविधान सभा का प्रथम अस्थाई अध्यक्ष डाॅ. सच्चिदानन्द सिन्हा को बनाया गया था।
➧डाॅ. सच्चिदानन्द सिन्हा को संविधान सभा का प्रथम अस्थाई अध्यक्ष सिनियर्टी के आधार पर बनाया गया था।
➧संविधान सभा में डाॅ. सच्चिदानन्द सिन्हा का चयन बिहार से हुआ था अर्थात् संविधान सभा में डाॅ. सच्चिदानन्द सिन्हा बिहार से निर्वाचित होकर आये थे।
➧संविधान सभा की दूसरी बैठक-
➧संविधान सभा की दूसरी बैठक 11 दिसम्बर 1946 को आयोजित की गई थी।
➧संविधान सभा की दूसरी बैठक में संविधान सभा का प्रथम स्थाई अध्यक्ष (सभापती) डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद को बनाया गया था।
➧एच.सी. मुखर्जी- संविधान सभा की दूसरी बैठक में संविधान सभा का उपाध्यक्ष (उप-सभापती) एच.सी. मुखर्जी को बनाया गया था।
➧बी.एन. राव- संविधान सभा की दूसरी बैठक में संविधान सभा का संवैधानिक सलाहकार बी.एन. राव (बेनगुल नरसिम्हा राव) को बनाया गया था।
➧के.एम. मुंशी- संविधान सभा की दूसरी बैठक में के.एम. मुंशी (कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी) को सचिव नियुक्त किया गया था या सचिव बनाया गया था।
➧संविधान सभा की तीसरी बैठक-
➧संविधान सभा की तीसरी बैठक 13 दिसम्बर 1946 को आयोजित की गई थी।
➧संविधान सभा की तीसरी बैठक में पण्डित जवाहर लाल नेहरू के द्वारा उद्देश्य प्रस्ताव (Objective Priciple) प्रस्तुत किया गया था।
➧संविधान सभा की तीसरी बैठक में संविधान सभा के द्वारा 22 जनवरी 1947 को उद्देश्य प्रस्ताव को पारित कर दिया गया था
➧संविधान सभा की तीसरी बैठक में पारित किये गये उद्देश्य प्रस्ताव के लिए निम्नलिखित समितियों क गठन किया गया था। जैसे-
1. संचालन समिति
2. मौलिक अधिकार समिति
3. प्रान्तीय संविधान संमिति
4. झण्डा समिति
5. संघ समिति
6. प्रारूप समिति
1. संचालन समिति-
➧संचालन समिति का अध्यक्ष डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद को बनाया गया था।
2. मौलिक अधिकार समिति-
➧मौलिक अधिकार समिति का अध्यक्ष सरदार वल्लभ भाई पटेल को बनाया गया था।
3. प्रान्तीय समिति-
➧प्रान्तीय समिति का अध्यक्ष सरदार वल्लभ भाई पटेल को बनाया गया था।
4. झण्डा समिति-
➧झण्डा समिति का अध्यक्ष आचार्य J.B. कृपालानी (आचार्य जीवतराम भगवानदास कृपलानी) को बनाया गया था।
5. संघ समिति-
➧संघ समिति का अध्यक्ष पण्डित जवाहर लाल नेहरू को बनाया गया था।
6. प्रारूप समिति (Drafting Committee)-
➧प्रारूप समिति का अध्यक्ष डाॅ. भिमराव अम्बेडकर को बनाया गया था।
➧भारतीय संविधान सभा में सर्वप्रथम संविधान का प्रारूप (प्रथम प्रारूप) बी.एन. राव (बेनगुल नरसिम्हा राव) ने ही बनाया था या प्रस्तुत किया था।
➧बी.एन. राव (बेनगुल नरसिम्हा राव) के निर्देशन में 29 अगस्त 1947 को प्रारूप समिति का गठन किया गया था।
➧बेनगुल राव द्वारा बनायी गई प्रारूप समिति में कुल 7 सदस्य थे।
➧प्रारूप समिति के सदस्य डाॅ. डी.पी. खेतान की आकस्मिक मृत्यु होने के बाद डाॅ. डी.पी. खेतान की जगह पर प्रारूप समिति का सदस्य टी.टी. कृष्णामाचारी या टी.टी. कृष्णमचारी (Tiruvellore Thattai Krishnamachari) को बनाया गया था।
➧संविधान सभा की चौथी बैठक-
➧संविधान सभा की चौथी बैठक 22 जुलाई 1947 को आयोजित की गई थी।
➧संविधान सभा की चौथी बैठक में डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद की अध्यक्षता में 22 जुलाई 1947 को भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा स्वीकार किया गया था।
➧संविधान सभा की ग्यारवी बैठक-
➧संविधान सभा की ग्यारवी बैठक 24 जनवरी 1950 को आयोजित की गई थी।
➧संविधान सभा की ग्यारवी बैठक में संविधान सभा द्वारा भारत का प्रथम राष्ट्रपति डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद को बनाया गया था।
➧संविधान सभा की ग्यारवी बैठक में भारत का राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम को स्वीकार किया गया था।
➧संविधान सभा की ग्यारवी बैठक में 9 दिसम्बर 1946 से 24 जनवरी 1950 तक का समय लगा था। और इसी समय के दौरान कुल 165 दिनों में संविधान बनाने की कार्यवाही हुई थी।
➧संविधान सभा की बारहवीं बैठक-
➧संविधान सभा की बारहवीं बैठक संविधान सभा की अंतिम बैठक मानी जाती है।
➧संविधान सभा की बारहवीं बैठक 26 जनवरी 1950 को आयोजित की गई थी।
➧संविधान सभा की बारहवीं बैठक में 26 जनवरी 1950 को जम्मू कश्मीर राज्य को छोड़कर सम्पूर्ण भारत में भारत का संविधान लागू कर दिया गया था।
➧26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू होने के साथ ही संविधान में कुल 395 अनुच्छेद, 22 भाग तथा 8 अनुसूचीया सामिल थी।
➧संविधान लागू करने के लिए संविधान सभा द्वारा 26 जनवरी को चूने जाने का महत्त्वपूर्ण कारण-
➧26 जनवरी 1930 को लाहौर में रावी नदी के किनारे पण्डीत जवाहर लाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस पार्टी ने पहली बार स्वतंत्रता दिवस या स्वाधीनता दिवस मनाया गया था इसीलिए भारत का संविधान लागू करने के लिए 26 जनवरी की तारीख को चूना गया था।
➧26 नवम्बर 1949-
➧26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान बनकर तैयार हो गया था अर्थात् 26 नवम्बर 1949 को भारत का संविधान अंगीकृत (Adopted), आत्मसमर्पित (Surrendered), अधिनियमित (Enacted) कर दिया गया था।
➧26 नवम्बर 1949 को संविधान पर कुल 284 सदस्यों ने हस्ताक्षर किये थे।
➧26 नवम्बर 1949 को भारत का संविधान आंशिक रूप से लागू किया गया था क्योकी 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान के केवल 15 अनुच्छेद ही लागू किये गये थे।
➧26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान लागू होने के कारण ही भारत में 26 नवम्बर को कानून या विधि दिवस (संविधान दिवस) घोषित किया गया था।
➧भारत में पहली बार संविधान (कानून या विधि दिवस) दिवस 26 नवम्बर 2015 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा मनाया गया था।
➧26 जनवरी-
➧भारत में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
➧भारत एक गणतंत्र देश है क्योकी भारत का मुखिया (राष्ट्रपति) वंशानुगत न होकर निर्वाचित होता है।
➧भारतीय संविधान में गणतंत्र शब्द फ्रांस से लिया गया है।
➧वर्तमान (2019) में भारतीय संविधान में गणना या संख्या की दृष्टि से 450 अनुच्छेद (456 अनुच्छेद), 26 भाग तथा 12 अनुसूचिया है।
➧भारतीय संविधान सभा में कुल 15 महिलाएं थी जिनकी अध्यक्षा श्रीमती हंसा मेहता थी इन 15 महिलाओं में से 8 महिलाओं ने ही संविधान पर हस्ताक्षर किये थे।
➧अनुच्छेद 370 (धारा 370)-
➧भारतीय संविधान के भाग 21 तथा अनुच्छेद 370 के अनुसार जम्मू कश्मीर राज्य को एक विशेष राज्य का दर्जा दिया गया है।
➧अनुच्छेद 370 या धारा 370 के अनुसार जम्मू कश्मीर भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है जिसका स्वयं का अलग से संविधान है।
➧अनुच्छेद 370 या धारा 370 के अनुसार 26 नवम्बर 1957 को जम्मू कश्मीर राज्य ने खुद का संविधान लागू किया था।
➧सदर ए रियासत-
➧जम्मू कश्मीर राज्य के मुखिया या राज्यपाल को सदर ए रियासत कहते है।
➧जम्मू कश्मीर राज्य का प्रथम सदर ए रियासत सन् 1951 में डाॅ. करण सिंह को बनाया गया था।
➧महाराजा हरिसिंह-
➧महाराजा हरिसिंह ने 26 अक्टूबर 1947 को जम्मू कश्मीर राज्य की तरफ से भारतीय विलय पत्र पर हस्ताक्षर किये थे।
➧भारत का संविधान-
➧भारतीय संविधान को बनाने में कुल 2 वर्ष, 11 माह तथा 17 दिन ता समय लगा था।
➧संविधान के प्रारूप पर कुल 114 दिनों की बहस हुई थी।
➧भारतीय संविधान को बनाने में कुल 6396729 रुपयें (लगभग 64 लाख रुपये) लगे थे।
➧संविधान का वाचन-
➧भारतीय संविधान का संविधान सभा के समक्ष कुल तीन बार वाचन किया गया था।
➧संविधान का प्रथम वाचन 4 नवम्बर 1948 (4 नवम्बर 1948 से 8 नवम्बर 1948 तक 4 दिन) को डाॅ. सर्वपल्ली राधा कृष्णन ने किया था इसीलिए डाॅ. सर्वपल्ली राधा कृष्णन को संविधान का प्रथम प्रवक्ता या प्रथम वाचनकर्ता भी कहते है।
➧565 रियासते-
➧भारतीय एकीकरण के समय कुल 565 रियासते थी लेकीन भारत के एकीकरण विलय पत्र पर केवल 562 रियासतों ने ही हस्ताक्षर किये थे तीन रियासतों ने हस्ताक्षर नहीं किये थे जैसे-
1. हैदराबाद रियासत
2. कश्मीर रियासत
3. जुनागढ़ रियासत (गुजरात)
➧मीर उस्मान अली-
➧मीर उस्मान अली भारतीय एकीकरण के समय हैदराबाद रियासत का निजाम था।
➧ऑपरेशन पोलो-
➧ऑपरेशन पोलो के द्वारा हैदराबाद रियासत को भारतीय संघ में शामिल किया गया था।
➧जुनागढ़ रियासत-
➧जुनागढ़ रियासत ऐसी पहली रियासत थी जिसको जनमत संग्रह के आधार पर भारतीय संघ में शामिल किया गया था।
➧हैदराबाद रियासत-
➧हैदराबाद रियासत एकमात्र ऐसी रियासत थी जिसने संविधान निर्माण की प्रक्रिया में भाग नहीं लिया था।
➧संविधान सभा की प्रथम बैठक 9 दिसम्बर 1946 को दिल्ली में आयोजित की गई थी।
➧संविधान सभी की प्रथम बैठक में आचार्य J.B. कृपालानी (आचार्य जीवतराम भगवानदास कृपलानी) के कहने पर संविधान सभा का प्रथम अस्थाई अध्यक्ष डाॅ. सच्चिदानन्द सिन्हा को बनाया गया था।
➧डाॅ. सच्चिदानन्द सिन्हा को संविधान सभा का प्रथम अस्थाई अध्यक्ष सिनियर्टी के आधार पर बनाया गया था।
➧संविधान सभा में डाॅ. सच्चिदानन्द सिन्हा का चयन बिहार से हुआ था अर्थात् संविधान सभा में डाॅ. सच्चिदानन्द सिन्हा बिहार से निर्वाचित होकर आये थे।
➧संविधान सभा की दूसरी बैठक-
➧संविधान सभा की दूसरी बैठक 11 दिसम्बर 1946 को आयोजित की गई थी।
➧संविधान सभा की दूसरी बैठक में संविधान सभा का प्रथम स्थाई अध्यक्ष (सभापती) डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद को बनाया गया था।
➧एच.सी. मुखर्जी- संविधान सभा की दूसरी बैठक में संविधान सभा का उपाध्यक्ष (उप-सभापती) एच.सी. मुखर्जी को बनाया गया था।
➧बी.एन. राव- संविधान सभा की दूसरी बैठक में संविधान सभा का संवैधानिक सलाहकार बी.एन. राव (बेनगुल नरसिम्हा राव) को बनाया गया था।
➧के.एम. मुंशी- संविधान सभा की दूसरी बैठक में के.एम. मुंशी (कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी) को सचिव नियुक्त किया गया था या सचिव बनाया गया था।
➧संविधान सभा की तीसरी बैठक-
➧संविधान सभा की तीसरी बैठक 13 दिसम्बर 1946 को आयोजित की गई थी।
➧संविधान सभा की तीसरी बैठक में पण्डित जवाहर लाल नेहरू के द्वारा उद्देश्य प्रस्ताव (Objective Priciple) प्रस्तुत किया गया था।
➧संविधान सभा की तीसरी बैठक में संविधान सभा के द्वारा 22 जनवरी 1947 को उद्देश्य प्रस्ताव को पारित कर दिया गया था
➧संविधान सभा की तीसरी बैठक में पारित किये गये उद्देश्य प्रस्ताव के लिए निम्नलिखित समितियों क गठन किया गया था। जैसे-
1. संचालन समिति
2. मौलिक अधिकार समिति
3. प्रान्तीय संविधान संमिति
4. झण्डा समिति
5. संघ समिति
6. प्रारूप समिति
1. संचालन समिति-
➧संचालन समिति का अध्यक्ष डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद को बनाया गया था।
2. मौलिक अधिकार समिति-
➧मौलिक अधिकार समिति का अध्यक्ष सरदार वल्लभ भाई पटेल को बनाया गया था।
3. प्रान्तीय समिति-
➧प्रान्तीय समिति का अध्यक्ष सरदार वल्लभ भाई पटेल को बनाया गया था।
4. झण्डा समिति-
➧झण्डा समिति का अध्यक्ष आचार्य J.B. कृपालानी (आचार्य जीवतराम भगवानदास कृपलानी) को बनाया गया था।
5. संघ समिति-
➧संघ समिति का अध्यक्ष पण्डित जवाहर लाल नेहरू को बनाया गया था।
6. प्रारूप समिति (Drafting Committee)-
➧प्रारूप समिति का अध्यक्ष डाॅ. भिमराव अम्बेडकर को बनाया गया था।
➧भारतीय संविधान सभा में सर्वप्रथम संविधान का प्रारूप (प्रथम प्रारूप) बी.एन. राव (बेनगुल नरसिम्हा राव) ने ही बनाया था या प्रस्तुत किया था।
➧बी.एन. राव (बेनगुल नरसिम्हा राव) के निर्देशन में 29 अगस्त 1947 को प्रारूप समिति का गठन किया गया था।
➧बेनगुल राव द्वारा बनायी गई प्रारूप समिति में कुल 7 सदस्य थे।
➧प्रारूप समिति के सदस्य डाॅ. डी.पी. खेतान की आकस्मिक मृत्यु होने के बाद डाॅ. डी.पी. खेतान की जगह पर प्रारूप समिति का सदस्य टी.टी. कृष्णामाचारी या टी.टी. कृष्णमचारी (Tiruvellore Thattai Krishnamachari) को बनाया गया था।
➧संविधान सभा की चौथी बैठक-
➧संविधान सभा की चौथी बैठक 22 जुलाई 1947 को आयोजित की गई थी।
➧संविधान सभा की चौथी बैठक में डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद की अध्यक्षता में 22 जुलाई 1947 को भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा स्वीकार किया गया था।
➧संविधान सभा की ग्यारवी बैठक-
➧संविधान सभा की ग्यारवी बैठक 24 जनवरी 1950 को आयोजित की गई थी।
➧संविधान सभा की ग्यारवी बैठक में संविधान सभा द्वारा भारत का प्रथम राष्ट्रपति डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद को बनाया गया था।
➧संविधान सभा की ग्यारवी बैठक में भारत का राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम को स्वीकार किया गया था।
➧संविधान सभा की ग्यारवी बैठक में 9 दिसम्बर 1946 से 24 जनवरी 1950 तक का समय लगा था। और इसी समय के दौरान कुल 165 दिनों में संविधान बनाने की कार्यवाही हुई थी।
➧संविधान सभा की बारहवीं बैठक-
➧संविधान सभा की बारहवीं बैठक संविधान सभा की अंतिम बैठक मानी जाती है।
➧संविधान सभा की बारहवीं बैठक 26 जनवरी 1950 को आयोजित की गई थी।
➧संविधान सभा की बारहवीं बैठक में 26 जनवरी 1950 को जम्मू कश्मीर राज्य को छोड़कर सम्पूर्ण भारत में भारत का संविधान लागू कर दिया गया था।
➧26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू होने के साथ ही संविधान में कुल 395 अनुच्छेद, 22 भाग तथा 8 अनुसूचीया सामिल थी।
➧संविधान लागू करने के लिए संविधान सभा द्वारा 26 जनवरी को चूने जाने का महत्त्वपूर्ण कारण-
➧26 जनवरी 1930 को लाहौर में रावी नदी के किनारे पण्डीत जवाहर लाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस पार्टी ने पहली बार स्वतंत्रता दिवस या स्वाधीनता दिवस मनाया गया था इसीलिए भारत का संविधान लागू करने के लिए 26 जनवरी की तारीख को चूना गया था।
➧26 नवम्बर 1949-
➧26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान बनकर तैयार हो गया था अर्थात् 26 नवम्बर 1949 को भारत का संविधान अंगीकृत (Adopted), आत्मसमर्पित (Surrendered), अधिनियमित (Enacted) कर दिया गया था।
➧26 नवम्बर 1949 को संविधान पर कुल 284 सदस्यों ने हस्ताक्षर किये थे।
➧26 नवम्बर 1949 को भारत का संविधान आंशिक रूप से लागू किया गया था क्योकी 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान के केवल 15 अनुच्छेद ही लागू किये गये थे।
➧26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान लागू होने के कारण ही भारत में 26 नवम्बर को कानून या विधि दिवस (संविधान दिवस) घोषित किया गया था।
➧भारत में पहली बार संविधान (कानून या विधि दिवस) दिवस 26 नवम्बर 2015 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा मनाया गया था।
➧26 जनवरी-
➧भारत में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
➧भारत एक गणतंत्र देश है क्योकी भारत का मुखिया (राष्ट्रपति) वंशानुगत न होकर निर्वाचित होता है।
➧भारतीय संविधान में गणतंत्र शब्द फ्रांस से लिया गया है।
➧वर्तमान (2019) में भारतीय संविधान में गणना या संख्या की दृष्टि से 450 अनुच्छेद (456 अनुच्छेद), 26 भाग तथा 12 अनुसूचिया है।
➧भारतीय संविधान सभा में कुल 15 महिलाएं थी जिनकी अध्यक्षा श्रीमती हंसा मेहता थी इन 15 महिलाओं में से 8 महिलाओं ने ही संविधान पर हस्ताक्षर किये थे।
➧अनुच्छेद 370 (धारा 370)-
➧भारतीय संविधान के भाग 21 तथा अनुच्छेद 370 के अनुसार जम्मू कश्मीर राज्य को एक विशेष राज्य का दर्जा दिया गया है।
➧अनुच्छेद 370 या धारा 370 के अनुसार जम्मू कश्मीर भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है जिसका स्वयं का अलग से संविधान है।
➧अनुच्छेद 370 या धारा 370 के अनुसार 26 नवम्बर 1957 को जम्मू कश्मीर राज्य ने खुद का संविधान लागू किया था।
➧सदर ए रियासत-
➧जम्मू कश्मीर राज्य के मुखिया या राज्यपाल को सदर ए रियासत कहते है।
➧जम्मू कश्मीर राज्य का प्रथम सदर ए रियासत सन् 1951 में डाॅ. करण सिंह को बनाया गया था।
➧महाराजा हरिसिंह-
➧महाराजा हरिसिंह ने 26 अक्टूबर 1947 को जम्मू कश्मीर राज्य की तरफ से भारतीय विलय पत्र पर हस्ताक्षर किये थे।
➧भारत का संविधान-
➧भारतीय संविधान को बनाने में कुल 2 वर्ष, 11 माह तथा 17 दिन ता समय लगा था।
➧संविधान के प्रारूप पर कुल 114 दिनों की बहस हुई थी।
➧भारतीय संविधान को बनाने में कुल 6396729 रुपयें (लगभग 64 लाख रुपये) लगे थे।
➧संविधान का वाचन-
➧भारतीय संविधान का संविधान सभा के समक्ष कुल तीन बार वाचन किया गया था।
➧संविधान का प्रथम वाचन 4 नवम्बर 1948 (4 नवम्बर 1948 से 8 नवम्बर 1948 तक 4 दिन) को डाॅ. सर्वपल्ली राधा कृष्णन ने किया था इसीलिए डाॅ. सर्वपल्ली राधा कृष्णन को संविधान का प्रथम प्रवक्ता या प्रथम वाचनकर्ता भी कहते है।
➧565 रियासते-
➧भारतीय एकीकरण के समय कुल 565 रियासते थी लेकीन भारत के एकीकरण विलय पत्र पर केवल 562 रियासतों ने ही हस्ताक्षर किये थे तीन रियासतों ने हस्ताक्षर नहीं किये थे जैसे-
1. हैदराबाद रियासत
2. कश्मीर रियासत
3. जुनागढ़ रियासत (गुजरात)
➧मीर उस्मान अली-
➧मीर उस्मान अली भारतीय एकीकरण के समय हैदराबाद रियासत का निजाम था।
➧ऑपरेशन पोलो-
➧ऑपरेशन पोलो के द्वारा हैदराबाद रियासत को भारतीय संघ में शामिल किया गया था।
➧जुनागढ़ रियासत-
➧जुनागढ़ रियासत ऐसी पहली रियासत थी जिसको जनमत संग्रह के आधार पर भारतीय संघ में शामिल किया गया था।
➧हैदराबाद रियासत-
➧हैदराबाद रियासत एकमात्र ऐसी रियासत थी जिसने संविधान निर्माण की प्रक्रिया में भाग नहीं लिया था।
Very Nice article Supper GK Class Ase hi acha acha GK dalte rho Government Job ke liye ye GK Bhut hi acha h ye gk railway job police job ssc job upsc job sbhi job ke liye bhut important h
ReplyDeleteThanks & Welcome To GK Class
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