गागरोन दुर्ग (Gagron Fort) या गागरौण दुर्ग (Gagraum Fort)-
- स्थित- झालावाड़ जिला, राजस्थान
- नदियां- गागरौण दुर्ग कालीसिंध तथा आहू नदियों के किनारे स्थित है।
- विशेषताएं-
- सन् 2013 में गागरोन का किला यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची (UNESCO World Heritage List) में शामिल किया गया था।
- परमार वंश की डोड शाखा के राजाओं ने गागरौण दुर्ग का निर्माण करवाया था इसलिए गागरौण दुर्ग को 'डोडगढ़' कहा जाता है।
- स्थानीय भाषा में गागरोन दुर्ग को धूलरगढ़ कहा जाता है।
- बीजलदेव डोड को हराकर देवेन सिंह खींची ने गागरौण के किले पर अधिकार कर लिया था।
- बीजलदेव डोड परमार वंश के डोड शाखा का राजा था।
- देवेन सिंह खींची चौहान राजा था।
गागरोन दुर्ग का इतिहास (History of Gagron Fort)-
- 1. जैत्रसिंह (Jaitra Singh)
- 2. प्रताप सिंह (Pratap Singh)
- 3. अचलदास (Achaldas)
- 4. पाल्हणसी (Palhansi)
1. जैत्रसिंह (Jaitra Singh)-
- जैत्रसिंह के शासन काल में 1300 ई. में अलाउद्दीन खिलजी ने गागरौण पर आक्रमण किया था लेकिन अलाउद्दीन खिलजी किले पर अधिकार नहीं कर पाया था।
- जैत्रसिंह के शासन काल में सन्त हमीदुद्दीन गागरोन आ गये थे।
- सन्त हमीदुद्दीन को 'मीठे शाह' भी कहा जाता है।
2. प्रताप सिंह (Pratap Singh)-
- प्रताप सिंह ने फिरोज तुगलक को हराया था।
- कालांतर में प्रताप सिंह ने अपने छोटे भाई अचलदास को राजा बना दिया था तथा स्वयम् सन्त बन गये थे।
- प्रताप सिंह सन्त पींपा के नाम से प्रसिद्ध हुए थे।
3. अचलदास (Achaldas)-
- अचलदास के शासन काल में 1423 ई. में मालवा के सुलतान होशंगशाह ने गागरौण पर आक्रमण किया था।
- अचलदास के शासन काल में 1423 ई. में गागरौण का पहला शाका हुआ था।
4. पाल्हणसी (Palhansi)-
- 1437 ई. में पाल्हणसी ने गागरौण पर पुनः अधिकार किया था।
- पाल्हणसी के शासन काल में 1444 ई. में मालवा के सुलतान महमूद खिलजी-I ने गागरोन किले पर आक्रमण किया।
- पाल्हणसी के शासन काल में 1444 ई. में गागरौण का दूसरा शाका हुआ।
- गागरोन जीत के बाद महमूद खिलजी-I ने गागरौण का नाम बदलकर 'मुस्तफाबाद' कर दिया था।
गागरोन किले में स्थित इमारतें-
- 1. गागरोन का किला बिना नींव के सीधे चट्टान पर बनाया गया है।
- 2. जालिमकोट- जालिम सिंह झाला ने गागरोन किले के प्रकोटे का निर्माण करवाया था इसलिए गागरोन किले के प्रकोटे को जालिमकोट कहा जाता है।
- 3. बुलन्द दरवाजा- औरंगजेब ने बुलन्द दरवाजे का निर्माण करवाया था।
- 4. मधुसूदन मंदिर (Madhusudan Temple)- कोटा के राजा दुर्जनसाल ने मधुसूदन मंदिर का निर्माण करवाया था।
- 5. कोटा राज्य की टकसाल गागरौण किले में स्थित थी। (कोटा के सिक्के गुमानशाही सिक्के थे)
- 6. सन्त हमीदुद्दीन (मीठे शाह) की दरगाह गागरौण किले में स्थित है।
- 7. जौहर कुंड (Jauhar Kund)
- 8. अंधेरी बावडी (Andheri Stepwell)
- 9. गीध कराई (Geedh Karai)- किले में ऊपर स्थित एक जगह जहाँ पर राजनीतिक कैदियों को मृत्युदंड दिया जाता था।