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राजस्थान के गैर पम्परागत ऊर्जा संसाधन (Non Conventional Energy Resources of Rajasthan)

राजस्थान के गैर परम्परागत ऊर्जा संसाधन (Non Conventional Energy Resources of Rajasthan)-

  • गैर परम्परागत ऊर्जा संसाधन नवीन तकनीक पर आधारित है।
  • गैर परम्परागत ऊर्जा, पर्यावरण संरक्षी ऊर्जा (Eco Friendly Energy) है।
  • गैर परम्परागत ऊर्जा संसाधन (Non Conventional Energy Resources) जैसे-
  • (अ) परमाणु ऊर्जा (Nuclear Energy)
  • (ब) सौर ऊर्जा (Solar Energy)
  • (स) पवन ऊर्जा (Wind Energy)
  • (द) बायोमास ऊर्जा (Biomass Energy)


(अ) परमाणु ऊर्जा (Nuclear Energy)-

  • परमाणु ऊर्जा के स्रोत या मुख्य आधार यूरेनियम (Uranium), थोरियम (Thorium) है।
  • परमाणु ऊर्जा केंद्रों का संचालन न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (Nuclear Power Corporation of India- NPCIL) के द्वारा किया जाता है।
  • NPCIL भारत सरकार का उद्यम है।


राजस्थान में परमाणु ऊर्जा (Nuclear Energy in Rajasthan)-

  • राजस्थान को परमाणु ऊर्जा दो परमाणु ऊर्जा संयंत्रों से प्राप्त होती है। जैसे-
  • (I) रावतभाटा परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Rawatbhata Nuclear Power Station)
  • (II) नरौरा परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Narora Nuclear Power Station)- उत्तर प्रदेश
  • उपर्युक्त दोनों परमाणु ऊर्जा संयंत्रों से राजस्थान को कुल 456.7 MW विद्युत उत्पादित होती है।
  • राजस्थान में परमाणु ऊर्जा केंद्र वर्तमान में एक ही है। जैसे
  • (I) रावतभाटा परमामु ऊर्जा संयंत्र- चित्तौड़गढ़
  • राजस्थान में एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र बांसवाड़ा जिले में प्रस्तावित है।


(I) रावतभाटा परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Rawatbhata Nuclear Power Station- RAPS)-

  • स्थित- रावतभाटा, चित्तौड़गढ़, राजस्थान
  • स्थापना- 1973
  • संचालन- इस संयंत्र का संचालन न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (Nuclear Power Corporation of India- NPCIL) के द्वारा किया जाता है।
  • उत्पादन क्षमता- 1180 MW
  • पहला चरण = 1 Unit × 100 MW = 100MW (1973 में शुरुआत)
  • दूसरा चरण = 1 Unit × 200 MW = 200 MW
  • तीसरा चरण = 1 Unit × 220 MW = 220 MW
  • चौथा चरण = 1 Unit × 220 MW = 220 MW
  • पाँचवा चरण = 1 Unit × 220 MW = 220 MW
  • छठा चरण = 1 Unit × 220 MW = 220 MW
  • इस संयंत्र में 6 चरणों की 6 इकाइयों से 1180 MW विद्युत उत्पादित होती है।


बांसवाड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Banswara Nuclear Power Station)-

  • स्थित- बांसवाड़ा, राजस्थान
  • यह प्रस्तावित है।
  • उत्पादन क्षमता- 2800 MW
  • पहला चरण = 4 Unit × 700 MW = 2800 MW


(ब) सौर ऊर्जा (Solar Energy)-

  • भारत में सौर ऊर्जा की सर्वाधिक संभावना राजस्थान में है।
  • राजस्थान में सौर ऊर्जा की सर्वाधिक संभावना जोधपुर में है।

  • राजस्थान में जोधपुर को सूर्य नगरी भी कहा जाता है।
  • वर्तमान में राजस्थान में सौर ऊर्जा का उत्पादन 3348.60 MW है।
  • वर्तमान में राजस्थान में 13531 MW सौर ऊर्जा स्थापित की जा चुकी है।
  • राजस्थान में सौर ऊर्जा उत्पादन की संभावना 142 GW (1,42,000 MW) है।


राजस्थान में सौर ऊर्जा की सर्वाधिक संभावना के मुख्य कारण (Main Reasons for maximum potential of Solar Energy in Rajasthan)-

  • राजस्थान में सौर दिवस (Solar/Sun Light Days) की संख्या 325 दिन होना।
  • राजस्थान में सौर विकिरणों की तीव्रता अधिक होना।
  • राजस्थान में सौर ऊर्जा क्षेत्र में अधिक निवेश होना।
  • राजस्थान में मरुस्थल सर्वाधिक (बंजर भूमि/Wasteland) होना।


राजस्थान में सौर ऊर्जा का विकास (Development of Solar Energy in Rajasthan)-

  • (A) सौलर पार्क (Solar Park)
  • (B) सौलर सिटी (Solar City)
  • (C) सीज (SEEZ)
  • (D) सौलर मिशन (Solar Mission)
  • (E) निवेश कार्यक्रम (Investment Program)
  • (F) सौर ऊर्जा नीतियां (Solar Energy Policies)


(A) सौलर पार्क (Solar Park)-

  • राजस्थान सरकार के सौलर पार्क कार्यक्रम में शामिल जिले या क्षेत्र निम्न है।-
  • (I) जोधपुर
  • (II) बीकानेर
  • (III) बाड़मेर
  • (IV) जैसलमेर
  • राजस्थान के प्रमुख सौलर पार्क (Main Solar Park in Rajasthan)-
  • (I) भड़ला सौलर पार्क (Bhadla Solar Park)- जोधपुर (उत्पादन क्षमता- 2245 MW)
  • (II) फलौदी सौलर पार्क (Phalodi Solar Park)- जोधपुर
  • (III) नांदिया कला सौलर पार्क (Nandiya Kalan Solar Park)- जोधपुर
  • (IV) पोकरण सौलर पार्क (Pokhran Solar Park)- जैसलमेर
  • (V) नोख सौलर पार्क (Nokh Solar Park)- जैसलमेर
  • (VI) फतेहगढ़ सौलर पार्क (Fatehgarh Solar Park)- जैसलमेर
  • (VII) पूगल सौलर पार्क (Pugal Solar Park)- बीकानेर


भड़ला सौलर पार्क (Bhadla Solar Park)-

  • स्थित- भड़ला, जोधपुर
  • उत्पादन क्षमता- 2245 MW
  • चरण = उत्पादन क्षमता
  • (I) पहला चरण = 65 MW (RRECL)
  • (II) दूसरा चरण = 680 MW (RRECL)
  • (III) तीसरा चरण = 1000 MW (RRECL + IL & FS)
  • (IV) चौथा चरण = 500 MW (RRECL + अडानी समूह)
  • Il & FS = Infrastructure Leasing and Financial Services (इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज)
  • RRECL = Rajasthan Renewable Energy Corporation Limited (राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम लिमिटेड)
  • यह एशिया का सबसे बड़ा सौलर पार्क है।
  • यह भारत का सबसे बड़ा सौलर पार्क है।
  • यह राजस्थान का सबसे बड़ा सौलर पार्क है।


(B) सौलर सिटी (Solar City)-

  • उद्देश्य- सौलर सिटी का मुख्य उद्देश्य नगरीय (City) क्षेत्र में सौर ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ाना।
  • राजस्थान में सौलर सिटी में शामिल जिले निम्न है।-
  • (I) जोधपुर
  • (II) अजमेर
  • (III) जयपुर
  • राजस्थान में सौलर सिटी में प्रस्तावित जिले निम्न है।-
  • (I) पुष्कर, अजमेर
  • (II) जैसलमेर


(C) सीज (SEEZ)-

  • SEEZ/सीज = Solar Energy Enterprising Zone (सौर ऊर्जा उद्यमी क्षेत्र)
  • राजस्थान में सर्वाधिक सौर ऊर्जा की संभावना वाला क्षेत्र सीज कहलाता है।
  • राजस्थान में सीज क्षेत्र में शामिल जिले निम्न है।
  • (I) जोधपुर
  • (II) जैसलमेर
  • (III) बाड़मेर
  • विशेष-
  • SEEZ/सीज = Solar Energy Enterprising Zone (सौर ऊर्जा उद्यमी क्षेत्र)
  • SEZ =  Special Economic Zone (विशेष आर्थिक क्षेत्र)
  • EEZ = Exclusive Economic Zone (अनन्य आर्थिक क्षेत्र)


(D) सौलर मिशन (Solar Mission)-

  • सौलर मिशन को जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय सौर मिशन (Jawaharlal Nehru National Solar Mission- JNNSM) कहा जाता है।
  • जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय सौर मिशन की शुरुआत 11 जनवरी, 2010 में हुई थी।
  • लक्ष्य- जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय सौर मिशन में सौर ऊर्जा का लक्ष्य 100 GW (1,00,000 MW) रखा गया था।
  • 1 GW (गीगावाट) = 1000 MW (मेगावाट)
  • जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय सौर मिशन को तीन चरणों (12 वर्ष) में चलाया गया। जैसे-
  • (I) पहला चरण- 2010-2013 (3 वर्ष)
  • (II) दूसरा चरण- 2013-2017 (4 वर्ष)
  • (III) तीसरा चरण- 2017-2022 (5 वर्ष)


(E) निवेश कार्यक्रम (Investment Program)-

  • राजस्थान में सौर ऊर्जा निवेश को बढ़ावा देने के लिए "इन्वेस्ट राजस्थान समिट" (Invest Rajasthan Summit) कार्यक्रम की शुरुआत की है।


इन्वेस्ट राजस्थान समिट 2022 (Invest Rajasthan Summit 2022)-

  • राजस्थान सरकार द्वारा इन्वेस्ट राजस्थान समिट का आयोजन 7-8 अक्टूबर, 2022 को जेईसीसी सीतापुरा, जयपुर में किया गया था।
  • इन्वेस्ट राजस्थान समिट कार्यक्रम की थीम (Theme) "प्रतिबद्धता एवं वितरण" (Committed and Delivered/कमिटेड-डिलीवर्ड) है।
  • इन्वेस्ट राजस्थान समिट कार्यक्रम में कुल निवेश 10.44 लाख करोड़ रुपये रखा गया है। जिसमें सौर ऊर्जा क्षेत्र में निवेश लगभग 8 लाख करोड़ रुपये रखा गया है।
  • इन्वेस्ट राजस्थान समिट 2022 में सर्वाधिक निवेश ऊर्जा क्षेत्र को प्राप्त हुआ है।
  • इन्वेस्ट राजस्थान समिट 2022 में ऊर्जा क्षेत्र में सर्वाधिक निवेश सौर ऊर्जा को प्राप्त हुआ है।
  • इन्वेस्ट राजस्थान समिट 2022 में सौर ऊर्जा क्षेत्र में प्रमुख निवेशकर्ता-
  • (I) अडानी- सर्वाधिक
  • (II) अम्बानी (रिलायंस)
  • (III) टाटा


(F) सौर ऊर्जा नीतियां (Solar Energy Policies)-

  • राजस्थान की सौर ऊर्जा नीतियां-
  • (I) राजस्थान की पहली सौर ऊर्जा नीति- 2011
  • (II) राजस्थान की दूसरी सौर ऊर्जा नीति- 2014
  • (III) राजस्थआन की तीसरी सौर ऊर्जा नीति- 18 दिसम्बर, 2019


राजस्थान की तीसरी सौर ऊर्जा नीति (Third Solar Energy Policy of Rajasthan)-

  • समय- 18 दिसम्बर, 2019
  • राजस्थान की तीसरी सौर ऊर्जा नीति में 30,000 MW सौर ऊर्जा का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें-
  • (I) सौलर पार्क से लक्ष्य 24000 MW (80%)
  • (II) सौलर पंप योजना से लक्ष्य- 1000 MW
  • (III) रुफ टॉप से लक्ष्य - 1000 MW
  • (IV) वितरण इकाइयों से (DISCOM) लक्ष्य- 4000 MW


(स) पवन ऊर्जा (Wind Energy)-

  • भारत में पवन ऊर्जा उत्पादन की सर्वाधिक संभावना गुजरता में है।
  • भारत में पवन ऊर्जा उत्पादन की सर्वाधिक संभावना में दूसरे स्थान पर राजस्थान है।
  • भारत में पवन ऊर्जा का सर्वाधिक उत्पादन तमिलनाडु में होता है।
  • राजस्थान में पवन ऊर्जा उत्पादन की सर्वाधिक संभावना जैसलमेर में है।

  • राजस्थान में सर्वाधिक पवन ऊर्जा संयंत्र जैसलमेर में लगे हुए है इसी कारण से जैसलमेर को पंखों की नगरी कहा जाता है।
  • वर्तमान में राजस्थान में पवन ऊर्जा का उत्पादन 3730.35 MW है।
  • वर्तमान में राजस्थान में 4442 MW पवन ऊर्जा स्थापित की जा चुकी है।
  • राजस्थान में पवन ऊर्जा उत्पादन की संभावना 127.750 GW (127750 MW) है। (120 फीट ऊँचाई पर)

  • गुजरात में पवन ऊर्जा उत्पादन की संभावना 142 GW (142,000 MW) है। (120 फीट ऊँचाई पर)
  • भारत में पवन ऊर्जा उत्पादन में राजस्थान पांचवें स्थान पर है।

  • राजस्थान में पवन ऊर्जा का सबसे बड़ा पार्क बड़ा-बाग पवन ऊर्जा संयंत्र (जैसलमेर) है

  • राजस्थान में पवन ऊर्जा क्षेत्र में सर्वाधिक निवेश या विकास सुजलोन एनर्जी (Suzlon Energy) के द्वारा किया गया है।


राजस्थान के प्रमुख पवन ऊर्जा केंद्र (Major Wind Energy Station of Rajasthan)-

    • 1. अमर सागर पवन ऊर्जा संयंत्र (Amar Sagar Wind Energy Station)
    • 2. देवगढ़ पवन ऊर्जा संयंत्र (Devgarh Wind Energy Station)
    • 3. फलौदी पवन ऊर्जा संयंत्र (Phalodi Wind Energy Station)
    • 4. आकल पवन ऊर्जा संयंत्र (Akal Wind Energy Station)
    • 5. हंसुआ पवन ऊर्जा संयंत्र (Hansuwa Wind Energy Station)
    • 6. सोढ़ा-बांधन पवन ऊर्जा संयंत्र (Sodha-Bandhan Wind Energy Station)
    • 7. बड़ा-बाग पवन ऊर्जा संयंत्र (Bada Bag Wind Energy Station)
    • 8. पोहरा पवन ऊर्जा संयंत्र (Pohra Wind Energy Station)
    • 9. हाइब्रिड पवन ऊर्जा संयंत्र (Hybrid Wind Energy Station)
    • 10. हर्ष पवन ऊर्जा संयंत्र (Harsh Wind Energy Station)


                      1. अमर सागर पवन ऊर्जा संयंत्र (Amar Sagar Wind Energy Station)-

                      • स्थित- अमरसागर, जैसलमेर
                      • स्थापना- 10 अप्रैल, 1999
                      • यह राजस्थान का पहला पवन ऊर्जा संयंत्र है।


                      2. देवगढ़ पवन ऊर्जा संयंत्र (Devgarh Wind Energy Station)-

                      • स्थित- देवगढ़, प्रतापगढ़

                      • यह राजस्थान का दूसरा पवन ऊर्जा संयंत्र है।


                      3. फलौदी पवन ऊर्जा संयंत्र (Phalodi Wind Energy Station)-

                      • स्थित- फलौदी, जोधपुर

                      • यह राजस्थान का तीसरा पवन ऊर्जा संयंत्र है।


                      4. आकल पवन ऊर्जा संयंत्र (Akal Wind Energy Station)-

                      • स्थित- आकल, जैसलमेर


                      5. हंसुआ पवन ऊर्जा संयंत्र (Hansuwa Wind Energy Station)-

                      • स्थित- हंसुआ, जैसलमेर


                      6. सोढ़ा-बांधन पवन ऊर्जा संयंत्र (Sodha-Bandhan Wind Energy Station)-

                      • स्थित- सोढ़ा-बांधन, जैसलमेर


                      7. बड़ा-बाग पवन ऊर्जा संयंत्र (Bada Bag Wind Energy Station)-

                      • स्थित- बड़ा-बाग, जैसलमेर

                      • यहाँ राजस्थान में सबसे बड़ा पवन ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया जा रहा है।


                      8. पोहरा पवन ऊर्जा संयंत्र (Pohra Wind Energy Station)-

                      • स्थित- पोहरा, जैसलमेर


                      9. हाइब्रिड पवन ऊर्जा संयंत्र (Hybrid Wind Energy Station)-

                      • स्थित- जैसलमेर

                      • यह भारत का पहला ऐसा संयंत्र है जिसमें सौर ऊर्जा एवं पवन ऊर्जा दोनों एक साथ उत्पादित होंगी।


                      10. हर्ष पवन ऊर्जा संयंत्र (Harsh Wind Energy Station)-

                      • स्थित- हर्ष, सीकर


                      (द) बायोमास ऊर्जा (Biomass Energy)-

                      • बायोमास ऊर्जा के मुख्य स्रोत वनस्पति (Vegetation) एवं कृषि उत्पाद (Agriculture Product) है।
                      • बायोमास ऊर्जा में वनस्पति के रूप में मुख्यतः जुली फ्लोरा (Juliflora) या विलायती बबूल का उपयोग किया जाता है।
                      • बायोमास ऊर्जा में कृषि उत्पाद के रूप में सरसों की तुड़ी (Husk of Mustard व चावल की भूसी (Bran of Rice) का उपयोग किया जाता है।
                      • राजस्थान में बायोमास ऊर्जा की सर्वाधिक संभावना श्री गंगानगर में है।


                      राजस्थान के प्रमुख बायोमास ऊर्जा संयंत्र (Major Biomass Power Plants of Rajasthan)-

                        • 1. पदमपुर बायोमास ऊर्जा संयंत्र (Padampur Biomass Energy Station)
                        • 2. खातौली (उनियारा) बायोमास ऊर्जा संयंत्र (Khatoli Biomass Energy Station)
                        • 3. रंगपुर बायोमास ऊर्जा संयंत्र (Rangpur Biomass Energy Station)
                        • 4. कचेला-बागसरी बायोमास ऊर्जा संयंत्र (Kchela-Baghsari Biomass Energy Station)


                              1. पदमपुर बायोमास ऊर्जा संयंत्र (Padampur Biomass Energy Station)-

                              • स्थित- पदमपुर, श्री गंगानगर

                              • यह राजस्थान का पहला बायोमास ऊर्जा संयंत्र है।


                              2. खातौली (उनियारा) बायोमास ऊर्जा संयंत्र (Khatoli Biomass Energy Station)-

                              • स्थित- खातौली गाँव, उनियारा तहसील, टोंक


                              3. रंगपुर बायोमास ऊर्जा संयंत्र (Rangpur Biomass Energy Station)-

                              • स्थित- रंगपुर गाँव, लाडपुरा तहसील, कोटा


                              4. कचेला-बागसरी बायोमास ऊर्जा संयंत्र (Kchela-Baghsari Biomass Energy Station)-

                              • स्थित- कचेला-बागसरी, जालौर


                              बायोगैस ऊर्जा (Biogas Energy)-

                              • बायोगैस ऊर्जा में मुख्य स्रोत पशुओं का अपशिष्ट या गोबर (Dung of Animals) होता है।
                              • बायोगैस ऊर्जा में गैसों का मिश्रण या संगठन-
                              • (I) मिथेन (CH4)- 65%
                              • (II) कार्बन डाई ऑक्साइड (Co2)- 30%
                              • (III) हाइड्रोजन (H2)- 1.5%
                              • (IV) अन्य गैस- 3.5%


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