👉 खिलजी वंश (1290-1320 ई.)-
✍स्थापना- 1290 ई.
✍अंत- 1320 ई.
✍संस्थापक/प्रथम शासक- जलालुद्दीन खिलजी
✍अंतिम शासक- कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी
1. जलालुद्दीन खिलजी-
✍शासन काल- 1290-1296 ई.
✍उपाधि- शाइस्ता खाँ
✍जलालुद्दीन खिलजी दिल्ली सल्तनत का सबसे बुजुर्ग शासक था।
👉 क्यूमर्स-
✍यह गुलाम वंश का अंतिम शासक था जिसकी हत्या करके जलालुद्दीन खिलजी ने खिलजी वंश की स्थापना की थी।
👉 कथन-
✍जलालुद्दीन खिलजी ने यह कथन कहा था "मैं खुद एक मुस्लमान हुँ और मुस्लमान का रक्त बहाना मेरी आदत नहीं है।"
👉रणथम्भौर आक्रमण (सवाई माधोपुर)-
✍1291 ई. में जलालुद्दीन खिलजी रणथम्भौर दुर्ग पर आक्रमण करता है।
✍इस समय रणथम्भौर का शासक हम्मीर देव चौहान था।
✍जलालुद्दीन खिलजी रणथम्भौर दुर्ग के दरवाजे भी नहीं खोल पाता है। इसीलिए अपनी असफलता को यह कहते हुए छुपा लेता है की "ऐसे 100 किलों को तो मैं एक मुस्लमान की दाढ़ी के बाल के बराबर भी नहीं मानता हुँ।"
2. अलाउद्दीन खिलजी-
✍शासन काल- 1296- 1316 ई.
✍वास्तविक नाम- अली गुरुशास्प
✍उपनाम- सिकन्दर सानी/द्वितीय सिकन्दर
👉 जलालुद्दीन खिलजी-
✍ अलाउद्दीन खिलजी ने 1296 ई. में अपने चाचा जलालुद्दीन खिलजी की कड़ामानिकपुर (इलाहाबाद) नामक जगह पर हत्या करके खिलजी वंश का शासक बनता है।
👉 दक्षिण भारत-
✍दक्षिण भारत को जीतने वाला प्रथम सैनापति अलाउद्दीन खिलजी है। जिसने जलालुद्दीन खिलजी के समय दक्षिण भारत पर आक्रमण किया था।
3. शिहाबुद्दीन खिलजी-
✍1316 में बिमारी के कारण अलाउद्दीन खिलजी की मृत्यु हो जाती है जिसके बाद शिहाबुद्दीन खिलजी को खिलजी वंश का अगला शासक बनाया गया था।
4. कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी-
✍शासन काल- 1316-1320 ई.
✍उपनाम- रंगीला बादशाह
👉 खलिफा-
✍कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी दिल्ली सल्तनत का ऐसा प्रथम शासक है जिसने अपना स्वयं का खलिफा घोषित किया था।
👉 रंगीला बादशाह-
✍कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी दरबार में शराब पिकर तथा स्त्रियों के कपड़े पहन कर आता था इसीलिए इसे रंगीला बादशाह कहा जाता है।
✍स्थापना- 1290 ई.
✍अंत- 1320 ई.
✍संस्थापक/प्रथम शासक- जलालुद्दीन खिलजी
✍अंतिम शासक- कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी
1. जलालुद्दीन खिलजी-
✍शासन काल- 1290-1296 ई.
✍उपाधि- शाइस्ता खाँ
✍जलालुद्दीन खिलजी दिल्ली सल्तनत का सबसे बुजुर्ग शासक था।
👉 क्यूमर्स-
✍यह गुलाम वंश का अंतिम शासक था जिसकी हत्या करके जलालुद्दीन खिलजी ने खिलजी वंश की स्थापना की थी।
👉 कथन-
✍जलालुद्दीन खिलजी ने यह कथन कहा था "मैं खुद एक मुस्लमान हुँ और मुस्लमान का रक्त बहाना मेरी आदत नहीं है।"
👉रणथम्भौर आक्रमण (सवाई माधोपुर)-
✍1291 ई. में जलालुद्दीन खिलजी रणथम्भौर दुर्ग पर आक्रमण करता है।
✍इस समय रणथम्भौर का शासक हम्मीर देव चौहान था।
✍जलालुद्दीन खिलजी रणथम्भौर दुर्ग के दरवाजे भी नहीं खोल पाता है। इसीलिए अपनी असफलता को यह कहते हुए छुपा लेता है की "ऐसे 100 किलों को तो मैं एक मुस्लमान की दाढ़ी के बाल के बराबर भी नहीं मानता हुँ।"
2. अलाउद्दीन खिलजी-
✍शासन काल- 1296- 1316 ई.
✍वास्तविक नाम- अली गुरुशास्प
✍उपनाम- सिकन्दर सानी/द्वितीय सिकन्दर
👉 जलालुद्दीन खिलजी-
✍ अलाउद्दीन खिलजी ने 1296 ई. में अपने चाचा जलालुद्दीन खिलजी की कड़ामानिकपुर (इलाहाबाद) नामक जगह पर हत्या करके खिलजी वंश का शासक बनता है।
👉 दक्षिण भारत-
✍दक्षिण भारत को जीतने वाला प्रथम सैनापति अलाउद्दीन खिलजी है। जिसने जलालुद्दीन खिलजी के समय दक्षिण भारत पर आक्रमण किया था।
3. शिहाबुद्दीन खिलजी-
✍1316 में बिमारी के कारण अलाउद्दीन खिलजी की मृत्यु हो जाती है जिसके बाद शिहाबुद्दीन खिलजी को खिलजी वंश का अगला शासक बनाया गया था।
4. कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी-
✍शासन काल- 1316-1320 ई.
✍उपनाम- रंगीला बादशाह
👉 खलिफा-
✍कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी दिल्ली सल्तनत का ऐसा प्रथम शासक है जिसने अपना स्वयं का खलिफा घोषित किया था।
👉 रंगीला बादशाह-
✍कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी दरबार में शराब पिकर तथा स्त्रियों के कपड़े पहन कर आता था इसीलिए इसे रंगीला बादशाह कहा जाता है।