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भारत में कृषि के प्रकार

👉कृषि के प्रकार-
1एपीकल्चरमधुमक्खी पालन
2सेरीकल्चररेशम कीट पालन
3पिसीकल्चरमत्स्य/ मछली पालन
4विटीकल्चरअंगूरों की कृषि
5वर्मीकल्चरकेंचुए का पालन
6होर्टीकल्चरउद्यान/ बागवानी कृषि
👉केंचुआ-
➯पृथ्वी पर प्राकृतिक या जैविक खाद का सबसे अच्छा स्त्रोत केंचुए को ही माना जाता है इसीलिए केंचुए को किसान का मित्र तथा पृथ्वी का पुत्र भी कहते है।

👉बाॅम्बिक्स मोराई-
➯बाॅम्बिक्स मोराई नामक कीट से रेशम प्राप्त होता है।

👉लेसिफर लक्का-
➯लेसिफर लक्का नामक कीट से लाख प्राप्त होता है जिससे लाख के खिलोने तथा चूड़ियाँ बनायी जाती है।

👉एपिस डोरसेटा-
➯एपिस डोरसेटा मधुमक्खी डंक मारने वाली मधुमक्खी होती है।

👉रानी मधुमक्खी-
➯रानी मधुमक्खी केवल सहद देती है।

👉झूमिंग कृषि-
➯झूमिंग कृषि पर्यावरण के लिए हानिकारक मानी जाती है इसीलिए झूमिंग कृषि पुर्णतः प्रतिबंधित कृषि है।
➯झूमिंग कृषि पहाड़ों में स्थान बदल बदल कर की जाती है इसीलिए इसे स्थानान्तरित कृषि भी कहते है।
➯भारत में झूमिंग कृषि मुख्यतः उत्तरी-पूर्वी राज्यों जैसे- असोम, नागालैंड, मणिपुर आदि में की जाती है।

👉झूमिंग कृषि के उपनाम या अन्य नाम-

👉दाजिया/वालरा/चिमाता कृषि-
➯राजस्थान में झूमिंग कृषि को दाजिया/ वालरा/ चिमाता कृषि के नाम से जाना जाता है।

👉झूमिंग/ झुम कृषि-
➯असोम या पूर्वी राज्यों में झूमिंग कृषि को झुम कृषि / झूमिंग के नाम से जाना जाता है।

👉ओणम कृषि-
➯केरल तथा कर्नाटक में झूमिंग कृषि को ओणम कृषि के नाम से जाना जाता है।

👉तुंग्या/ टुंग्या कृषि-
➯म्यामार में झूमिंग कृषि को तुंग्या कृषि के नाम से जाना जाता है।

👉चेना कृषि-
➯श्रीलंका में झूमिंग कृषि को चेना कृषि के नाम से जाना जाता है।

👉मिल्पा कृषि-
➯मैक्सिको (अमेरिका) में झूमिंग कृषि को मिल्पा कृषि के नाम से जाना जाता है।

👉रोका कृषि-
➯ब्राजील में झूमिंग कृषि को रोका कृषि के नाम से जाना जाता है।

👉लदांग कृषि-
➯इंडोनेशिया तथा मलेशिया में झूमिंग कृषि को लदांग के नाम से जाना जाता है।

👉फसलों के प्रकार-
1. रबी की फसल
2. खरीफ की फसल
3. जायद की फसल

1. रबी की फसल-
➯रबी की फसल का समय मुख्यतः अक्टूबर में बोकर अप्रैल तक काट ली जाती है।
➯गेहूं, चना, मटर, सरसों, राई आदि रबी फसले  सिंचाई से तैयार होने वाली फसले है।

2. खरीफ की फसल-
➯खरीफ की फसल का समय मुख्यतः जुलाई में बोकर अक्टूबर तक काट ली जाती है।
➯चावल, ज्वार, बाजरा, मक्का, जूट, मूंगफली, कपास, सन, तंबाकू आदि फसले खरीफ की फसले है।

3. जायद की फसल-
➯जायद की फसल का समय मुख्यतः मार्च में बोकर जून तक काट ली जाती है।
➯सब्जिया, तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, खीरा, करेला आदि फसले जायद की फसले है।

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