पुष्कर झील (पुष्कर, अजमेर, राजस्थान)-
➧पुष्कर झील राजस्थान राज्य के अजमेर जिले की पुष्कर नामक जगह पर स्थित है।
➧पुष्कर झील राजस्थान की सबसे प्राचीन झील है।
➧पुष्कर झील प्राकृतिक झील है।
➧पुष्कर झील राजस्थान की सबसे पवित्र झील मानी जाती है।
➧पुष्कर झील राजस्थान की सबसे प्रदूषित झील भी मानी जाती है।
➧राजस्थान की सबसे बड़ी प्राकृतिक मीठे पानी की झील भी पुष्कर झील है।
पुष्कर झील के पास स्थित घाट-
➧पुष्कर झील के पास कुल 52 घाट स्थित है।
➧पुष्कर झील के पास स्थित 52 घाटों में से पहले घाट का निर्माण मंडोर के शासक नरहरि राव ने करवाया था।
पुष्कर झील के पास स्थित 52 घाटों में से प्रसिद्ध घाट-
1. महात्मा गांधी घाट या गौ घाट
2. मेरी जनाना घाट
1. महात्मा गांधी घाट या गौ घाट-
➧पुष्कर झील के पास स्थित 52 घाटों में से गौ घाट सबसे बड़ा घाट माना जाता है।
➧गौ घाट को ही महात्मा गांधी घाट के नाम से जाना जाता है क्योकी महात्मा गांधी की अस्थियां पुष्कर झील के गौ घाट में विसर्जित की गई थी।
➧महात्मा गांधी की हत्या 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे के द्वारा दो गोलियां मारकर की गई थी।
2. मेरी जनाना घाट-
➧सन् 1911 में भारत में दिल्ली दरबार का आयोजन किया गया था जिसमें इंग्लैंड की महारानी मेरी यह घोषणा करने के लिए आयी थी की 1 अप्रेल 1912 तक भारत की राजधानी कलकत्ता (नया नाम कोलकाता) से दिल्ली स्थानानतरित कर दी जायेगी।
➧सन् 1911 के इसी दिल्ली दरबार के दौरान महारानी मेरी ने राजस्थान के अजमेर जिले की पुष्कर नामक जगह पर स्थित पुष्कर झील का दर्शन किया था इसीलिए इसी लिए इस घाट को मेरी जनाना घाट के नाम से जाना जाता है।
कार्तिक पूर्णिमा-
➧पुष्कर झील के पास प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन मेले का आयोजन किया जाता है।
➧कार्तिक पूर्णिमा के दिन पुष्कर झील के पास भरने वाला मेला राजस्थान का सबसे रंगीन मेला माना जाता है।
➧पुष्कर झील के पास भरने वाले इस मेले में नागौरी ऊंटो की बिक्री के लिए प्रसिद्ध है।
ब्रह्मा जी का मंदिर (पुष्कर, अजमेर जिला, राजस्थान)-
➧भारत का पहला ब्रह्मा जी का मंदिर पुष्कर झील के किनारे स्थित है।
➧ब्रह्मा जी की पत्नी सावित्रि देवी का मंदिर भी पुष्कर झील के किनारे स्थित है।
➧ब्रह्मा जी तथा उनकी पत्नी सावित्रि देवी के मंदिर का निर्माण शंकराचार्य के द्वारा करवाया गया था।
पुष्कर झील के उपनाम या अन्य नाम-
1. कोंकण तीर्थ
2. तीर्थ स्थलों का मामा
3. बावन घाट
4. मंदिरों की नगरी
5. प्रयागराज का गुरु
6. हिन्दुओं का पांचवा तीर्थ स्थल
1. कोंकण तीर्थ (पुष्कर झील, पुष्कर, अजमेर, राजस्थान)-
➧पुष्कर झील को कोंकण तीर्थ के नाम से भी जाना जाता है।
2. तीर्थ स्थलों का मामा (पुष्कर झील, पुष्कर, अजमेर, राजस्थान)-
➧पुष्कर झील को तीर्थ स्थलों का माम भी कहते है।
3. बावन घाट (पुष्कर झील, पुष्कर, अजमेर, राजस्थान)-
➧पुष्कर झील को बावन घाट के नाम से भी जाना जाता है।
4. मंदिरों की नगरी (पुष्कर झील, पुष्कर, अजमेर, राजस्थान)-
➧पुष्कर झील को मंदिरों की नगरी भी कहते है।
5. प्रयागराज का गुरु (पुष्कर झील, पुष्कर, अजमेर, राजस्थान)-
➧पुष्कर झील को प्रयागराज का गुरु भी कहते है।
6. हिन्दुओं का पांचवा तीर्थ स्थल (पुष्कर झील, पुष्कर, अजमेर, राजस्थान)-
➧पुष्कर झील को हिन्दुओं का पांचवा तीर्थ स्थल भी माना जाता है।
➧पुष्कर झील राजस्थान राज्य के अजमेर जिले की पुष्कर नामक जगह पर स्थित है।
➧पुष्कर झील राजस्थान की सबसे प्राचीन झील है।
➧पुष्कर झील प्राकृतिक झील है।
➧पुष्कर झील राजस्थान की सबसे पवित्र झील मानी जाती है।
➧पुष्कर झील राजस्थान की सबसे प्रदूषित झील भी मानी जाती है।
➧राजस्थान की सबसे बड़ी प्राकृतिक मीठे पानी की झील भी पुष्कर झील है।
पुष्कर झील के पास स्थित घाट-
➧पुष्कर झील के पास कुल 52 घाट स्थित है।
➧पुष्कर झील के पास स्थित 52 घाटों में से पहले घाट का निर्माण मंडोर के शासक नरहरि राव ने करवाया था।
पुष्कर झील के पास स्थित 52 घाटों में से प्रसिद्ध घाट-
1. महात्मा गांधी घाट या गौ घाट
2. मेरी जनाना घाट
1. महात्मा गांधी घाट या गौ घाट-
➧पुष्कर झील के पास स्थित 52 घाटों में से गौ घाट सबसे बड़ा घाट माना जाता है।
➧गौ घाट को ही महात्मा गांधी घाट के नाम से जाना जाता है क्योकी महात्मा गांधी की अस्थियां पुष्कर झील के गौ घाट में विसर्जित की गई थी।
➧महात्मा गांधी की हत्या 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे के द्वारा दो गोलियां मारकर की गई थी।
2. मेरी जनाना घाट-
➧सन् 1911 में भारत में दिल्ली दरबार का आयोजन किया गया था जिसमें इंग्लैंड की महारानी मेरी यह घोषणा करने के लिए आयी थी की 1 अप्रेल 1912 तक भारत की राजधानी कलकत्ता (नया नाम कोलकाता) से दिल्ली स्थानानतरित कर दी जायेगी।
➧सन् 1911 के इसी दिल्ली दरबार के दौरान महारानी मेरी ने राजस्थान के अजमेर जिले की पुष्कर नामक जगह पर स्थित पुष्कर झील का दर्शन किया था इसीलिए इसी लिए इस घाट को मेरी जनाना घाट के नाम से जाना जाता है।
कार्तिक पूर्णिमा-
➧पुष्कर झील के पास प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन मेले का आयोजन किया जाता है।
➧कार्तिक पूर्णिमा के दिन पुष्कर झील के पास भरने वाला मेला राजस्थान का सबसे रंगीन मेला माना जाता है।
➧पुष्कर झील के पास भरने वाले इस मेले में नागौरी ऊंटो की बिक्री के लिए प्रसिद्ध है।
ब्रह्मा जी का मंदिर (पुष्कर, अजमेर जिला, राजस्थान)-
➧भारत का पहला ब्रह्मा जी का मंदिर पुष्कर झील के किनारे स्थित है।
➧ब्रह्मा जी की पत्नी सावित्रि देवी का मंदिर भी पुष्कर झील के किनारे स्थित है।
➧ब्रह्मा जी तथा उनकी पत्नी सावित्रि देवी के मंदिर का निर्माण शंकराचार्य के द्वारा करवाया गया था।
पुष्कर झील के उपनाम या अन्य नाम-
1. कोंकण तीर्थ
2. तीर्थ स्थलों का मामा
3. बावन घाट
4. मंदिरों की नगरी
5. प्रयागराज का गुरु
6. हिन्दुओं का पांचवा तीर्थ स्थल
1. कोंकण तीर्थ (पुष्कर झील, पुष्कर, अजमेर, राजस्थान)-
➧पुष्कर झील को कोंकण तीर्थ के नाम से भी जाना जाता है।
2. तीर्थ स्थलों का मामा (पुष्कर झील, पुष्कर, अजमेर, राजस्थान)-
➧पुष्कर झील को तीर्थ स्थलों का माम भी कहते है।
3. बावन घाट (पुष्कर झील, पुष्कर, अजमेर, राजस्थान)-
➧पुष्कर झील को बावन घाट के नाम से भी जाना जाता है।
4. मंदिरों की नगरी (पुष्कर झील, पुष्कर, अजमेर, राजस्थान)-
➧पुष्कर झील को मंदिरों की नगरी भी कहते है।
5. प्रयागराज का गुरु (पुष्कर झील, पुष्कर, अजमेर, राजस्थान)-
➧पुष्कर झील को प्रयागराज का गुरु भी कहते है।
6. हिन्दुओं का पांचवा तीर्थ स्थल (पुष्कर झील, पुष्कर, अजमेर, राजस्थान)-
➧पुष्कर झील को हिन्दुओं का पांचवा तीर्थ स्थल भी माना जाता है।