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भारत का सामान्य परिचय (General Introduction of India)

भारत का सामान्य परिचय (General Introduction of India)- भारत का भूगोल

  • भारत उत्तरी तथा पूर्वी गोलार्द्ध में स्थित दक्षिण एशिया (South Asia) का प्रमुख देश है।
  • भारत की आकृति चतुष्कोणीय है। (Shape of India- Quadrangular)

  • भारत का अक्षांशीय एवं देशांतरीय विस्तार 30 डिग्री का है। परन्तु उत्तर से दक्षिण तक की दूरी (3214 किलोमीटर) पूर्व से पश्चिम की दूरी (2933 किलोमीटर) से अधिक है क्योंकि अक्षांशों के बीच समान दूरी बनी रहती है। परन्तु ध्रुवों की ओर जाने पर देशांतरों के बीच की दूरी कम हो जाती है।


भारत का आकार (Size of India)-

  • (I) क्षेत्रफल (Area)-
    • भारत का कुल क्षेत्रफल निम्नलिखित है।-
      • 32,87,263 वर्ग किलोमीटर (32,87,263 Square km/ km²)
      • 32.87 लाख वर्ग किलोमीटर (32.87 Lakh Square km/ km²)
      • 3.287 मिलियन वर्ग किलोमीटर (3.287 Million Square km/ km²)
      • 328.7 मिलियन हेक्टर (328.7 Million Hectare)
    • भारत विश्व के कुल क्षेत्रफल के 2.4% भाग पर फेला हुआ है।
    • क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का विश्व में 7वां स्थान है।

    • नये आंकड़ों के अनुसार भारत का कुल क्षेत्रफल 32,87,469 वर्ग किलोमीटर है।

    • भारत के क्षेत्रफल के पूराने व नये आंकड़ों में 206 वर्ग किलोमीटर का अंतर है।

  • (II) जनसंख्या (Population)-
    • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की कुल जनसंख्या 121 करोड़ है।
    • भारत की जनसंख्या विश्व की कुल जनसंख्या का 17.5% है।
    • जनसंख्या की दृष्टि से भारत का विश्व में दूसरा स्थान है।


विश्व के 7 बड़े देश (क्षेत्रफल की दृष्टि से)-

  • जनसंख्या की दृष्टि से विश्व के 7 बड़े देश क्रमशः
    • 1. रूस (Russia)- 17.09 million km²
    • 2. कनाडा (Canada)- 9.98 million km²
    • 3. अमेरिका (USA)- 9.62 million km²
    • 4. चीन (China)- 9.59 million km²
    • 5. ब्राजील (Brazil)- 8.51 million km²
    • 6. ऑस्ट्रेलिया (Australia)- 7.69 million km²
    • 7. भारत (India)- 3.28 million km²

भारत का अक्षांशीय व देशांतरीय मान (Latitude and Longitude Values of India)-

  • भारत के उत्तरी बिंदू या छोर का मान 37°6' उत्तरी अक्षांश है।
  • भारत के दक्षिणी बिंदू या छोर का मान 8°4' उत्तरी अक्षांश है।
  • भारत के दक्षिणतम बिंदू या छोर का मान 6°45' उत्तरी अक्षांश है।
  • भारत के पूर्वी बिंदू या छोर का मान 97°25' पूर्वी देशांतर है।
  • भारत के पश्चिमी बिंदू या छोर का मान 68°7' पूर्वी देशांतर है।


भारत का अक्षांशीय एवं देशांतरीय विस्तार (Latitude and Longitude Extension of India)-

  • भारत का अक्षांशीय विस्तार 8°4' उत्तरी अक्षांश से लेकर 37°6' उत्तरी अक्षांश तक है।
  • भारत का देशांतरीय विस्तार 68°7' पूर्वी देशांतर से लेकर 97°25' पूर्वी देशांतर तक है।
  • भारत के उत्तरी बिंदू (37°6') से दक्षिणी बिंदू (8°4') के मध्य 30° का अंतर है।
  • भारत के पूर्वी बिंदू (97°25') से पश्चिमी बिंदू (68°7') के मध्य 30° का अंतर है।


भारत का विस्तार (Extension of India)-

  • (I) भारत का उत्तरी बिंदू या छोर इंदिरा कॉल (Indira Col) है।
  • (II) भारत का दक्षिणी बिंदू या छोर (मुख्य भूमि) तमिलनाडु के कन्याकुमारी (Kanyakumari)/ कोमोरिन अंतरीप (Cape Comorin) में स्थित है।
  • (III) भारत का दक्षिणतम बिंदू या छोर इंदिरा पॉइंट (Indira Point) है।
  • (IV) भारत का पूर्वी बिंदू या छोर किबिथू गाँव या वॉलोग, अनजाव जिला, अरुणाचल प्रदेश में स्थित है।
  • (V) भारत का पश्चिमी बिंदू या छोर गुहार मोती गाँव, कच्छ जिला (सर क्रीक), गुजरात में स्थित है।


भारत की लम्बाई और चौड़ाई (Length and Breadth of India)-

  • उत्तर (37°6') से दक्षिण (8°4') तक भारत की कुल लम्बाई 3214 किलोमीटर है।
  • पूर्व (97°25') से पश्चिम (68°7') तक भारत की कुल चौड़ाई 2933 किलोमीटर है।
  • भारत की लम्बाई (3214 km) और चौड़ाई (2933 km) में 281 किलोमीटर का अंतर है।


इंदिरा पॉइंट (Indira Point)-

  • भारत का दक्षिणतम बिंदु या छोर इंदिरा पॉइंट (Indira Point) है।
  • इंदिरा पॉइंट का मान 6°45' उत्तरी अक्षांश है।
  • इंदिरा पॉइंट के अन्य नाम-
    • (I) पारसन पॉइंट (Parson Point)
    • (II) पिग्मेलियन पॉइंट (Pygmalion Point)
    • (III) ला हिचिंग पॉइंट (La Hi Ching Point)
  • इस बिंदू का वर्तमान नाम इंदिरा पॉइंट है।


अक्षांशीय विस्तार का प्रभाव (Impact of Latitudinal Extension)-

  • भारत का अक्षांशीय विस्तार (Latitudinal Extension) 30 डिग्री का है। जिसके कारण भारत में जलवायु (Climate), मृदा (Soil) एवं वनस्पति (Vegetation) से संबंधि विविधता पायी जाती है।
  • कर्क रेखा (Tropic of Cancer) भारत के मध्य भाग से गुजरती है तथा भारत को दो प्रमुख जलवायु क्षेत्रों में विभाजित करती है। जैसे-
  • (I) उत्तरी भाग- उत्तर भारत उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्र (Subtropical Zone) या कोष्ण शीतोष्ण कटिबंधीय क्षेत्र (Warm Temperate Zone) में स्थित है।
  • (II) दक्षिणी भाग- दक्षिण भारत उष्ण कटिबंधीय क्षेत्र (Tropical Zone) में स्थित है।
  • कर्क रेखा भारत के 8 राज्यों से गुजरती है। जैसे-
    • 1. गुजरात (Gujarat)
    • 2. राजस्थान (Rajasthan)
    • 3. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)
    • 4. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)
    • 5. झारखंड (Jharkhand)
    • 6. पश्चिम बंगाल (West Bengal)
    • 7. त्रिपुरा (Tripura)
    • 8. मिजोरम (Mizoram)
  • उपर्युक्त राज्यों से कर्क रेखा क्रमशः पश्चिम से पूर्व की ओर गुजरती है।


कर्क रेखा के पास स्थित राजधानियाँ (Capital Cities Close to Tropic of Cancer)-

  • कर्क रेखा का मान = 23.50° N या 23½° N या 23°30' N
  • कर्क रेखा के पास स्थित निकटतम राजधानियाँ (बढ़ते क्रम में)-
    • 1. रांची (Ranchi)- 23.34° N (सबसे निकटतम राजधानी)
    • 2. आईजॉल (Aizawl)- 23.72° N
    • 3. भोपाल (Bhopal)- 23.72° N
    • 4. गांधीनगर (Gandhinagar)- 23.22° N
    • 5. अगरतला (Agartala)- 23.83° N


1. रांची (Ranchi)-

  • रांची भारत के झारखंड राज्य की राजधानी है।
  • रांची का अक्षांशीय मान 23.34° उत्तरी अक्षांश है।
  • रांची की कर्क रेखा से अक्षांशीय दूरी 0.16° है। अर्थात् कर्क रेखा तथा रांची के मध्य 0.16° का अंतर है।


2. आईजोल (Aizawl)-

  • आईजोल भारत के मिजोरम राज्य की राजधानी है।
  • आईजोल का अक्षांशीय मान 23.72° उत्तरी अक्षांश है।
  • आईजोल की कर्क रेखा से अक्षांशीय दूरी 0.22° है। अर्थात् कर्क रेखा तथा आईजोल के मध्य 0.22° का अंतर है।


3. भोपाल (Bhopal)-

  • भोपाल भारत के मध्य प्रदेश राज्य की राजधानी है।
  • भोपाल का अंक्षाशीय मान 23.72° उत्तरी अक्षांश है।
  • भोपाल की कर्क रेखा से अक्षांशीय दूरी 0.25° है। अर्थात् कर्क रेखा तथा आईजोल के मध्य 0.25° का अंतर है।


4. गांधीनगर (Gandhinagar)-

  • गांधीनगर भारत के गुजरात राज्य की राजधानी है।
  • गांधीनगर का अक्षांशीय मान 23.22° उत्तरी अक्षांश है।
  • गांधीनगर की कर्क रेखा से अक्षांशीय दूरी 0.28° है। अर्थात् कर्क रेखा तथा गांधीनगर के मध्य 0.28° का अंतर है।


5. अगरतला (Agartala)-

  • अगरतला भारत के त्रिपुरा राज्य की राजधानी है।
  • अगरतला का अक्षांशीय मान 23.83° उत्तरी अक्षांश है।
  • अगरतला की कर्क रेखा से अक्षांशीय दूरी 0.33° है। अर्थात् कर्क रेखा तथा अगरतला के मध्य 0.33° का अंतर है।


कर्क रेखा के पास स्थित शहर (Cities Close to Tropic of Cancer)-

  • कर्क रेखा के पास स्थित शहर (बढ़ते क्रम में)
  • 1. उदयपुर (Udaipur)- त्रिपुरा (Tripura) (उदयपुर का अक्षांशीय मान- 23.53° N)
  • 2. अहमदाबाद (Ahmedabad)- गुजरात (Gujarat)
  • 3. उज्जैन (Ujjain), जबलपुर (Jabalpur), शाहडौल (Shahdol)- मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)
  • 4. अम्बिकापुर (Ambikapur)- छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)
  • 5. हुगली (Hooghly)- पश्चिम बंगाल (West Bengal)
  • 6. बांसवाड़ा (Banswara)- राजस्थान (Rajasthan)


विशेष-

  • त्रिपुरा का उदयपुर शहर कर्क रेखा के सबसे निकटतम स्थित शहर है। परन्तु उदयपुर राज्य की राजधानी नहीं है। अर्थात् कर्क रेखा के सबसे निकटतम स्थित शहर त्रिपुरा का उदयपुर शहर है। तथा कर्क रेखा के सबसे निकटतम स्थित राजधानी रांची (झारखंड) है।
  • त्रिपुरा के उदयपुर शहर तथा रांची में से कर्क रेखा के सबसे सबसे निकट उदयपुर शहर है।


देशांतरीय विस्तार का प्रभाव (Impact of Longitudinal Extension)-

  • नैनी या मिर्जापुर या प्रयागराज से 82.50 डिग्री गुजरता है।


मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़-

  • मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ भारत के दो ऐसे राज्य है जिनमें से कर्क रेखा तथा 82½° पूर्वी देशांतर दोनों रेखाएं गुजरती है।


    देशांतरीय विस्तार का प्रभाव (Impact of Longitudinal Extension)-

    • भारत का देशांतरीय विस्तार 30 डिग्री (30°) का है। इसीलिए भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में पश्चिमी राज्यों की तुलना में 2 घंटे पहले सूर्योदय (Sunrise) होता है।
    • भारत के मानक समय (Indian Standard Time- IST) का निर्धारण 82½° या 82.50° या 82°30' पूर्वी देशांतर के आधार पर किया गया है।
    • 82½° या 82.50° या 82°30' पूर्वी देशांतर प्रयागराज के निकट मिर्जापुर (नैनी) से गुजरता है।
    • 82½° पूर्वी देशांतर भारत के 5 राज्यों से गुजरता है। जैसे-
      • 1. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)
      • 2. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)
      • 3. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)
      • 4. ओडिशा (Odisha)
      • 5. आंध्रप्रदेश (Andhra Pradesh)
    • उपर्युक्त राज्यों से 82½° पूर्वी देशांतर रेखा क्रमशः उत्तर से दक्षिण के ओर गुजरती है।
    • कर्क रेखा तथा 82½° पूर्वी देशांतर आपस में छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले (Korea District) में मिलते हैं या एक दूसरे को काटते हैं।
    • भारत का मानक समय ग्रीनवित समय (Greenwich Mean Time- GMT) से 5 घंटे 30 मिनट आगे है।


    भारत की सीमा (Border of India)-

    • भारत की सीमा का दो भागों में विभाजित किया गया है। जैसे-
      • 1. स्थलीय सीमा (Land Border)
      • 2. तटीय सीमा या जलीय सीमा (Coastline)


    1. स्थलीय सीमा (Land Border)-

    • भारत की स्थलीय सीमा की कुल लम्बाई 15106.7 किलोमीटर है।
    • NCERT के अनुसार भारत की स्थलीय सीमा की कुल लम्बाई 15200 किलोमीटर है।
    • भारत की स्थलीय सीमा (15106.7 km) कुल 7 देशों के साथ लगती है। जैसे-
      • (I) बांग्लादेश (Bangladesh)
      • (II) चीन (China)
      • (III) पाकिस्तान (Pakistan) 
      • (IV) नेपाल (Nepal)
      • (V) म्यांमार (Myanmar) या बर्मा (Burma)
      • (VI) भूटान (Bhutan)
      • (VII) अफगानिस्तान (Afghanistan)


    (I) बांग्लादेश (Bangladesh)-

    • भारत तथा बांग्लादेश के मध्य कुल 4096.7 किलोमीटर लम्बी स्थलीय सीमा लगती है।
    • बांग्लादेश के साथ भारत के कुल 5 राज्य स्थलीय सीमा बनाते हैं। जैसे-
      • (A) पश्चिम बंगाल (West Bengal)
      • (B) असम (Assam)
      • (C) मेघालय (Meghalaya)
      • (D) त्रिपुरा (Tripura)
      • (E) मिजोरम या मिझोरम (Mizoram)


    (II) चीन (China)-

    • भारत तथा चीन के मध्य कुल 3488 किलोमीटर लम्बी स्थलीय सीमा लगती है।
    • चीन के साथ भारत के कुल 5 राज्य स्थलीय सीमा बनाते हैं। जैसे-
      • (A) लद्दाख (Ladakh)
      • (B) हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh)
      • (C) उत्तराखंड (Uttarakhand)
      • (D) सिक्किम (Sikkim)
      • (E) अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh)


    (III) पाकिस्तान (Pakistan)-

    • भारत तथा पाकिस्तान के मध्य कुल 3323 किलोमीटर लम्बी स्थलीय सीमा लगती है।
    • पाकिस्तान के साथ भारत के कुल 5 राज्य स्थलीय सीमा बनाते हैं। जैसे-
      • (A) गुजरात (Gujarat)
      • (B) राजस्थान (Rajasthan)
      • (C) पंजाब (Panjab)
      • (D) जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir)
      • (E) लद्दाख (Ladakh)


    (IV) नेपाल (Nepal)-

    • भारत तथा नेपाल के मध्य कुल 1751 किलोमीटर लम्बी स्थलीय सीमा लगती है।
    • नेपाल के साथ भारत के कुल 5 राज्य स्थलीय सीमा बनाते हैं। जैसे-
      • (A) उत्तराखंड (Uttarakhand)
      • (B) उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)
      • (C) बिहार (Bihar)
      • (D) पश्चिम बंगाल (West Bengal)
      • (E) सिक्किम (Sikkim)


    (V) म्यांमार (Myanmar) या बर्मा (Burma)-

    • म्यांमार का पूरा नाम बर्मा था।
    • भारत तथा म्यांमार के मध्य कुल 1643 किलोमीटर लम्बी स्थलीय सीमा लगती है।
    • म्यांमार के साथ भारत के कुल 4 राज्य स्थलीय सीमा बनाते हैं। जैसे-
      • (A) अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh)
      • (B) नागालैंड (Nagaland)
      • (C) मणिपुर (Manipur)
      • (D) मिजोरम या मिझोरम (Mizoram)


    (VI) भूटान (Bhutan)-

    • भारत तथा भूटान के मध्य कुल 699 किलोमीटर लम्बी स्थलीय सीमा लगती है।
    • भूटान के साथ भारत के कुल 4 राज्य स्थलीय सीमा बनाते हैं। जैसे-
      • (A) सिक्किम (Sikkim)
      • (B) पश्चिम बंगाल (West Bengal)
      • (C) असम (Assam)
      • (D) अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh)


    (VII) अफगानिस्तान (Afghanistan)-

    • भारत तथा अफगानिस्तान के मध्य कुल 106 किलोमीटर लम्बी स्थलीय सीमा लगती है।
    • अफगानिस्तान के साथ भारत का कुल 1 राज्य स्थलीय सीमा बनाता है। जैसे-
      • (A) लद्दाख (Ladakh)


    2. तटीय सीमा या जलीय सीमा (Coastline)-

    • भारत की तटीय सीमा या जलीय सीमा हिन्द महासागर के साथ लगती है।
    • भारत की तटीय सीमा या जलीय सीमा की लम्बाई 7516.6 किलोमीटर है।
    • तटीय सीमा को दो भागों में विभाजित किया गया है। जैसे-
      • (I) मुख्य भू-भाग (Mainland)
      • (II) द्वीप (Island)


    (I) मुख्य भू-भाग (Mainland)-

    • भारत की तटीय सीमा में मुख्य भू-भाग की सीमा की कुल लम्बाई 5422.6 किलोमीटर है।

    • NCERT के अनुसार मुख्य भू-भाग की सीमा की लम्बाई 6100 किलोमीटर है।


    (II) द्वीप (Island)-

    • भारत की तटीय सीमा में द्वीप की सीमा की कुल लम्बाई 2094 किलोमीटर है।


    भारत की सीमाओं के नाम (Names of Borders of India)-

    • (I) डूरण्ड रेखा (Durand Line)
    • (II) रैडक्लिफ रेखा (Radcliffe Line)
    • (III) मैकमहोन रेखा (MacMahon Line)


    (I) डूरण्ड रेखा (Durand Line)-

    • भारत तथा अफगानिस्तान (Afghanistan) के मध्य लगने वाली सीमा को डूरण्ड रेखा के नाम से जाना जाता है।


    (II) रैडक्लिफ रेखा (Radcliffe Line)-

    • भारत तथा पाकिस्तान के मध्य लगने वाली सीमा को रैडक्लिफ रेखा के नाम से जाना जाता है।
    • भारत तथा बांग्लादेश के मध्य लगने वाली सीमा को रैडक्लिफ रेखा के नाम से जाना जाता है।

    • भारत तथा बांग्लादेश के मध्य लगने वाली सीमा (रैडक्लिफ रेखा) को जीरो लाइन (Zero Line) भी कहा जाता है।

    • रैडक्लिफ रेखा पाकिस्तान तथा बांग्लादेश दो देशों के साथ लगती है।


    (III) मैकमहोन रेखा (MacMahon Line)-

    • भारत तथा चीन (तिब्बत) के बीत लगने वाली सीमा को मैकमहोन रेखा या मेकमोहन रेखा के नाम से जाना जाता है।


    तटीय सीमा (Coastline)-

    • भारत में सबसे लम्बी तटरेखा (Longest Coastline) अंडमान निकोबार (Andaman Nicobar) की है।
    • भारत में सबसे छोटी तटरेखा (Smallest Coastline) दमन दीव (Daman and Diu) की है।
    • भारत में मुख्य भू-भाग (Mainland) में सबसे लम्बी तटरेखा (Longest Coastline) गुजरात (Gujarat) की है।
    • भारत में सबसे छोटी तटरेखा गोवा (Goa) की है। अर्थात् राज्यों में सबसे छोटी तटरेखा गोवा की है।


    सागरीय विस्तार (Sea Extension)-

    • संयुक्त राष्ट्र का समुद्री कानूनों से संबधित सम्मेलन 1982 (United Nation Convention on the Law of the Sea -UNCLOS)
    • किसी भी देश का सागरीय विस्तार कितना होगा इसका निर्धारण संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून संधि (United Nations Convention on the Laws of the Sea- UNCLOS) में सन् 1982 में हुआ था। 
    • अंकलोस (UNCLOS) समुद्र के कानून पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन है।
    • सागरीय विस्तार को नॉटिकल मीट (Nautical Mile) या समुद्री मील में दर्शाया जाता है।
    • 1 नॉटिकल मील (Nautical Mile- NM) या समुद्री मील = 1.852 किलोमीटर


    भारत का सागरीय विस्तार (Sea Extension of India)-

    • 1. आंतरिक जल (Internal Waters)
    • 2. सीमावर्ती सागर (Territorial Sea)
    • 3. संलग्न क्षेत्र (Contiguous Sea)
    • 4. अनन्य आर्थिक क्षेत्र (Exclusive Economic Zone- EEZ)
    • 5. उच्च सागर (High Sea)


    1. आंतरिक जल (Internal Waters)- 

    • सागरीय विस्तार की आधार रेखा (Base Line) से भारत की जमीनी सीमा के मध्य स्थित जल को ही आंतरिक जल कहा जाता है।

    • आंतरिक जल पर भारत का पूर्ण सम्प्रभुत्व है।


    2. सीमावर्ती सागर (Territorial Sea)-

    • समुद्र में आधार रेखा से 12 नॉटिकल मील (Nautical Mile- NM) की दूरी तक के क्षेत्र को सीमावर्ती सागर कहा जाता है।

    • सीमावर्ती सागर पर भारत का एकाधिकार है परन्तु निर्दोश गमन (Innocent Passage) की अनुमती है।


    3. संलग्न क्षेत्र (Contiguous Sea)-

    • समुद्र में आधार रेखा से 24 नॉटिकल मील (Nautical Mile- NM) की दूरी तक के क्षेत्र को संलग्न क्षेत्र कहा जाता है।

    • संलग्न क्षेत्र पर भारत का वित्तीय अधिकार है। जैसे सीमा शुल्क वसूली आदि अर्थात् संलग्न क्षेत्र में भारत सीमा शुल्क वसूल कर सकता है।


    4. अनन्य आर्थिक क्षेत्र (Exclusive Economic Zone- EEZ)-

    • समुद्र में आधार रेखा से 200 नॉटिकल मील (Nautical Mile- NM) की दूरी तक के क्षेत्र को अनन्य आर्थिक क्षेत्र कहा जाता है।

    • अनन्य आर्थिक क्षेत्र पर भारत को संसाधन के विदोहन (Access Resources), नए द्वीप निर्माण (Built Artificial Islands) एवं वैज्ञानिक अनुसंधान (Conduct Scientific Research) के अधिकार है।


    5. उच्च सागर (High Sea)-

    • समुद्र में 200 नॉटिकल मील (Nautical Mile- NM) की दूरी से आगे के क्षेत्र को उच्च सागर कहा जाता है।

    • उच्च सागर किसी भी राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से परे है। अर्थात् उच्च सागर में किसी भी देश का कोई अधिकार नहीं है।


    थालवेग सिद्धांत (Thalweg Principle/ Thalweg Doctrine)-

    • थालवेग सिद्धांत के अनुसार दो देशों के बीच स्थित जलराशि के सबसे गहरे भाग वाले क्षेत्र में दोनों देशों की जलीय सीमा निर्धारित की जाती है।


    तटरेखा के लाभ (Benefits of Coastline)-

    • तटरेखा भारत को उपमहाद्वीप (Subcontinent) की संज्ञा दिलाती है।
    • तटरेखा का जलवायु (Climate) पर प्रभाव रहता है। तटरेखा के कारण वर्षा प्राप्त होती है तथा दक्षिण भारत में समकारी जलवायु (Moderate Climate) पायी जाती है।
    • तटरेखा के कारण अंतर्राष्ट्रीय व्यापार (Trade) संभव हो पाता है।
    • तटरेखा भारत को अन्य देशों संपर्क (Connectivity) साधने में सहायता करती है।
    • तटरेखा पर्यटन (Tourism) की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
    • तटरेखा के कारण महासागरीय संसाधन (Oceanic Resources) प्राप्त होते हैं।
    • तटरेखा सुरक्षा (Security) एवं सामरिक (Strategic) दृष्टि से महत्वपूर्ण है।


    तटरेखा के नकारात्मक प्रभाव (Negative Impact of Coastline)-

    • तटरेखा के कारण सुनामी (Tsunami), चक्रवात (Cyclone) एवं बाढ़ (Flood) जैसे आपदाओं का सामान करना पड़ता है।

    • तटरेखा के कारण समुद्री लुटेरों (Pirates) का डर बना रहता है।

    • तटरेखा के रखरखाव के लिए अतिरिक्त व्यय (Expenditure) करना पड़ता है।


    तटरेखा का निष्कर्ष (Conclusion of Coastline)-

    • तटरेखा के नकारात्मक पहलुओं के बावजुद तटरेखा भारत के लिए लाभदायक है।


    भारतीय उपमहाद्वीप (Indian Subcontinent)-

    • किसी महाद्वीप का ऐसा भाग जो भौगोलिक रूप से अपनी एक पृथक पहचान रखता हो उसे उपमहाद्वीप कहते हैं।

    • भारत का उपमहाद्वीप की संज्ञा दी जाती है क्योंकि भारत के उत्तर-पश्चिमी (North-Western), उत्तरी (Northern) तथा उत्तर-पूर्वी (North-Eastern) भाग में सुलेमान (Sulaiman), हिंदूकुश (Hindukush), हिमालय (Himalaya), पूर्वांचल (Purvanchal), अराकन योमा (Arakan Yoma) जैसी पर्वत श्रेणी स्थित है तथा दक्षिण में हिन्द महासागर (Indian Ocean) स्थित है।

    • भारतीय उपमहाद्वीप में भारत एवं निकटवर्ती देश स्थित है। अर्थात् भारतीय उपमहाद्वीप में 7 देश शामिल है जैसे-
      • (I) भारत (India)
      • (II) पाकिस्तान (Pakistan)
      • (III) नेपाल (Nepal)
      • (IV) भूटान (Bhutan)
      • (V) बांग्लादेश (Bangladesh)
      • (VI) श्रीलंका (Sri Lanka)

      • (VII) मालदीव्स (Maldives)

      • NCERT के अनुसार भारतीय उपमहाद्वीप में 5 देश शामिल है। जैसे-

      • (I) भारत (India)

      • (II) पाकिस्तान (Pakistan)

      • (III) नेपाल (Nepal)

      • (IV) भूटान (Bhutan)

      • (V) बांग्लादेश (Bangladesh)


    भारत का माध्य समुद्र तल (Mean Sea Level of India)-

    • भारत का माध्य समुद्र तल (Mean Sea Level- MSL) स्वतंत्रता से पहले कराची (Karachi) से लिया जाता था।
    • स्वतंत्रता के बाद भारत का माध्य समुद्र तल मुम्बई (Mumbai) से लिया जाने लगा परन्तु अब भारत का माध्य समुद्र तल चेन्नई (Chennai) से लिया जाता है।
    • भारत के माध्य समुद्र तल का निर्धारण भारतीय सर्वेक्षण विभार (Survey of India- SoI) करता है।
    • विभिन्न क्षेत्रों की ऊँचाई माध्य समुद्र तल (MSL) से मापी जाती है।


    भारत के उच्चतम एवं निम्नतम बिंदु (Highest and Lowest Point of India)-

    • भारत का उच्चतम बिंदु K2 (गॉडविन ऑस्टिन) है।
    • भारत के उच्चतम बिंदु K2 (Godwin Austin) की ऊँचाई माध्य समुद्र तल से 8611 मीटर है।
    • भारत का उच्चतम बिंदु K2 (गॉडविन ऑस्टिन) पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (Pakistan Occupied Kashmir- POK) में स्थित है।
    • भारत का निम्नतम बिंदु केरल में स्थित कुट्टनाड नामक क्षेत्र में है।
    • भारत के निम्नतम बिंदु कुट्टनाड की ऊँचाई -2 मीटर है। अर्थात् भारत का निम्नतम बिंदु कुट्टनाड माध्य समुद्र तल से 2 मीटर नीचे है।

    • कुट्टनाड (Kuttanad) विश्व का एकमात्र ऐसा क्षेत्र जहाँ समुद्र तल से नीचे चावल की खेती की जाती है।
    • कुट्टनाड को केरल के चावल का कटोरा भी कहा जाता है।
    • कुट्टनाड भारत के केरल राज्य के आलप्पुषा, (कोट्टयम, पठानमथिट्टा) जिलों में स्थित है।

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