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भारतमाला परियोजना (Bharatmala Project)

भारतमाला परियोजना (Bharatmala Project)- 2017 (Bharatmala- 2017)-

  • भारत में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (Ministry of Road Transport and Highways) के द्वारा वर्ष 2017-18 से भारतमाला कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी।
  • भारतमाला परियोजना के प्रथम चरण के तहत 5,35000 करोड़ रुपये की लागत से 34,800 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों (National Highway- NH) का निर्माण किया जाना प्रस्तावित था।
  • भारतमाला कार्यक्रम की अवधि वर्ष 2017-18 से वर्ष 2021-22 तक है।
  • भारतमाला परियोजना का लक्ष्य आवागमन की दक्षता को बेहतर करना तथा जीवन की सुगमता को सुनिश्चित करते हुए नए भारत की ओर अग्रसर होना है।


भारतमाला परियोजना का प्रथम चरण (First phase of Bharatmala project)-

  • भारतमाला परियोजना के प्रथम चरण में कुल 34,800 किलोमीटर लम्बी सड़को का निर्माण किया जाना है। जिसमें शामिल है-
  • 1. 5000 किलोमीटर राष्ट्रीय कॉरिडोर (National Corridor)
  • 2. 9000 किलोमीटर आर्थिक कॉरिडोर (Economic Corridor)
  • 3. 6000 किलोमीटर फीडर कॉरिडोर और इंटर कॉरिडोर (Feeder Corridor and Inter Corridor)
  • 4. 2000 किलोमीटर सीमावर्ती सड़के (Border Roads)
  • 5. 2000 किलोमीटर तटवर्ती सड़के एवं बंदरगाह संपर्क सड़के (Coastal Roads and Port Connectivity)
  • 6. 800 किलोमीटर हरित क्षेत्र एक्सप्रेसवे (Green Zone Expressway)
  • 7. 10,000 किलोमीटर अधूरे सड़क निर्माण कार्य- NHDP के तहत अधूरे  (Unfinished Road Construction Works)
  • NHDP Full Form = National Highway Development Project
  • NHDP का पूरा नाम = राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना


भारतमाला परियोजना के मुख्य घटक (Main components of Bharatmala Project)-

  • भारतमाला परियोजना के 6 मुख्य घटक है जैसे-
  • 1. आर्थिक कॉरिडोर (Economic Corridor)
  • 2. इंटर कॉरिडोर और फीडर रूट (Inter Corridor and Feeder Route)
  • 3. राष्ट्रीय कॉरिडोर की दक्षता में सुधार (Improving National Corridor Efficiency)
  • 4. सीमा और अंतर्राष्ट्रीय सम्पर्क सड़कें (Border and International Link Roads)
  • 5. तटीय व बंदरगाह संपर्क हेतु सड़कें (Roads for Coastal and Port Connectivity)
  • 6. ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway)


1. आर्थिक कॉरिडोर (Economic Corridor)-

  • आर्थिक कॉरिडोर को एकीकृत करने से आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण उत्पादन व उपभोग केंद्रों के बीच विस्तृत जुड़ाव की सुविधा मिलती है।


2. इंटर कॉरिडोर और फीडर रूट (Inter Corridor and Feeder Route)-

  • इंटर कॉरिडोर कनेक्टिविटी फर्स्ट माइल से लास्ट माइल तक की कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी।


3. राष्ट्रीय कॉरिडोर की दक्षता में सुधार (Improving National Corridor Efficiency)-

  • भारतमाला परियोजना के माध्यम से मोजूदा राष्ट्रीय कोरिडोर की क्षमता बढ़ाना और जाम को कम करने का लक्ष्य है।


4. सीमा और अंतर्राष्ट्रीय सम्पर्क सड़कें (Border and International Link Roads)-

  • बेहतर सीमा सड़क बुनियादी ढ़ाचा अधिक से अधिक गतिशीलता सुनिश्चित करते हुए पड़ोसी देशों के साथ व्यापार को भी बढ़ावा देगा।


5. तटीय व बंदरगाह संपर्क हेतु सड़कें (Roads for Coastal and Port Connectivity)-

  • बंदरगाहों द्वारा आर्थिक विकास को अधिक मजबूत करने के लिए तटीय क्षेत्रों की कनेक्टिविटी आवश्यक है यह पर्यटन व औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा देता है।


6. ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway)-

  • उच्च यातायात सघनता और जाम वाले स्थान की उपस्थित वाले एक्सप्रेसवे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे से लाभांवित होंगे।।


भारतमाला परियोजना के लाभ (Benefits of Bharatmala Project)-

  • पूरे भारत में सड़क संपर्क में सुधार होगा।
  • आर्थिक गलियारों से कार्गो की त्वरित आवाजही में वृद्धि होगी।
  • अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में वृद्धि होगी।
  • निवेश में तेजी आयेगी।
  • रोजगार सृजन में वृद्धि होगी।

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