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रेड डाटा बुक (Red Data Book)

रेड डाटा बुक (Red Data Book)-

  • अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) द्वारा वैश्विक प्रजाति कार्यक्रम (Global Species Program) तथा प्रजाति उत्तरजीविता आयोग (Species Survival Commission) के सहयोग से लाल आंकड़ा सूची (Red Data Book) जारी की जाती है।
  • लाल आंकड़ा सूची (Red Data Book) में वैश्विक स्तर पर जन्तुओं एवं पादप प्रजातियों की संकटग्रस्त स्थित का आकलन प्रस्तुत किया जाता है।
  • लाल आंकड़ा सूची (Red Data Book) के अंतर्गत IUCN शामिल की गई प्रजातियों के संरक्षण की स्थित, उनके विलुप्त होने के खतरे को उजागर करने के साथ-साथ उनके संरक्षण हेतु अपनाये जाने वाले आवश्यक उपायों को भी बताता है।
  • IUCN Full Form = International Union for Conservation of Nature
  • IUCN का पूरा नाम = अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ


लाल आंकड़ा सूची में प्रजातियों का विभाजन (Division of species in the red data list)-

  • लाल आंकड़ा सूची (Red Data Book) में प्रजातियों को निम्न श्रेणियों में विभाजित किया जाता है। जैसे-
  • सभी प्रजातियां (All Species)-
  • लाल आंकड़ा सूची (Red Data Book) में सभी प्रजातियों को दो भागों में विभाजित किया जाता है। जैसे-
  • 1. आंकड़े उपलब्ध (Evaluated)
  • 2. आंकड़े उपलब्ध नहीं (Not Evaluated- NE)


1. आंकड़े उपलब्ध (Evaluated)-

  • लाल आंकड़ा सूची (Red Data Book) में जिन प्रजातियों के आंकड़े उपलब्ध है उन्हें दो भागों में विभाजित किया जाता है। जैसे-
  • (I) पर्याप्त आंकड़े (Adequate Data)
  • (II) अपर्याप्त आंकड़े (Data Deficient- DD)


(I) पर्याप्त आंकड़े (Adequate Data)-

  • लाल आंकड़ा सूची (Red Data Book) में जिन प्रजातियों के आंकड़े पर्याप्त है उन्हें 5 भागों में विभाजित किया जाता है। जैसे-
  • (A) संकट मुक्त (Least Concern- LC)
  • (B) संकट के निकट (Near Threatened- NT)
  • (C) संकट में (Threatened Category)
  • (D) प्राकृतिक आवासों से विलुप्त (Extinct in the Wild- EW)
  • (E) विलुप्त (Extinct- EX)
  • उपर्युक्त 5 भागों में भाग 'A' से भाग 'E' की तरफ जाने पर प्रजातियों के विलोपन का खतरा बढ़ता है।


(C) संकट में (Threatened Category)-

  • लाल आंकड़ा सूची (Red Data Book) के अनुसार जो प्रजातियां संकट में उन्हें तीन भागों में विभाजित किया जाता है। जैसे-
  • (अ) सुमेद्य (Vutnerable- VU)
  • (ब) संकटग्रस्त (Endangered- EN)
  • (स) अत्यधिक संकटग्रस्त (Critically Endangered- CR)


रेड डाटा बुक में प्रजातियों की निम्न श्रेणियां (Species are categories in the following in the Red Data Book)-

      • 1. विलुप्त (Extinct)
      • 2. प्राकृतिक आवासों से विलुप्त (Extinct in Wild)
      • 3. अत्यधिक संकटग्रस्त (Critically Endangered)
      • 4. संकटग्रस्त (Endangered)
      • 5. सुभेदय प्रजातियां (Vulnerable)
      • 6. संकट के निकट या संकटापन्न (Near Threatened)
      • 7. संकटमुक्त (Least Concern)
      • 8. आंकड़े अपर्याप्त (Data Deficient)
      • 9. आंकड़े उपलब्ध नहीं (Non Evaluated)


                1. विलुप्त (Extinct)-

                • रेड डाटा बुक (Red Data Book) की विलुप्त श्रेणी में उन प्रजातियों को शामिल किया गया है जो वर्तमान में पृथ्वी पर उपस्थित नहीं है लेकिन पहले पृथ्वी पर पायी जाती थी।
                • यदि कोई भी प्रजाति विगत 40-50 वर्षों में अपने प्राकृतिक आवासों में दिखाई नहीं देती है तो उन्हें विलुप्त घोषित कर दिया जाता है।
                • पिछले कुछ वर्षों में (200-300 वर्ष) भारत से विलुप्त हुई प्रजातियां निम्न है।-
                • (I) एशियाई चीता (Asiatic Cheetah)
                • (II) गुलाबी सिर वाली बत्तख (Pink Head Duck)
                • (III) सुन्दरबन का बौना गैंडा (Dwarf Rhino of Sundarbans)


                2. प्राकृतिक आवासों से विलुप्त (Extinct in Wild)-

                • रेड डाटा बुक (Red Data Book) की प्राकृित आवासों से विलुप्त श्रेणी में वे प्रजातियां आती है जो वर्तमान में अपने प्राकृतिक आवासों में उपस्थित नहीं है परन्तु उन्हें चिड़ियाघर (Zoo), वनस्पति उद्यान (Botanical Garden) तथा जीव उद्यान (Zoological Garden) आदि में संरक्षित किया गया है। जैसे-
                • (I) यूफोर्बिया मयूरनाथानी (Euphorbia Mayurnathanii)- पश्चिमी घाट का स्थानिक पादप
                • (II) कोराइफा टेलेरा (Corypha Tailera)- पश्चिम बंगाल में पाया जाने वाला पादप (अन्य नाम टालीपॉम)


                3. अत्यधिक संकटग्रस्त (Critically Endangered)-

                • रेड डाटा बुक (Red Data Book) की अत्यधिक संकटग्रस्त श्रेणी में वे प्रजातियां शामिल है जिन पर विलुप्त होने का खतरा बना होता है।
                • ऐसी प्रजातियां-
                • (I) जिनके सदस्यों की संख्या विगत 10 वर्षों में 90% कम हो गयी हो।
                • (II) वर्तमान में इनके 250 या इससे कम सदस्य शेष हो तथा उनमें भी 50 या इससे कम परिपक्व सदस्य शेष हो।
                • (III) सांख्यिकी विषलेण के अनुसार आगामी 10 वर्षों में इनके 50% सदस्यों की संख्या ओर कम होने की संभावना बनी होती है।
                • इस श्रेणी के उदाहरण-
                • (I) गिद्ध (Vulture)
                • (II) गोडावण (Great Indian Bustard)
                • (III) साइबेरियन सारस (Siberian Crane)
                • (IV) जेर्डोन्स कार्सर (Jerdon's Courser)
                • (V) व्हाइट बेलीड हेरॉन (White Bellied Heron)- इंडो बर्मा क्षेत्र
                • (VI) हिमालयन बटेर (Himalayan Quail)
                • (VII) जंगली उल्लू (Forest Owlet)
                • (VIII) पिग्मी हॉग (Pygmy Hog)- असम
                • (IX) नामदफा उडन गिलहरी (Namdapha Flying Squirrel)- अरुणाचल प्रदेश
                • (X) मालाबार सीवेट या जंगली बिल्ली (Malabar Civet)- पश्चिमी घाट
                • (XI) कश्मीरी स्टैग (Kashmir Stag) या हंगूल (Hangul)- हिमालय के दाचीगाम नेशनल पार्क में मिलने वाला।


                4. संकटग्रस्त (Endangered)-

                • रेड डाटा बुक (Red Data Book) की संकटग्रस्त श्रेणी की प्रजातियों के उपर भी विलोपन का खतरा बना होता है।
                • इस श्रेणी में वे प्रजातियां शामिल है।-
                • (I) जिनके सदस्यों की संख्या विगत 10 वर्षों में 70% कम हो गयी हो।
                • (II) वर्तमान में जिनके 2500 या इससे कम सदस्य शेष हो तथा इनमें भी 250 या इससे कम परिपक्व सदस्य शेष हो।
                • (III) वैज्ञानिको के पूर्वानुमान के अनुसार इन प्रजातियों के 20% सदस्यों की आगामी 20 वर्षों में ओर कम हो जाने की संभावना बनी होती है।
                • इस श्रेणी के उदाहरण-
                • (I) नीलगिरी ताहर (Nilgiri Tahr)
                • (II) सुनहरा लंगूर (Golden Langur)
                • (III) लाल पांडा (Red Panda)
                • (IV) गंगा डॉल्फिन (Ganges River Dolphin)
                • (V) बंगाल टाइगर (Bengal Tiger)
                • (VI) तिब्बत का एण्टीलोप (Tibetan Antelope)
                • (VII) मणिपुर का ब्राउ एंटलर्ड डीयर (Brow Antlered Deer)
                • (VIII) भारतीय बाइसन या जंगली भैंसा (Indian Bison)- असम
                • (IX) ग्रीन कछुआ (Green Turtle)
                • (X) चीरू (Chiru)
                • (XI) स्नो लेपर्ड या बर्फीला तेंदुआ (Snow Leopard)
                • (XII) हिमालयन कस्तूरीम मृग (Himalayan Musk Deer)
                • (XIII) लॉयन टेल्ड मकॉक (Lion Tailed Macaque)


                5. सुभेदय प्रजातियां (Vulnerable)-

                • रेड डाटा बुक (Red Data Book) की इस श्रेणी में वे प्रजातियां शामिल है जिनके भविष्य में संकटग्रस्त हो जाने की संभावना होती है।
                • इन प्रजातियों के-
                • (A) विगत 10 वर्षों में 50% सदस्य कम हो गये है।
                • (B) वर्तमान में इनके सदस्यों की संख्या 10,000 से कम तथा इनमें भी 1000 या उससे कम परिपक्व सदस्य शेष हो।
                • (C) भविष्य में इन प्रजातियों के 10% सदस्य आगामी 100 वर्षों में ओर कम हो जाने की संभावना बनी होती है।
                • इस श्रेणी के उदाहरण-
                • (I) अफ्रीकन हाथी (African Elephant)
                • (II) एक सींग वाला गैंडा (Single Horn Rhino)
                • (III) सांभर (Sambar)
                • (IV) क्लाउडेड तेंदुआ (Clouded Leopard)
                • (V) स्लोथ भालू (Sloth Bear)
                • (VI) बारहसिंगा (Swamp Deer)
                • (VII) संगमरमर के रंग की बिल्ली (Marble Cat)
                • (VIII) चार सींग वाला मृग (Four Horned Antelope)
                • (IX) नीलगिरी लंगूर (Nilgiri Langur)
                • (X) बगांल स्लो लोरी (Bengal Slow Lori)
                • (XI) ऑलिव रिडले (Olive Ridley Turtle)
                • (XII) ब्लैक नेक्ड क्रेन (Black Necked Crane)


                6. संकट के निकट या संकटापन्न (Near Threatened)-

                • रेड डाटा बुक की इस श्रेणी में शामिल प्रजातियों के निकट भविष्य में संकटग्रस्त होने की संभावना बनी होती है।
                • इस श्रेणी के उदाहरण-
                • (I) भेड़िया (Wolf)
                • (II) तेंदुआ (Leopard)
                • (III) हिमालयन ताहर (Himalayan Tahr)


                7. संकटमुक्त (Least Concern)-

                • रेड डाटा बुक (Red Data Book) की इस श्रेणी में शामिल प्रजातियों के भविष्य में संकटग्रस्त होने की संभावना नहीं होती है क्योंकि ये प्रजातियां बहुतायत में तथा विस्तृत क्षेत्रों में पायी जाती है।


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