आजाद हिन्द फौज (Azad Hind Fauj) या इंडयन नेशनल आर्मी (Indian National Army- INA)
- आजाद हिन्द फौज को इंडियन नेशनल आर्मी (Indian National Army- INA) भी कहा जाता है।
- कैप्टन मोहन सिंह तथा निरंजन सिंह गिल ने जापानियों के सहयोग से आजाद हिन्द फौज (INA) का गठन किया।
- इन्होंने रास बिहारी बोस को अपना नेता बनाया।
- इन्होंने टोकियों में "इंडियन इंडिपेंडेंस लीग" (Indian Independence League) की स्थापना की।
- कालांतर में सुभाष चन्द्र बोस आजाद हिन्द फौज के मुखिया बने। (4 जुलाई, 1943)
- 21 अक्टूबर, 1943 को सुभाष चंद्र बोस ने मलेशिया (सिंगापुर) में "आजाद हिन्द सरकार" (Azad Hind Government) का गठन किया।
- सिंगापुर व रंगून में आजाद हिन्द फौज के मुख्यालय बनाये गये।
- आजाद हिन्द फौज की 'झाँसी रानी बटालियन' (Jhansi Rani Battalion) की प्रमुख लक्ष्मी सहगल (लक्ष्मी स्वामीनाथन) थी।
- 6 जुलाई, 1944 ई. में सुभाषा चंद्र बोस ने गाँधीजी को 'राष्ट्रपिता' (Father of the Nation) कहा था।
- आजाद हिन्द फौज ने अंडमान व निकोबार द्वीप समूह पर कब्जा कर लिया था तथा अंडमान व निकोबार द्वीप समूह का नाम बदलकर शहीद व स्वराज द्वीप कर दिया था।
- अंडमान का नाम शहीद द्वीप तथा निकोबार का नाम स्वराज द्वीप कर दिया गया था।
- 1945 ई. में जापान ने आत्म समर्पण कर दिया इसलिए आजाद हिन्द फौज को पीछे हटना पड़ा।
- ताइवान जाते समय विमान दुर्घटना में सुभाष चन्द्र बोस की मृत्यु हो गई।
इंडियन नेशनल आर्मी ट्रायल (INA Trial)-
- आजाद हिन्द फौज के 3 अधिकारियों पर लाल किले में मुकदमा चलाया गया। जैसे-
- 1. प्रेम कुमार सहगल
- 2. शाहनवाज खान
- 3. गुरुबक्श सिंह ढिल्लो
- इनका मुकदमा लड़ने वाले वकील (Lawyers Fighting Their Case)-
- 1. भूला भाई देसाई
- 2. कैलाश नाथ काटजू
- 3. तेज बहादुर सप्रु
- 4. जवाहर लाल नेहरू
- तीनों अधिकारियों को फांसी दी गई लेकिन गवर्नर जनरल लॉर्ड वेवेल ने अपने विशेषाधिकार का प्रयोग करते हुए इन्हें माफ कर दिया था।
सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose)-
- सुभाष चंद्र बोस की आत्मकथा (Autobiography of Subhash Chandra Bose)-
- सुभाष चंद्र बोस द्वारा दो बार आत्मकथा लिखी जैसे-
- 1. ऑटोबायोग्राफी ऑफ एन इंडियन पिलग्रिम (Autobiography of an Indian Pilgrim)- सुभाष चंद्र बोस की 1920 तक की कहानी।
- 2. इंडियन स्ट्रगल (Indian Struggle)- 1920-1945 तक की कहानी
- सुभाष चंद्र बोस की जीवनी (Biography of Subhash Chandra Bose)-
- 1. सुभाष चंद्र बोस की जीवनी- 'स्प्रिंगिग टाइगर' (Springing Tiger)
- सुभाष चंद्र बोस की जीवनी (स्प्रिंगिग टाइगर) ह्यू टोये नामक लेखक द्वारा लिखी गई।
- सुभाष चंद्र बोस ने बर्लिन में 'फ्री इंडिया सेन्टर' की स्थापना की।
- सुभाष चंद्र बोस ने जर्मनी में 'फ्री इंडिया लीजन' की स्थापना।
- सुभाष चंद्र बोस ने 'जय हिन्द' का नारा दिया।
- जर्मनी में लोगों ने सुभाष चंद्र बोस को पहली बार 'नेताजी' कहकर बुलाया था।