चम्बल नदी (Chambal River)-
- उद्गम (Origin)- चम्बल नदी का उद्गम मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के महू नामक स्थान से विन्धयन पर्वतमाला की जानापाव पहाड़ी (Janapav Hills) से होता है।
- संगम (Confluence)- चम्बल नदी का संगम उत्तर प्रदेश के इटावा नामक स्थान पर यमुना नदी में होता है।
- लम्बाई (Length)-
- (I) चम्बल नदी की कुल लम्बाई 1051 km है। (Old Data- 966 km)
- (II) राजस्थान में चम्बल की कुल लम्बाई 322 Km है। (Old Data- 135 km)
- अपवाह क्षेत्र (Catchment Area)- मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश
- राजस्थान में अपवाह क्षेत्र-
- (I) मेवाड़ (Mewar)- चित्तौड़गढ़ (प्रवेश- चौरासीगढ़, चित्तौड़गढ़)
- (II) हाड़ौती (Hadoti)- कोटा, बूंदी
- (III) डांग (Dang)- सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर
- चम्बल नदी के अन्य नाम (Other Name of Chambal River)-
- (I) चर्मणवती नदी (Charmanwati River)- प्राचीन नाम
- (II) बारामासी या बारहमासी नदी (Barahmasi River)
- (III) कामधेनू नदी (Kamdhenu River)
- विशेषताएं (Features)-
- चम्बल नदी चित्तौड़गढ़ जिले के चौरसीगढ़ से राजस्थान में प्रवेश करती है।
- चम्बल नदी राजस्थान की सबसे बड़ी नदी है।
- चम्बल नदी राजस्थान की सबसे लम्बी नदी है।
- राजस्थान में सर्वाधिक गॉर्ज (V Shape Valley) चम्बल नदी के द्वारा बनायी जाती है।
- राजस्थान की अंतर्राज्यीय सीमा पर सबसे लम्बी नदी चम्बल है। (राजस्थान-मध्य प्रदेश सीमा)
डांग क्षेत्र (Dang Area)-
- डांग क्षेत्र में सवाई माधोपुर, करौली व धौलपुर शामिल है।
- डांग क्षेत्र में करौली को डांग की रानी कहा जाता है।
- 1. आहू नदी (Ahu River)
- 2. काली सिंध नदी (Kalisindh River)
- 3. नेवाज या निवाज नदी (Niwaz River)
- 4. परवन नदी (Parvan River)
- 5. पार्वती नदी (Parvati River)
- 6. सीप नदी (Seep River)
- 7. कूनो नदी (Kuno River) या कुनू नदी (Kunu River)
- 8. ब्राह्मणी नदी या बामणी नदी (Brahmani River)
- 9. बनास नदी (Banas River)
- 10. क्षिप्रा नदी (Shipra River)
- 11. मेज नदी (Mej River)
- 12. घोड़ा पछाड़ नदी (Ghoda Pachhar River)
- 13. चाकण नदी (Chakan River)
- 14. कुराल नदी (Kural River)
- 15. गुंजाली नदी (Gunjali River)
- 16. मांगली नदी (Mangali River)
1. आहू नदी (Ahu River)-
- उद्गम (Origin)- आहू नदी का उद्गम मध्य प्रदेश की विन्धयन पर्वतमाला से होता है।
- संगम (Confluence)- आहू नदी का संगम चम्बल की सहायक कालीसिंध नदी में झालावाड़ में होता है।
- आहू नदी, चम्बल की दांयी ओर की सहायक नदी है।
2. काली सिंध नदी (Kalisindh River)-
- उद्गम (Origin)- कालीसिंध नदी का उद्गम मध्य प्रदेश की विन्धयन पर्वतमाला से होता है।
- संगम (Confluence)- कालीसिंध नदी का संगम चम्बल नदी में कोटा में होता है।
- झालावाड़ में कालीसिंध व आहू नदी के संगम पर गागरोन दुर्ग स्थित है।
- कालीसिंध नदी, चम्बल नदी की दांयी ओर की सहायक नदी है।
- कालीसिंध नदी, चम्बल नदी की दांयी ओर की सबसे लम्बी सहायक नदी है।
3. नेवाज या निवाज नदी (Niwaz River)-
- उद्गम (Origin)- नेवाज या निवाज नदी का उद्गम मध्य प्रदेश की विन्धयन पर्वतमाला से होता है।
- संगम (Confluence)- नेवाज या निवाज नदी का संगम चम्बल की सहायक परवन नदी में झालावाड़ में होता है।
- नेवाज या निवाज नदी, चम्बल नदी की दांयी ओर की सहायक नदी है।
4. परवन नदी (Parvan River)-
- उद्गम (Origin)- परवन नदी का उद्गम मध्य प्रदेश की विन्धयन पर्वतमाला से होता है।
- संगम (Confluence)- परवन नदी का संगम चम्बल की सहायक कालीसिंध नदी में कोटा में होता है।
- परवन नदी, चम्बल नदी की दांयी ओर की सहायक नदी है।
5. पार्वती नदी (Parvati River)-
- उद्गम (Origin)- पार्वती नदी का उद्गम मध्य प्रदेश की विन्धयन पर्वतमाला से होता है।
- संगम (Confluence)- पार्वती नदी का संगम चम्बल नदी में सवाई माधोपुर में होता है।
- पार्वती नदी, चम्बल नदी की दांयी ओर की सहायक नदी है।
6. सीप नदी (Seep River)-
- उद्गम (Origin)- सीप नदी का उद्गम मध्य प्रदेश की विन्धयन पर्वतमाला से होता है।
- संगम (Confluence)- सीप नदी का संगम सवाई माधोपुर के पदरा गाँव के रामेश्वरम घाट पर चम्बल नदी में होता है।
- सीप नदी, चम्बल नदी की दांयी ओर की सहायक नदी है।
7. कूनो नदी (Kuno River) या कुनू नदी (Kunu River)-
- उद्गम (Origin)- कुनू नदी या कूनो का उद्गम मध्य प्रदेश की विन्धयन पर्वतमाला से होता है।
- संगम (Confluence)- कुनू नदी या कूनो नदी का संगम चम्बल नदी में करौली में होता है।
- कुनू नदी या कूनो नदी, चम्बल नदी की दांयी ओर की सहायक नदी है।
8. ब्राह्मणी नदी या बामणी नदी (Brahmani River)-
- उद्गम (Origin)- ब्राह्मणी नदी का उद्गम चित्तौड़गढ़ से होता है।
- संगम (Confluence)- ब्राह्मणी नदी का संगम चम्बल नदी में चित्तौड़गढ़ में होता है।
- ब्राह्मणी नदी, चम्बल नदी की बांयी ओर की सहायक नदी है।
9. बनास नदी (Banas River)-
- उद्गम (Origin)- बनास नदी का उद्गम राजसमंद से होता है।
- संगम (Confluence)- बनास नदी का संगम सवाई माधोपुर के पदरा गाँव के रामेश्वरम घाट पर चम्बल नदी में होता है।
- बनास नदी, चम्बल नदी की बांयी ओर की सहायक नदी है।
- बनास नदी, चम्बल नदी की सबसे लम्बी सहायक नदी है।
- बनास नदी, चम्बल नदी की बांयी ओर की सबसे लम्बी सहायक नदी है।
10. क्षिप्रा नदी (Shipra River)-
- उद्गम (Origin)- क्षिप्रा नदी का उद्गम मध्य प्रदेश से होता है।
- संगम (Confluence)- क्षिप्रा नदी का संगम मध्य प्रदेश में चम्बल नदी में होता है।
- मध्य प्रदेश का उज्जैन शहर क्षिप्रा नदी के किनारे स्थित है।
- क्षिप्रा नदी के किनारे महाकाल ज्योतिर्लिंग (शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक) स्थित है।
- मेज बांध चम्बल की सहायक मेज नदी पर बूंदी जिले में स्थित है।
चम्बल नदी की बांध परियोजनाएं (Dam Projects of Chambal River)-
- चम्बल बहुउद्देशीय परियोजना (राजस्थान व मध्य प्रदेश)
- चम्बल नदी पर 3 चरणों में 4 बांध बने है जैसे-
- 1. पहला चरण- पहले चरण में दो बांधों का निर्माण किया गया था। जैसे-
- (I) गांधी सागर बांध (Gandhi Sagar Dam)
- (II) कोटा बैराज (Kota Barrage)
- 2. दूसरा चरण- राणा प्रताप सागर बांध (Rana Pratap Sagar Dam)
- 3. तीसरा चरण- जवाहर सागर बांध (Jawahar Sagar Dam) या कोटा बांध (Kota Dam)
1. गांधी सागर बांध (Gandhi Sagar Dam)-
- स्थित- गांधी सागर बांध चम्बल नदी पर मध्य प्रदेश में स्थित है।
- गांधी सागर बांध चम्बल नदी पर पहले चरण में बना बांध है।
- गांधी सागर बांध चम्बल नदी पर बना सबसे बड़ा बांध है जबकि राजस्थान का सबसे बड़ा बांध राणा प्रताप सागर बांध है।
2. कोटा बैराज (Kota Barrage)-
- स्थित- कोट बैराज बांध चम्बल नदी पर राजस्थान के कोटा जिले में स्थित है।
- कोटा बैराज चम्बल नदी पर पहले चरण में बना बांध है।
- कोटा बैराज से दो नहरे निकाली गई है। जैसे-
- (I) दांयी नहर (Right Canal)
- (II) बांयी नगर (Left Canal)
3. राणा प्रताप सागर बांध (Rana Pratap Sagar Dam)-
- स्थित- राणा प्रताप सागर बांध चम्बल नदी पर राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित है।
- राणा प्रताप सागर बांध चम्बल नदी पर दूसरे चरण में बना बांध है।
- राणा प्रताप सागर बांध राजस्थान का सबसे बड़ा बांध है।
- माही बजाज सागर बांध राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा बांध है जो माही नदी पर बोरखेड़ा (बांसवाड़ा) में स्थित है।
- जवाई सागर बांध राजस्थान का तीसरा सबसे बड़ा बांध है जो जवाई नदी पर सुमेरपुर (पाली) में स्थित है।
- राणा प्रताप सागर बांध, चुना पत्थर से निर्माण राजस्थान का सबसे बड़ा बांध है।
4. जवाहर सागर बांध (Jawahar Sagar Dam)-
- स्थित- जवाहर सागर बांध चम्बल नदी पर राजस्थान के कोटा जिले में स्थित है।
- जवाहर सागर बांध को कोटा बांध भी कहा जाता है।
- जवाहर सागर बांध चम्बल नदी पर तीसरे चरण में बना बांध है।
- सामेला झालावाड़ जिले में स्थित है।
- कालीसिंध व आहू नदियों के संगम को सामेला कहा जाता है।
- राजस्थान का सर्वश्रेष्ठ जल दुर्ग (गागरोन दुर्ग) सामेला के पास स्थित है। अर्थात् गागरोन दुर्ग कालीसिंध व आहू नदियों के संगम पर झालावाड़ में स्थित है।
- निम्न जीवों को चम्बल नदी में संरक्षण प्राप्त है।-
- (I) घड़ियाल (Alligator)
- (II) गांगेय सूस (Gangetic Sus) या गंगा डॉल्फिन (Gangetic Dolphin)
- (III) उद बिलाब (Otters)
- भारत में घड़ियालों की संख्या सर्वाधिक चम्बल नदी में है।
त्रिवेणी संगम (Triveni Sangam)-
- चम्बल, बनास व सीप नदियों के द्वारा सवाई माधोपुर के पदरा गाँव के रामेश्वरम घाट पर त्रिवेणी संगम बनाया जाता है।
चूलिया जलप्रपात (Chuliya Waterfall)-
- स्थित- चूलिया जलप्रपात चम्बल नदी पर भैंसरोड़गढ़ (चित्तौड़गढ़) में स्थित है।
- ऊँचाई (Height)- 18 मीटर
- चूलिया जलप्रपात राजस्थान का सबसे ऊंचा जलप्रपात है।
- विशेष- भारत में सबसे ऊंचा जलप्रपात कुंचिकल जलप्रपात है।
- कुंचिकल जलप्रपात कर्नाटक में वाहारी नदी (Varahi River) पर स्थित है।
- कुंचिकल जलप्रपात की ऊँचाई 455 मीटर है।
- स्थित- हैंगिग ब्रिज कोटा में चम्बल नदी पर स्थित है।
- लम्बाई (Length)- 1.5 km
- यह हैंगिंग ब्रिज राजस्थान का एकमात्र हैंगिंग ब्रिज है। (लम्बाई- 1.5 km)
- इस हैंगिंग ब्रिज से NH-27 (Old NH- 76) गुजरता है। (Old NH- 76)
हैरिटेज रिवर फ्रंट (Heritage River Front)-
- स्थित- हैरिटेज रिवर फ्रंट चम्बल नदी पर कोटा में स्थित है।
- यह राजस्थान में बना पहला रिवर फ्रंट है।
- यह विश्व का पहला हैरिटेज रिवर फ्रंट है।
- यह भारत का पहला हैरिटेड रिवर फ्रंट है।
- यह भारत का दूसरा रिवर फ्रंट है।
- भारत का पहला रिवर फ्रंट साबरमती नदी पर गुजरात में स्थित है।
- लम्बाई (Length)- हैरिटेज रिवर फ्रंट की लम्बाई
- (I) पहला चरण- 6 Km
- (II) दूसरा चरण- 19 km
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य (Other Important Facts)-
- करौली जिले का प्रतीक चिह्न घड़ियाल (Alligator) है।
- कोटा जिले का प्रतीक चिह्न उद बिलाब (Otters) है।
- भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव (National Aquatic Animal) गंगा डॉल्फिन है।
- गंगा डॉल्फिन को भारत के राष्ट्रीय जलीय जीव का दर्जा 2010 में दिया गया था।
- भारत का राष्ट्रीय जीव या पशु बाघ (Tiger) है।
- भारत का राष्ट्रीय विरास्त पशु हाथी है।