Ads Area

संसद/व्यवस्थापिका

-भारतीय संविधान के भाग 5 तथा अनुच्छेद 79-123 तक संसद का उल्लेख किया गया है।
-संसद का मुख्य कार्य कानुन का निर्माण करना तथा संविधान संसोधन करना होता है।
-भारतीय संसद को व्यवस्थापिका भी कहते है।-
-संसद को भारत का ह्रदय भी कहते है क्योकी देश का संचालन संसद से ही होता है।
-भारत मे वर्तमान मे द्विसदनात्मक व्यवस्थापिका है और यह व्यवस्था सन् 1935 के भारत शासन अधिनियम से लि गई है।
-भारतीय संविधान की अधिकतम (75%) बाते/बिंदू सन् 1935 के भारत शासन अधिनियम से लि गई है। इसिलिए इस अधिनियम को लघु भारतीय संविधान/(Mini Constitution of India) भी कहते है।

* संसद भवन-
-निर्माण- सन् 1921-1927 तक
-निवकर्ता- ड्यूक अॉफ केनॉट (अंग्रेज अधिकारी)
-उद्घाटनकर्ता- लार्ड इरविन (सन् 1927 मे)
-वास्तुकार- एडवर्ड लूटियंस/लूटियन (यह दिल्ली का भी वास्तुकार है) तथा हर्बल बेकर
-कुल दरवाजे- 12
-कुल मंजिला- 3
-कुल खंम्भे/पिलर/स्तम्भ- 144
-आतंकवादी हमला- संसद पर आतंकी हमला 13 दिसम्बर, 2001 शुक्रवार को किया गया था जिसका मुख्य आरोपि अफजल गुरु को सन् 2013 मे दिल्ली की तिहाड़ जैल मे फांसी दे दी गई थी।

* संसद के कुल सत्र- 3
-(1) बजट सत्र- फरवरी से मई तक (सबसे लम्बा सत्र)
-(2) मानसुन सत्र- जुलाई से सितम्बर तक
-(3) शितकालीन सत्र- नवम्बर से दिसम्बर तक (सबसे छोटा सत्र)

* संसद या व्यवस्थापिका के कुल सदन- 2
-(1) राज्य सभा
-(2) लोक सभा

* संसद या व्यवस्थापिका के कुल अंग/भाग- 3
-(1) राष्ट्रपती
-(2) राज्य सभा
-(3) लोक सभा

* संसद की सदस्यता का अन्त-
-अगर संसद के किसी भी सदन के सदस्य द्वारा बिना अनुमती/अध्यक्ष को बिना बताये लगातार 60 दिनो तक अवकाश ले लिया/अनुपस्थित हो जाता है तो उसकी सदस्यता रद की जा सकती है।

* संसद की बैठके-
-संसद के सदस्यो की एक वर्ष मे कम से कम दो बैठके अवश्य बुलानी चाहिए तथा इन बैठको के बीच 6 माह से अधिक का अन्तराल नही होना चाहिए।
-संसद की बैठको को राष्ट्रपती बुलाता है लेकिन इन बैठको की अध्यक्षता उन सदनो के अध्यक्ष ही करते है।

* संसद मे कुल निर्वाचित सदस्य- 776

-(1) राज्य सभा 233 सदस्य
-(2) लोक सभा 543 सदस्य

* संसद का प्रश्न काल-

-संसद के सदनो का प्रथम एक घण्टा (11 AM-12 PM) प्रश्न काल के नाम से जाना जाता है जिसमे सरकार से लोकहित विषयो पर लिखित प्रश्न विपक्ष द्वारा पुछे जाते है।

* संसद का शुन्य काल-
-प्रश्न काल के बाद अगला एक घण्टा (12 PM-1 PM) शुन्य काल का होता है जिसमे सार्वजनिक मुद्दो पर सरकार से विपक्ष द्वारा मौखिक प्रश्न पुछे जाते है।

* संसद की प्रमुख समितिया-


-(1) प्राक्कलन/अनुमानित समिति-
-स्थापना- 10 अप्रेल, 1950
-कार्यकाल- 1 वर्ष (यह स्थाई समिति है)
-सदस्य- कुल 30 सदस्य (केवल लोकसभा सदस्य तथा इनमे से कोई भी मंत्री परिषद का सदस्य नही होता)
-अध्यक्ष- लोकसभा अध्यक्ष द्वारा मनोनित किया जाता है।
-उपनाम- स्थायी मितव्ययिता समिति
-मुख्य कार्य- सरकारी धन का दुरूपयोग रोकना तथा सरकार को अपव्यय करने का सुझाव देना
-यह संसद की सबसे बड़ी समिति है।

-(2) लोक लेखा समिति-
-स्थापना- 1921
-सदस्य- कुल 22 (15 लोकसभा+7 राज्यसभा)
-अध्यक्ष- अध्यक्ष विपक्ष पार्टी का होता है जिसकी नियुक्ती लोकसभा अध्यक्ष करता है।
-उपनाम- प्राक्कलन समिति की जुड़वा बहन
-मुख्य कार्य- नियंत्रक एवं महालेखा परिक्षक की रिपोर्ट की जांच करना तथा संसद को सौपना
-यह संसद कि सबसे प्राचीन समिति है।

-(3) अनुसुचित जाति/जनजाति कल्याण समिति-
-सदस्य- कुल 30 (20 लोकसभा+10 राज्यसभा)

-(4) सार्वजनिक उपक्रम समिति-
-सदस्य- कुल 22 (15 लोकसभा+7 राज्यसभा)

Post a Comment

11 Comments

Top Post Ad

Below Post Ad