चीनी उद्योग (राजस्थान के प्रमुख उद्योग)-
राजस्थान की चीनी मिले-
- राजस्थान में वर्तमान में कुल तीन चीनी मिल है। जैसे-
- 1. दी मेवाड़ शुगर मिल
- 2. दी गंगानगर शुगर मिल
- 3. केशवरायपाटन शुगर मिल
- खेत में सर्वाधिक समय तक खड़ी रहने वाली फसल गन्ना ही है।
- गन्ना एकमात्र ऐसी फसल है जो एक बार बोने से आने वाले 3 वर्षो तक गन्ने की फसल प्राप्त होती है।
- भारत में सर्वाधिक गन्ने का उत्पादन करने वाला राज्य उत्तरप्रदेश है।
- भारत में सर्वाधिक चीनी का उत्पादन करने वाला राज्य महाराष्ट्र है।
- भारत में सर्वाधिक चीनी मिलों वाला राज्य भी महाराष्ट्र ही है।
- राजस्थान में सर्वाधिक गन्ने का उत्पादन करने वाला जिला चित्तौड़गढ़ है।
राजस्थान की चीनी मिले-
- राजस्थान में वर्तमान में कुल तीन चीनी मिले है जैसे-
- 1. दी मेवाड़ शुगर मिल
- 2. दी गंगानगर शुगर मिल
- 3. केशवरायपाटन शुगर मिल
- स्थित- भोपाल सागर, चित्तौड़गढ़ (राजस्थान)
- स्थापना- सन् 1932
- विशेषता-
- यह मिल राजस्थान की प्रथम निजी क्षेत्र की चीनी मिल है।
- स्थित- कमिनपुरा, श्री गंगानगर (राजस्थान)
- स्थापना- सन् 1937
- विशेषता-
- यह राजस्थान की सार्वजनिक क्षेत्र की प्रथम चीनी मिल है।
- स्थापना के समय यह मिल निजी क्षेत्र की मिल थी।
- सन् 1956 में इस मिल को निजी क्षेत्र से सार्वजनिक क्षेत्र में शामिल कर लिया गया था।
- इस मिल में चुकन्दर से चीनी बनायी जाती है।
- इस मिल में चुकन्दर से चीनी बनाने का कार्य सन् 1968 में प्रारम्भ हुआ।
- इस मिल के द्वारा "राॅयल हैरिटेज लिकर" नामक शराब की स्पीट बनायी जाती है।
- (स्पीट का अर्थ- शराब की कच्ची अवस्था)
- स्थित- केशवरायपाटन, बूंदी (राजस्थान)
- स्थापना- सन् 1965
- विशेषता-
- यह मिल राजस्थान की एकमात्र सहकारी क्षेत्र की शुगर मिल है।
- यह मिल राजस्थान की एकमात्र ऐसी चीनी मिल है जो की स्वतंत्रता के बाद स्थापित की गई है।