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ग्रहण (सूर्य ग्रहण व चन्द्र ग्रहण) - Eclipse (Solar Eclipse and Lunar Eclipse)

👉 ग्रहण (सूर्य ग्रहण व चन्द्र ग्रहण) - Eclipse (Solar Eclipse and Lunar Eclipse)

👉 आर्यभट्ट-
✍ आर्यभट्ट ने ग्रहण की खोज की तथा ग्रहण होने के बारे में बताया।

👉 ग्रहण होने का कारण-
✍ ग्रहण होने का कारण पृथ्वी तथा चन्द्रमा की परिक्रमण गति को माना जाता है।

👉 सिजिगी-
✍ जब सूर्य, पृथ्वी तथा चन्द्रमा तीनों बिलकुल एक सीधी रेखा में होते है या तीनों 180° का कोण बनाते है तो इसी घटना को सिजिगी कहा जाता है।
✍ सिजिगी के दिन दो घटनाएं घटित होती है जैसे-

1. युति या अमावस्या-
✍ युति या अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण होता है।

2. वियुति या पूर्णिमा-
✍ वियुति या पूर्णिमा के दिन चन्द्र ग्रहण होता है।

👉 ग्रहण के प्रकार-
✍ ग्रहण के दो प्रकार होते है जैसे-

1. सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse)
2. चन्द्र ग्रहण (Lunar Eclipse)

1. सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse)-
✍ जब सूर्य तथा पृथ्वी के बीच चन्द्रमा आ जाता है तब चन्द्रमा की छाया पृथ्वी पड़ती है या गिरती है इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहते है।
✍ सूर्य ग्रहण अमावस्या के दिन होता है लेकिन प्रत्येक अमावस्या को सूर्य ग्रहण नहीं होता है।
✍ एक वर्ष में अधिकतम 7 सूर्य ग्रहण हो सकते है।
✍ एक वर्ष में न्यूनतम 2 सूर्य ग्रहण होते है।
✍ एक सूर्य ग्रहण अधिकतम 7 मिनट 40 सैकण्ड तक हो सकता है।

👉 कोरोना या किरीट-
✍ कोरोना या किरीट सूर्य का वह भाग होता है जो की हमें सूर्य ग्रहण के दिन या सूर्य ग्रहण के समय ही दिखाई देता है।
✍ सूर्य ग्रहण के दिन या सूर्य ग्रहण के समय हमें दिखाई देने वाल छायांकित भाग ही कोरोना या किरीट कहलाता है।

2. चन्द्र ग्रहण (Lunar Eclipse)-
✍ जब सूर्य तथा चन्द्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तब पृथ्वी की छाया चन्द्रमा के भाग या चन्द्रमा के एक भाग पर पड़ती है या गिरती है इसी घटना को चन्द्र ग्रहण कहते है।
✍ चन्द्र ग्रहण पू्र्णिमा के दिन होता है लेकिन प्रत्येक पूर्णिमा को चन्द्र ग्रहण नहीं होता है। क्योकी चन्द्रमा तथा पृथ्वी के अक्षों या ध्रुवों में 5° का झुकाव या अन्तर पाया जाता है।
✍ एक वर्ष में अधिकतम 7 चन्द्र ग्रहण हो सकते है।
✍ एक वर्ष में न्यूनतम 2 चन्द्र ग्रहण होते है।
✍ एक चन्द्र ग्रहण अधिकतम 1 घंटा 40 मिनट तक हो सकता है।

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