काटली नदी (कांतली नदी) का उद्गम स्थल-
- काटली नदी (कांतली नदी) राजस्थान राज्य के सीकर जिले के रेवासा गांव की खण्डेला की पहाड़ियों से निकलती है।
- काटली नदी (कांतली नदी) खण्डेला की पहाड़ियों से निकलने के बाद सीकर जिले में बहती हुई झुन्झुनू जिले के मण्डेला नामक स्थान पर (चुरू जिले की सीमा पर) विलुप्त हो जाती है।
- काटली नदी (कांतली नदी) के किनारे सीकर जिले के नीम का थाना नामक स्थान पर गणेश्वर सभ्यता विकसित हुई है।
- गणेश्वर सभ्यता की खोज काटली नदी (कांतली नदी) के किनारे रतनचंद्र अग्रवाल के द्वारा सन् 1972 में की गई थी।
- गणेश्वर सभ्यता को ताम्र युगीन सभ्यता की जननी कहते है।
- राजस्थान राज्य के झुन्झुनू जिले में काटली नदी (कांतली नदी) के किनारे सुनारी सभ्यता विकसित हुई है।
- काटली नदी (कांतली नदी) झुन्झुनू जिले की बगड़ नामक जगह पर झुन्झुनू जिले को दो भागों में विभाजन करती है।
- काटली नदी (कांतली नदी) के बहाव क्षेत्र को तोरावाटी कहते है।
- काटली नदी (कांतली नदी) की कुल लम्बाई लगभग 100 किलोमीटर है।
- काटली नदी को कांतली नदी के नाम से भी जाना जाता है।
- काटली नदी (कांतली नदी) पूर्णतः वर्षा पर आधारित नदी है।
- काटली नदी (कांतली नदी) अंतः प्रवाह की नदी है।