श्रेणी-
गागरोन का किला दुर्गों की जल श्रेणी में शामिल है अर्थात् गागरोन का किला जल दुर्ग है।
स्थित-
गागरोन का किला राजस्थान राज्य के झालावाड़ जिले में आहू नदी तथा कालीसिंध नदियों के संगम पर मुकन्दरा की पहाड़ी स्थित है।
निर्माण-
गागरोन दुर्ग का निर्माण राजा बिसल देव के द्वारा करवाया गया था।
उपनाम-
गागरोन का किला दुर्गों की जल श्रेणी में शामिल है अर्थात् गागरोन का किला जल दुर्ग है।
स्थित-
गागरोन का किला राजस्थान राज्य के झालावाड़ जिले में आहू नदी तथा कालीसिंध नदियों के संगम पर मुकन्दरा की पहाड़ी स्थित है।
निर्माण-
गागरोन दुर्ग का निर्माण राजा बिसल देव के द्वारा करवाया गया था।
उपनाम-
- दक्षिणी पूर्वी सीमा का प्रहरी
- धूलरगढ़ (डोडगढ़)
दक्षिणी पूर्वी सीमा का प्रहरी-
गागरोन का किला राजस्थान की दक्षिणी पूर्वी सीमा का प्रहरी कहलाता है।
धूलरगढ़ (डोडगढ़)-
गागरोन दुर्ग को धूलरगढ़ या डोडगढ़ के नाम से भी जाना जाता है।
दर्शनीय स्थल-
- संत पीपाजी की छतरी
- कोटा रियासत के सिक्के ढालने के लिए बनायी गई टकसाल (कोटा रियासत का सिक्का बनाने का कारखाना)
- मीठे शाह की दरगाह
- भगवान मधुसूदन का मंदिर
- जालिमकोट
- बुलंद दरवाजा
संत पीपाजी की छतरी-
संत पीपाजी का पूरा नाम नरेश पीपाजी था संत नरेश पीपाजी रामानंद के शिष्य थे संत पीपाजी की छतरी राजस्थान में स्थित गागरोन दुर्ग में स्थित है। संत पीपाजी की पुण्यतिथि पर प्रतिवर्ष गागरोन दुर्ग में मेला लगता है।
कोटा रियासत के सिक्के ढालने के लिए बनायी गई टकसाल-
कोटा रियासत के सिक्के ढालने के लिए बनायी गई टकसाल या कोटा रियासत का सिक्के बनाने का कारखाना राजस्थान में स्थित गागरोन दुर्ग में स्थित है।
मीठेशाह की दरगाह-
मीठेशाह की दरगाह सूफी संत हमीदुद्दीन चिश्ती की समाधि है अर्थात् संत हमीदुद्दीन चिश्ती की समाधि राजस्थान में मीठेशाह की दरगाह के नाम से प्रसिद्ध है। मीठेशाह की दरगाह राजस्थान में स्थित गागरोन दुर्ग में स्थित है। संत हमीदुद्दीन चिश्ती खुरासान से भारत आये थे।
भगवान मधुसूदन का मंदिर-
भगवान मधुसूदन का मंदिर राजस्थान में स्थित गागरोन दुर्ग में स्थित है। भगवान मधुसूदन के मंदिर का निर्माण राव दुर्जनसाल हाड़ा ने बनवाया था।
जालिमकोट-
जालिमकोट कोटा के झाला जालिमसिंह द्वारा निर्मित विशाल परकोटा है। जालिमकोट गागरोन दुर्ग में स्थित है।
बुलंद दरवाजा-
बुलंद दरवाजा राजस्थान में स्थित गागरोन दुर्ग में स्थित है। बुलंद दरवाजे का निर्माण औरंगजेब ने करवाया था।
आक्रमण-
1444 में मांडू के सुल्तान महमूद खिलजी प्रथम तथा अचलदास खींची के पुत्र पाल्हणसी के मध्य युद्ध हुआ। इस युद्ध में सुल्तान महमूद खिलजी प्रथम की जीत हुई। सुल्तान महमूद खिलजी प्रथम ने गागरोन दुर्ग जीतने के बाद गागरोन दुर्ग का नाम बदलकर मुस्तफाबाद रख दिया था
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य-
गागरोन का किला राजस्थान में जल दुर्गों की श्रेणी का सर्वश्रेष्ठ किला माना जाता है।