मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee- MPC)-
- मौद्रिक नीति समिति का गठन ऊर्जित पटेल समिति की सिफारिश पर किया गया था।
- मौद्रिक नीति समिति के द्वारा मौद्रिक नीति का निर्धारण किया जाता है।
- मौद्रिक नीति समिति का एकमात्र लक्ष्य है मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना।
- मुद्रास्फीति 4% ± 2% (2% से 6% तक) होनी चाहिए।
- मुद्रास्फीति की गणना के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (Consumer Price Index) का प्रयोग किया जाता है।
मौद्रिक नीति समिति का अध्यक्ष (Chairperson of Monetary Policy Committee)-
- मौद्रिक नीति समिति का अध्यक्ष भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का गवर्नर होता है।
मौद्रिक नीति समिति के सदस्य (Member of Monetary Policy Committee)-
- मौद्रिक नीति समिति में कुल 6 सदस्य होते है। जिसमें 3 सदस्य RBI से तथा 3 सदस्य भारत सरकार के द्वारा नियुक्त किये गये होते है।
मौद्रिक नीति समिति का कार्यकाल (Functions of Monetary Policy Committee)-
- मौद्रिक नीति समिति का कार्यकाल 3 वर्ष का होता है।
मौद्रिक नीति समिति के अध्यक्ष तथा सदस्यों का कार्यकाल (Tenure of Chairperson and Members of Monetary Policy Committee)-
- मौद्रिक नीति समिति के अध्यक्ष तथा सदस्यों का कोई कार्यकाल नहीं होता है। केवल मौद्रिक नीति समिति का ही कार्यकाल होता है।
निर्णायक मत (Casting Vote)-
- मौद्रिक नीति समिति में निर्णय मतदान के माध्यम से लिये जाते है। यदि पक्ष व विपक्ष में बराबर मत है तब RBI गवर्नर के द्वारा निर्णायक मत (Casting Vote) डाला जाता है।
मौद्रिक नीति समिति की बैठक (Monetary Policy Committee Meeting)-
- मौद्रिक नीति समिति की बैठक सामान्यतः 2 माह में एक बार आयोजिक की जाती है।
- मौद्रिक नीति समिति की बैठक के लिए गणपूर्ति 4 सदस्य होने चाहिए। अर्थात् यदि बैठक में सदस्य 4 से कम है तब बैठक का आयोजन नहीं किया जा सकता है।
मौद्रिक नीति समिति का वक्तव्य (Statement)-
- यदि मौद्रिक नीति समिति (MPC) लगातार 3 तिमाहियों (9 महिने) तक अपने लक्ष्य (4% ± 2%) को प्राप्त नहीं कर पाती है तब मौद्रिक नीति समिति को वक्तव्य (Statement) जारी करना होगा।
- मौद्रिक नीति समिति द्वारा जारी किये गये वक्तव्य (Statement) में मुद्रास्फीति (महंगाई) के कारणों पर मौद्रिक नीति समिति के द्वारा किये गये प्रयासों की समिक्षा की जाती है तथा भविष्य की योजना के बारे में भी बताया जाता है।