कण्व वंश (Kanva Dynasty)- (75 BC - 30 BC)
- कण्व वंश का शासन काल 75 ई.पू. से लेकर 30 ई.पू. तक रहा था।
- कण्व वंश का संस्थापक वासुदेव कण्व था।
- कण्व वंश में कुल 4 शासक या राजा हुए है।
- कण्व वंश ने लगभग 45 वर्षों तक शासन किया था।
- कण्व वंश का साम्राज्य वर्तमान के बिहार राज्य तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश राज्य तक फैला हुआ था।
कण्व वंश के प्रमुख राजा-
- 1. वासुदेव कण्व
- 2. भूमिमित्र कण्व
- 3. नारायण कण्व
- 4. सुशर्मा कण्व या सुषरमन कण्व
1. वासुदेव कण्व-
- कण्व वंश की स्थापना वासुदेव कण्व के द्वारा की गई थी।
- कण्व वंश का पहला शासक वासुदेव कण्व था।
- वासुदेव कण्व ने शुंग वंश के अंतिम शासक देवभूति की हत्या कर कण्व वंश की नींव रखी थी।
- वासुदेव कण्व शुंग वंश के अंतिम शासक देवभूति का अमात्य (मंत्री) था।
2. भूमिमित्र कण्व-
- वासुदेव कण्व के बाद कण्व वंश का अगला शासक भूमिमित्र कण्व था।
- कण्व वंश का दूसरा शासक भूमिमित्र कण्व था।
3. नारायण कण्व-
- नारायण कण्व के बाद कण्व वंश का अगला शासक नारायण कण्व था।
- कण्व वंश का तीसरा शासक नारायण कण्व था।
4. सुशर्मा कण्व या सुषरमन कण्व-
- नारायण कण्व के बाद कण्व वंश का अगला शासक सुशर्मा कण्व था।
- कण्व वंश का चौथा शासक सुशर्मा कण्व था।
- सुशर्मा कण्व कण्व वंश का अंतिम शासक था।
- 30 ई.पू. में आंध्र भृत्य वंश (सातवाहन वंश) के संस्थापक सिमुक ने कण्व वंश के शासक सुशर्मा कण्व की हत्या कर दी थी।
- सुशर्मा कण्व की हत्या करने के बाद कण्व वंश का अंत हो गया था।
- सिमुक ने कण्व वंश के शासक सुशर्मा कण्व की हत्या कर आंध्र भृत्य वंश या सातवाहन वंश की स्थापना की थी।
- सातवाहन वंश को ही पुराणों में आंध्र भृत्य वंश कहा गया है।