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चट्टानें (Rocks)

पेट्रोलॉजी (Petrology)- 

  • पेट्रोलॉजी (शैलविज्ञान) विज्ञान की वह शाखा है जिसमें चट्टानों का अध्ययन किया जाता है।
  • पेट्रोलॉजी (Petrology) = शैलविज्ञान या शैलिकी 


चट्टानें (Rocks)-

  • चट्टानों का निर्माण खनिजों से होता है तथा खनिजों का निर्माण तत्वों से होता है।
  • चट्टानों का निर्माण 6 प्रमुख खनिजों से होता है। जैसे-
    • (I) फेल्सपार (Feldspar)
    • (II) एम्फीबोल (Amphibole)
    • (III) क्वार्टज (Quartz) या स्फटिक
    • (IV) पाइरॉक्सीन (Pyroxene)
    • (V) माइका (Mica) या अभ्रक
    • (VI) ऑलिवीन या ओलीवाइन (Olivine)


पृथ्वी (Earth)-

  • सम्पूर्ण पृथ्वी में 8 प्रमुख तत्व पाये जाते हैं। जैसे-
    • (I) फेरस (Ferrous)- Fe  (फेरस पृथ्वी पर सर्वाधिक मात्रा में पाया जाता है।)
    • (II) ऑक्सीजन (Oxygen)- O2
    • (III) सिलिका (Silica)- Si
    • (IV) मैग्रनीसियम (Magnesium)- Mg
    • (V) निकल (Nickel)- Ni
    • (VI) सल्फर (Sulfur)- S
    • (VII) कैल्सियम (Calcium)- Ca
    • (VIII) एल्युमिनियम (Aluminium)- Al (एल्युमिनियम पृथ्वी पर सबसे कम मात्रा में पाया जाता है।)
  • उपर्युक्त सभी तत्व पृथ्वी पर पाये जाने की मात्रा के अनुसार बढ़ते क्रम से घटते क्रम में लिखे गये है। अर्थात् पृथ्वी पर फेरस सर्वाधिक मात्रा में पाया जाता है। तथा एल्युमिनियम सबसे कम मात्रा में पाया जाता है।


क्रस्ट (Crust)-

  • पृथ्वी की क्रस्ट पर 8 प्रमुख तत्व पाये जाते हैं। जैसे-
    • (I) ऑक्सीजन (Oxygen)- O2 (क्रस्ट में ऑक्सीजन सर्वाधिक मात्रा में पायी जाता है।)
    • (II) सिलिका (Silica)- Si 
    • (III) एल्युमिनियम (Aluminium)- Al
    • (IV) फेरस (Ferrous)- Fe
    • (V) कैल्सियम (Calcium)- Ca
    • (VI) सोडियम (Sodium)- Na
    • (VII)  पोटैशियम (Potassium)- K
    • (VIII) मैग्रनीसियम (Magnesium)- Mg (क्रस्ट में मैग्नीसियम सबसे कम मात्रा में पाया जाता है।)
  • उपर्युक्त सभी तत्व क्रस्ट पर पाये जाने की मात्रा के अनुसार बढ़ते क्रम से घटते क्रम में लिखे गये है। अर्थात् क्रस्ट पर ऑक्सीजन सर्वाधिक मात्रा में पायी जाती है तथा मैग्नीसियम सबसे कम मात्रा में पाया जाता है।


चट्टानों के प्रकार (Types of Rocks)-

  • निर्माण के आधार पर चट्टानें तीन प्रकार की होती है। जैसे-
    • 1. आग्नेय चट्टानें (Igneous Rock)
    • 2. अवसादी चट्टानें (Sedimentary Rock)
    • 3. कायांतरित चट्टानें (Metamorphic Rock) या रूपांतरित चट्टानें


1. आग्नेय चट्टानें (Igneous Rock)-

  • आग्नेय चट्टानों का नाम लैटिन (Latin) भाषा के शब्द इग्निस (Ignis) के आधार पर रखा गया है।
  •  इग्निस का शाब्दिक अर्थ है- अग्नि या आग (Fire) होता है।
  • आग्नेय चट्टानों का निर्माण गर्म मैग्मा (Magma) या या लावा (Lava) के ठंडे होकर जमने से होता है। 
  • आग्नेय चट्टानों को प्राथमिक चट्टाने (Primary Rocks) कहते हैं।
  • आग्नेय चट्टानों में क्रिस्टल (Crystal) या रवे पाये जाते हैं।
  • आग्नेय चट्टानों में धात्विक खनिज (Metallic Minerals) भी पाये जाते हैं।
  • आग्नेय चट्टानें कठोर (Hard) होती है।
  • आग्नेय चट्टानें आसानी से अपरदित (Eroded) नहीं होती है। अर्थात् आसानी से नहीं टूटती है।


आग्नेय चट्टानों के प्रकार (Types of Igneous Rocks)-

  • (I) निर्माण की स्थिति के आधार पर आग्नेय चट्टानों के प्रकार (Types of Igneous Rocks on the basis of location of formation)
  • (II) रासायनिक संरचना के आधार पर आग्नेय चट्टानों के प्रकार (Types of Igneous Rocks on The Basis of Chemical Composition)


(I) निर्माण की स्थिति के आधार पर आग्नेय चट्टानों के प्रकार (Types of Igneous Rocks on the basis of location of formation)-

  • निर्माण की स्थिति के आधार पर आग्नेय चट्टानें 2 प्रकार की होती है। जैसे-
    • (अ) अंतर्वेधी आग्नेय चट्टानें (Intrusive Rock)
    • (ब) बहिर्वेधी आग्नेय चट्टानें (Extrusive Rocks) या बहिर्भेदी आग्नेय चट्टानें


(अ) अंतर्वेधी आग्नेय चट्टानें (Intrusive Rock)-

  • अंतर्वेधी आग्नेय चट्टानें पृथ्वी के अंदर बनती है।
  • अंतर्वेधी आग्नेय चट्टानों का निर्माण मैग्मा (Magma) से होता है।
  • अंतर्वेधी आग्नेय चट्टानों में बड़े क्रिस्टल (Big Crystals) या बड़े रवे पाये जाते हैं।
  • अंतर्वेधी आग्नेय चट्टानों के उदाहरण- ग्रेनाइट (Granite), गैब्रो (Gabbro), पेरिडोटाइट (Peridotite), डोलेराइट (Dolerite)


(ब) बहिर्वेधी आग्नेय चट्टानें (Extrusive Rocks) या बहिर्भेदी आग्नेय चट्टानें-

  • बहिर्वेधी आग्नेय चट्टानें पृथ्वी के बाहर बनती है।
  • बहिर्वेधी आग्नेय चट्टानों का निर्माण लावा (Lava) से होता है।
  • बहिर्वेधी आग्नेय चट्टानों को ज्वालामुखी चट्टानें (Volcanic Rocks) भी कहते हैं।
  • बहिर्वेधी आग्नेय चट्टानों में छोटे क्रिस्टल (Small Crystals) या छोटे रवे पाये जाते हैं।
  • बहिर्वेधी आग्नेय चट्टानों के उदाहरण- बेसाल्ट (Basalt), एंडेसाइट (Andesite), रायोलाइट (Rhyolite)


(II) रासायनिक संरचना के आधार पर आग्नेय चट्टानों के प्रकार (Types of Igneous Rocks on The Basis of Chemical Composition)-

  • रासायनिक संरचना के आधार पर आग्नेय चट्टानें दो प्रकार की होती है। जैसे-
    • (अ) अम्लीय आग्नेय चट्टानें (Acidic Igneous Rocks)
    • (ब) क्षारीय आग्नेय चट्टानें (Basic Igneous Rocks)


(अ) अम्लीय आग्नेय चट्टानें (Acidic Igneous Rocks)-

  • अम्लीय आग्नेय चट्टानों में सिलिका (Silica) अधिक मात्रा में पायी जाती है।
  • अम्लीय आग्नेय चट्टानों का लगभग 65- 85% भाग सिलिका का होता है।
  • अम्लीय आग्नेय चट्टानों का निर्माण फेल्सपार (Feldspar) व क्वार्टज (सिलिका) (Quartz) से होता है। अर्थात् अम्लीय आग्नेय चट्टानों में फेल्सपार व क्वार्टज (सिलिका) ज्यादा मात्रा में पाया जाता है।
  • अम्लीय आग्नेय चट्टानों को फेल्सिक चट्टानें (Felsic Rocks) कहते हैं।
  • अम्लीय आग्नेय चट्टानों का वजन कम होता है या हल्की (Light Weight) होती है। क्योंकि अम्लीय आग्नेय चट्टानें हल्के तत्वों से बनी होती है।
  • अम्लीय आग्नेय चट्टानों का घनत्व कम (Low Density) होता है।
  • अम्लीय आग्नेय चट्टानों का रंग हल्का (Light Colour) होता है।
  • अम्लीय आग्नेय चट्टानों का उदाहरण- ग्रेनाइट (Granite), रायोलाइट (Rhyolite)


(ब) क्षारीय आग्नेय चट्टानें (Basic Igneous Rocks)-

  • क्षारीय आग्नेय चट्टानों में सिलिका (Silica) कम मात्रा में पायी जाती है।
  • क्षारीय आग्नेय चट्टानों में लगभग 40- 45% भाग सिलिका का होता है।
  • क्षारीय आग्नेय चट्टानों का निर्माण मैग्नीशियम (Magnesium) व फेरिक या फेरस (Ferric/ Ferrous) से होता है। अर्थात् क्षारीय आग्नेय चट्टानों में मैग्नीशियम व फेरिक या फेरस ज्यादा मात्रा में पाया जाता है।
  • क्षारीय आग्नेय चट्टानों को मैफिक चट्टानें (Mafic Rocks) कहते हैं।
  • क्षारीय आग्नेय चट्टानों का वजन अधिक होता है या भारी (Heavy) होती है। क्योंकि क्षारीय आग्नेय चट्टानें भारी तत्वों से बनी होती है।
  • क्षारीय आग्नेय चट्टानों का घनत्व अधिक (High Density) होता है।
  • क्षारीय आग्नेय चट्टानों का रंग गरहा (Dark Colour) होता है।
  • क्षारीय आग्नेय चट्टानों का उदाहरण- बेसाल्ट (Basalt), गैब्रो (Gabbro)


2. अवसादी चट्टानें (Sedimentary Rock) या तलछटी चट्टानें-

  • अवसादी चट्टानों का नाम लैटिन भाषा के शब्द सेडिमेंटम (Sedimentum) के आधार पर रखा गया है।
  • सेडिमेंटम का अर्थ होता है- व्यवस्थित होना
  • अवसादी चट्टानों का निर्माण शिलीभवन (Lithification) की क्रिया द्वारा होता है।
  • अवसादी चट्टानों में जीवाश्म (Fossil), रंध्र (Pores) एवं परतें (Layers) पायी जाती है।
  • अवसादी चट्टानें आसानी से अपरदित (Eroded) हो जाती है। अर्थात् आसानी से टूट जाती है।
  • अवसादी चट्टानें क्रस्ट (Crust) के 75% भाग पर पायी जाती है। परन्तु क्रस्ट के निर्माण में अवसादी चट्टानों योगदान केवल 5% होता है।


अवसादी चट्टानों के प्रकार (Types of Sedimentary Rocks)-

  • (I) निर्माण की पद्धति के आधार पर अवसादी चट्टानों के प्रकार (Types of Sedimentary Rocks on The Basic of Process of Formation)

  • (II) निर्माण के साधन के आधार पर अवसादी चट्टानों के प्रकार (Types of Sedimentary Rocks on The Basic of Source of Formation)


(I) निर्माण की पद्धति के आधार पर अवसादी चट्टानों के प्रकार (Types of Sedimentary Rocks on The Basic of Process of Formation)-

  • (अ) यांत्रिक रूप से निर्मित अवसादी चट्टानें (Mechanically Formed Sedimentary Rocks)
  • (ब) रासायनिक रूप से निर्मित अवसादी चट्टानें (Chemically Formed Sedimentary Rocks)
  • (स) जैविक रूप से निर्मित अवसादी चट्टानें (Organically Formed Sedimentary Rocks)


(अ) यांत्रिक रूप से निर्मित अवसादी चट्टानें (Mechanically Formed Sedimentary Rocks)-

  • अवसादों के भौतिक रूप से अपरदीत (Erosion) होकर निक्षेपित (Deposition) होने से अवसादी चट्टानों का निर्माण होता है जिन्हें यांत्रिक रूप से निर्मित अवसादी चट्टानें कहा जाता है।
  • यांत्रिक रूप से निर्मित चट्टानों या यांत्रिक रूप से निर्मित अवसादी चट्टानों को खण्ड चट्टानें (Clastic Rocks) भी कहते हैं।
  • यांत्रिक रूप से निर्मित अवसादी चट्टानों का उदाहरण-
    • बलूआ पत्थर (Sandstone)
    • शेल (Shale)- शेल का निर्माण क्ले/ मृत्तिका (Clay) से हुआ है।
    • पिण्डशिला (Conglomerate)- पिण्डशिला का निर्माण गोल पिण्ड (Round Pebbles) से हुआ है।
    • ब्रेशिया (Breccia)- ब्रेशिया का निर्माण कोणीय खण्ड (Angular Fragments) से हुआ है।


(ब) रासायनिक रूप से निर्मित अवसादी चट्टानें (Chemically Formed Sedimentary Rocks)

  • जब पहले से स्थिति चट्टान के उपर से जल बहकर जाता है तो जल में घुलनशील पदार्थ जल के साथ बहकर चले जाते हैं तथा किसी जलराशि में जाकर निक्षेपित (Deposited) हो जाते है या जम जाते हैं। अतः रासायनिक रूप से निर्मित अवसादी चट्टानें जलराशि के तल में बनती है।
  • रासायनिक रूप से निर्मित अवसादी चट्टानों को वाष्पीकृत चट्टानें (Evaporites Rocks) भी कहते हैं क्योंकि रासायनिक रूप से निर्मित चट्टानें जल के वाष्पीकरण के बाद नजर आती है।
  • रासायनिक रूप से निर्मित अवसादी चट्टानों के उदाहरण- चूनापत्थर (Limestone), डोलोमाइट (Dolomite), चर्ट (Chert), हेलाइट (Halite) या सेंधा नमक (Rock Salt), जिप्सम (Gypsum) या हरसौंठ


(स) जैविक रूप से निर्मित अवसादी चट्टानें (Organically Formed Sedimentary Rocks)-

  • जैविक रूर से निर्मित अवसादी चट्टानों में जैव पदार्थों (Organic Matter) के अवशेष अधिक पाये जाते हैं।
  • जैविक रूप से निर्मित अवसादी चट्टानें दो प्रकार की होती है। जैसे-
    • (A) कार्बनयुक्त चट्टानें (Carbonaceous Rocks)
    • (B) चूनायुक्त चट्टानें (Calcareous Rocks)


(A) कार्बनयुक्त चट्टानें (Carbonaceous Rocks)-

  • कार्बनयुक्त चट्टानों का निर्माण पेड़-पौधों के अवशेष से होता है। अर्थात् कार्बनयुक्त चट्टानों में पेड़-पौधों के अवशेष अधिक पाये जाते हैं।
  • कार्बनयुक्त चट्टानों में कार्बन (Carbon) की मात्रा अधिक पायी जाती है।
  • कार्बनयुक्त चट्टानों का उदाहरण- कोयला (Coal)


(B) चूनायुक्त चट्टानें (Calcareous Rocks)-

  • चूनायुक्त चट्टानों का निर्माण जीव जन्तुओं के अवशेष से होता है। अर्थात् चूनायुक्त चट्टानों में जीव जन्तुओं के अवशेष अधिक पाये जाते हैं।
  • चूनायुक्त चट्टानों में कैल्सियम कार्बोनेट (Calcium Carbonate) की मात्रा अधिक पायी जाती है।
  • चूनायुक्त चट्टानों का उदाहरण- चूनापत्थर (Limestone), डोलोमाइट (Dolomite)


(II) निर्माण के साधन के आधार पर अवसादी चट्टानों के प्रकार (Types of Sedimentary Rocks on The Basic of Source of Formation)-

  • निर्माण के साधन के आधार पर अवसादी चट्टानें तीन प्रकार की होती है। जैसे-
    • (अ) जल द्वारा निर्मित अवसादी चट्टानें (Sedimentary Rocks Formed by Water)
    • (ब) वायु द्वारा निर्मित अवसादी चट्टानें (Sedimentary Rocks Formed by Wind)
    • (स) हिमनद द्वारा निर्मित चट्टानें (Sedimentary Rocks Formed by Glacier)


(अ) जल द्वारा निर्मित अवसादी चट्टानें (Sedimentary Rocks Formed by Water)-

  • जल द्वारा निर्मित अवसादी चट्टानों जल की क्रियाओं से होता है।
  • जल द्वारा निर्मित अवसादी चट्टानों को जलीय चट्टानें (Aqueous Rocks) भी कहते हैं।
  • जल द्वारा निर्मित अवसादी चट्टानों के उदाहरण- चूनापत्थर (Limestone), डोलोमाइट (Dolomite)


(ब) वायु द्वारा निर्मित अवसादी चट्टानें (Sedimentary Rocks Formed by Wind)-

  • वायु द्वारा निर्मित अवसादी चट्टानों का निर्माण वायु से होता हैं।
  • वायु द्वारा निर्मित अवसादी चट्टानों को वातज चट्टानें (Aeolian Rocks) भी कहते हैं।
  • वायु द्वारा निर्मित अवसादी चट्टानों के उदाहरण- लोयस (Loess)


(स) हिमनद द्वारा निर्मित चट्टानें (Sedimentary Rocks Formed by Glacier)-

  • हिमनद द्वारा निर्मित अवसादी चट्टानों का निर्माण हिमनद से होता है।
  • हिमनद द्वारा निर्मित अवसादी चट्टानों को हिमनदीय चट्टानें या ग्लेशियल चट्टानें (Glacial Rocks) भी कहते हैं।
  • हिमनद द्वारा निर्मित अवसादी चट्टानों के उदाहरण- हिमोढ़ (Moraine)


3. कायांतरित चट्टानें (Metamorphic Rock) या रूपांतरित चट्टानें-

  • जब पहले से स्थिति चट्टानों के स्वरूप में परिवर्तिन होता है तो कायांतरित चट्टानों का निर्माण होता है।
  • चट्टानों के स्वरूप में परिवर्तन ताप (Temperature) व दाब (Pressure) के कारण होता है।
  • कायांतरण के दौरान चट्टानों में स्थिति खनिजों का पुनःसगठन (Reorganization) या पुनः क्रिस्टलीकरण (Recrystallization) होता है।
  • कायांतरण के दौरान चट्टानों में स्थित खनिजों के पुनः सगठन में चट्टानों के खनिज परिवर्तित नहीं होते हैं।
  • कायांतरण के दौरान चट्टानों में स्थित खनिजों के पुनः क्रिस्टलीकरण में चट्टानों के खनिज परिवर्तित हो जाते हैं।
  • कायांतरित चट्टानों को रूपांतरित चट्टानें भी कहते हैं।


कायांतरित चट्टानों के प्रकार (Types of Metamorphic Rock)-

  • कायांतरित चट्टानें दो प्रकार की होती है। जैसे-
    • (I) पत्रित चट्टानें (Foliated Rocks)
    • (II) अपत्रित चट्टानें (Non Foliated Rocks)


(I) पत्रित चट्टानें (Foliated Rocks)-

  • जब कायांतरण (Metamorphosis) के दौरान चट्टानों में स्थित खनिज रेखांकित रूप से व्यवस्थित हो जाते हैं तो पत्रित चट्टानों का निर्माण होता है।
  • कई बार कायांतरण के दौरान चट्टानों के खनिज समूह पृथक हो जाते हैं जिससे बैंडेड चट्टानों (Banded Rocks) का निर्माण होता है। जैसे- नीस (Gneiss)
  • पत्रित चट्टानों के उदाहरण- स्लेट (Slate), फाययलाइट (Phyllite), सिष्ट (Schist), नीस (Gneiss)


(II) अपत्रित चट्टानें (Non Foliated Rocks)-

  • जब कायांतरण (Metamorphosis) के दौरान चट्टानों में स्थित खनिज रेखांकित रूप में व्यवस्थित नहीं होते तो अपत्रित चट्टानों का निर्माण होता है।

  • अपत्रित चट्टानों का उदाहरण- संगमरमर (Marble), क्वार्टजाइट (Quartzite)


वे आग्नेय चट्टानें जो कायांतरित चट्टानों में परिवर्तित होती है।-

  • ग्रेनाइट (Granite)- ग्रेनाइट से कायांतरित होकर नीस चट्टान (Gneiss Rock) बनती है।
  • बेसाल्ट (Basalt)- बेसाल्ट से कायांतरित होकर एम्फीबोलाइट चट्टान (Amphibolite Rock) बनती है।


वे अवसादी चट्टानें जो कायांतरित चट्टानों में परिवर्तित होती है।-

  • शेल (Shale)- शेल से कायांतरित होकर स्लेट चट्टान (Slate Rock) बनती है।
  • चूनापत्थर (Limestone)- चूनापत्थर से कायांतरित होकर संगमरमर (Marble) बनता है।
  • कोयला (Coal)- कोयले से कायांतरित होकर ग्रेफाइट (Graphite) बनता है।

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