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गुप्तोत्तर काल (Post Gupta Period)

गुप्तोत्तर काल (Post Gupta Period)- राजस्थान का प्राचीन इतिहास

  • गुप्तोत्तर काल का अर्थ गुप्त काल के बाद का काल या समय 

  • गुप्तोत्तर काल को पूर्व मध्यकाल (Pre Medieval Era) भी कहा जाता है।
  • गुप्तोत्तर काल को राजपूत काल (Rajput Era) भी कहा जाता है।
  • गुप्तोत्तर काल को त्रिपक्षीय संघर्ष काल (Tripartite Struggle Era) भी कहा जाता है। अर्थात् गुप्तोत्तर काल को त्रिपक्षीय संघर्ष का काल भी कहते हैं।


राजस्थान में गुप्तोत्तर काल के प्रमुख केंद्र (Major Sites of Post Gupta Period in Rajasthan)-

  • 1. भीनमाल, जालौर (Bhinmal, Jalore)


1. भीनमाल, जालौर (Bhinmal, Jalore)-

  • स्थिल (Located)- भीनमाल राजस्थान के जालौर जिले में स्थित है।
  • उत्खननकर्ता (Excavator)- रत्न चन्द्र अग्रवाल (भीनमाल का उत्खननकर्ता)
  • उत्खनन में मिले साक्ष्य (Evidence found in excavation)-
  • (I) यूनानी दुहत्थी सुराही (Greek Double Handle Jug)
  • (II) रोमन एम्फोरा (Roman Emphora)- सुरापात्र या शराब पीने का पात्र
  • विशेषताएं-
  • भीनमाल चावडा राजपूतों की राजधानी थी।
  • प्रतिहारों से पहले भीनमाल में चावडा वंश था।
  • सिरोही के बसन्तगढ़ अभिलेख से चावडा वंश की जानकारी मिलती है।
  • बसन्तगढ़ (Basantgarh) राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित है।
  • चावडा राजाओं ने कवि माघ (Poet magh) तथा ब्रह्मगुप्त (Brahmagupta) को संरक्षण प्रदान किया था।
  • चावडा राजाओं के शासन काल में ह्वेनसांग ने भीनमाल की यात्रा की थी।
  • ह्वेनसांग ने भीनमाल को 'पी लो मो लो' कहा था।
  • कालांतर में प्रतिहारों ने भीनमाल पर अधिकारी कर लिया था।
  • भीनमाल एक शिक्षा केंद्र था।


बसन्तगढ़ अभिलेख, सिरोही (Basantgarh Inscription, Sirohi)- 625 ई.

  • बसन्तगढ़ राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित है।
  • सिरोही का बसन्तगढ़ अभिलेख 625 ई. का अभिलेख है।
  • बसन्तगढ़ अभिलेख बसन्तगढ़ के क्षेमकरी (Kshemkrri) माता के मंदिर से प्राप्त हुआ है।
  • चावडा राजा वर्मलात के शासन काल में राज्जिल (Rajjil) आबू का सामंत था। इस प्रकार बसन्तगढ़ अभिलेख सामंती व्यवस्था की जानकारी देता है।
  • आबू राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित है।
  • बसन्तगढ़ अभिलेख में पहली बार राजस्थान शब्द का प्रयोग किया गया था। (पद का नाम- राजस्थानीयादित्य = राजस्थानीय + आदित्य)


अन्य महत्वपूर्ण तथ्य (Other Important Facts)-

  • कवि माघ के द्वारा शिशुपाल वध नामक पुस्तक लिखी गई है।
  • बह्मगुप्त को भारत का न्यूटन कहा जाता है।
  • बह्मगुप्त तथा कवि माघ दोनों भीनमाल के थे।
  • बह्मगुप्त तथा कवि माघ दोनों चावडा राजाओं के दरबार में थे।
  • भीनमाल में चावडा वंश के राजा वर्मलात के समय आबू का सामंत राज्जिल (Rajjil) था।
  • बसन्तगढ़ अभिलेख में पहली बार राजस्थानीय शब्द उल्लेख जिस अभिलेख में मिलता है।
  • बसन्तगढ़ अभिलेख में राजस्थान (राजस्थानीयादित्य) शब्द का अर्थ पद है भूमि के रूप में राजस्थान शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग कर्नल जेम्स टोड ने किया था।

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