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शेखावाटी किसान आंदोलन (Shekhawati Kisan Movement)

शेखावाटी किसान आंदोलन (Shekhawati Kisan Movement/ Shekhawati Peasant Movement)- राजस्थान में किसान आंदोलन

  • शेखावाटी क्षेत्र जयपुर रियासत के अधीन था।
  • कछवाह राजवंश की शेखावत शाखा ने इस क्षेत्र में शासन किया था अतः इस क्षेत्र को शेखावाटी कहा जाता है।
  • 1922 ई. में सीकर के सामंत कल्याण सिंह (Kalyan Singh) ने करों में वृद्ध कर दी।

  • शेखावाटी के जाट किसानों में शेखावाटी किसान आंदोलन प्रारम्भ किया।


शेखावाटी रियासत के ठिकाने-

  • शेखावाटी रियासत में मुख्यतः दो ठिकाने थे जैसे-
  • 1. सीकर ठिकाना
  • 2. झुन्झुनू ठिकाना


1. सीकर ठिकाना-

  • सीकर ठिकान अर्द्ध स्वतंत्र ठिकाना था।


2. झुन्झुनू ठिकाना-

  • झुन्झुनू ठिकाने के अधीन 5 पाने थे। जैसे-
    • (I) नवलगढ़
    • (II) मंडावा
    • (III) डूंडलोद
    • (IV) मलसीसर
    • (V) बिसाउ
  • उपर्युक्त 5 स्थानों को संयुक्त रूप से 5 पाने कहते थे।


शेखावाटी किसान आंदोलन के नेता-

  • राम नारायण चौधरी


राम नारायण चौधरी-

  • सीकर ठिकाने ने राम नारायण चौधरी के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया।
  • तरुण राजस्थान समाचार पत्र को प्रतिबंधित कर दिया गया।
  • तरुण राजस्थान समाचार पत्र राम नारायण चौधरी का समाचर पत्र था।


ब्रिटेन-

  • ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स (House of Commons) में पैथिक लॉरेन्स (Pathick Lawrence) ने शेखावाटी किसान आंदोलन की चर्चा की।
  • लंदन के "Daily Herald" समाचार पत्र में शेखावाटी किसान आंदोलन की खबरे प्रकाशित हुई।


ठाकुर देशराज-

  • ठाकुर देशराज ने भरतपुर से आकर शेखावाटी किसान आंदोलन का मोर्चा संभाला।
  • ठाकुर देशराज भरतपुर के किसान नेता थे।


जाट क्षेत्रीय महासभा-

  • 1931 ई. में जाट क्षेत्रीय महासभा का गठन किया।

  • जाट क्षेत्रीय महासभा का प्रथम अधिवेशन 1933 ई. में सीकर के पलथाना गाँव (Palthana) में बुलाया गया था।


जाट प्रजापति महायज्ञ- (20 जनवरी 1934 ई.)

  • ठाकुर देशराज ने 20 जनवरी 1934 ई. को बसंत पंचमी के दिन जाट प्रजापति महायज्ञ का आयोजन करवाया।
  • जाट प्रजापति महायज्ञ के पुरोहित खेमराज शर्मा थे।
  • जाय प्रजापति महायज्ञ के यज्ञमान कुंवर हुकुम सिंह थे।


शेखावटी किसान आंदोलन का समझौता-

  • शेखावाटी किसान आंदोलन में 15 मार्च 1935 ई. को सर छोटूराम चौधरी तथा रतन सिंह ने किसानों तथा सामंत के बीच समझौता करवा दिया था। 


शेखावाटी किसान आंदोलन के नेता-

  • (I) सरदार हरलाल सिंह (Sardar Herlal Singh)- 
  • (II) नेतराम सिंह गौरीर (Netram Singh Gaurir)
  • (III) पन्ने सिंह (Panne Singh Batadanau)
  • (IV) मास्टर चन्द्रभान (Master Chandrabhan)
  • (V) नरोत्तम लाल जोशी (Narottam Lal Joshi)- 
  • नरोत्तम लाल जोशी राजस्थान में विधानसभा के प्रथम अध्यक्ष भी थे।
  • नरोत्तम लाल जोशी ने शेखावाटी जकात आंदोलन चलाया था।
  • जकात एक प्रकार का कर था जो खाद्यानों की खरीद बिक्री पर लगाया गया था।
  • 1901 ई. में झुन्झुनू के हनुमानपुरा गाँव में सरदार हरलाल सिंह का जन्म हुआ था।
  • सरदार हरलाल सिंह ने झुन्झुनू में विद्यार्थी भवन की स्थापना की थी।
  • विद्यार्थी भवन शेखावाटी किसान आंदोलन की गतिविधियों को मुख्य केंद्र था।


कटराथल सम्मेलन- 25 अप्रैल 1934

  • स्थान- कटराथल गाँव, सीकर
  • दिन- 25 अप्रैल 1934
  • अध्यक्षा- कटराथल सम्मेलन की अध्यक्षा किशोरी देवी थी।
  • मुख्य वक्ता- कटराथल सम्मेलन की मुख्य वक्ता उत्तमा देवी थी।
  • कटराथल सम्मेलन का कारण-
    • (I) सीहोट के सामंत मान सिंह ने सोतिया का बास नामक स्थान पर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया था।

  • विशेषताएं-

  • शेखावाटी किसान आंदोलन के दौरान सीकर के कटराथल गाँव में कटराथल सम्मेलन का आयोजन किया गया था।
  • कटराथल सम्मेलन में 10 हजार से अधिक महिलाओं ने भाग लिया था।
  • सीहोट गाँव सीकर में स्थित है।
  • सोतिया का बास गाँव सीकर में स्थित है।
  • किशोरी देवी शेखावाटी किसान आंदोलन के नेता सरदार हरलाल सिंह की पत्नी थी।


कूदन हत्याकांड- 25 अप्रैल 1935

  • स्थान- कूदन गाँव, सीकर
  • दिन- 25 अप्रैल 1935
  • धापी देवी नामक महिला के कहने पर किसानों ने अंग्रेज अधिकारी कैप्टन वेब को कर देने से मना कर दिया जिसके कारण कैप्टन वेब ने किसानों पर फायरिंग कर दी जिसमें कई किसान शहीद हो गए जैसे-
    • (I) चेतराम (Chetram)
    • (II) टीकूराम (Tikuram)
    • (III) तुलसीराम (Tulasiram)
    • (IV) आशाराम (Asharam)
  • ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स (House of Commons) में कूदन हत्याकांड की चर्चा हुई थी।


जयसिंहपुरा हत्याकांड- 21 जून 1934 ई.

  • स्थान- जयसिंहपुरा गाँव, झुन्झुनूं
  • दिन- 21 जून 1934 ई.
  • जयसिंहपुरा हत्याकांड राजस्थान का पहला हत्याकांड था जिसमें हत्यारों को सजा मिली थी।


अमर सेवा समिति (Amar Seva Samiti)-

  • अमर सेवा समिति ने शेखावाटी क्षेत्र में राजनीतिक चेतना का संचार किया था।
  • मास्टर प्यारेलाल ने अमर सेवा समिति का गठन किया था।
  • मास्टर प्यारेलाल ने गांधीजी के असहयोग आंदोलन में भाग लिया था।
  • मास्टर प्यारेलाल को चिड़ावा का गांधी कहा जाता है।
  • चिड़ावा राजस्थान के झुन्झुनू जिले में स्थित है।

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