पाषाण काल (Stone Age)- प्राचीन राजस्थान का इतिहास
- भारत में पुरातत्व का जनक 'अलेक्जेंडर कनिंघम' (Alexander Cunningham) को कहा जाता है।
- राजस्थान में पुरातत्व का जनक 'ए.सी.एल. कार्लाइल' (A.C.L. Carlleyle) को कहा जाता है।
- A.C.L. Carlleyle = Archibald Campbell Carlyle (आर्चीबाल्ड कैंपबेल कार्लाइल)
- 1870 ई. में खुदाई के दौरान सी.ए. हैकेट (C.A. Hackett) को जयपुर तथा इन्द्रगढ़ (Indragarh) से हस्त कुठार (Hand Axe) प्राप्त हुई।
- हस्त कुठार पत्थर से बनी कुलाड़ी थी।
- सेटनकार (Setancar) को खुदाई के दौरान ऐसे उपकरण (पत्थर के हथियार) झालावाड़ से प्राप्त हुए।
- बी आल्चिर्न (B. Alchin) को खुदाई के दौरान ऐसी वस्तुएं (पत्थर के हथियार) जालौर से प्राप्त हुए।
- B. Allchin = Bridget Allchin (ब्रिडेट अल्चिन)
पाषाण काल के प्रमुख केंद्र (Prominent sites of stone age)-
- 1. बागौर, भीलवाड़ा (Bagaur, Bhilwara)
- 2. तिलवाड़ा, बाड़मेर (Tilwara, Barmer)
- 3. पचपदरा, बाड़मेर (Pachpadara, Barmer)
- 4. बुढ़ा पुष्कर, अजमेर (Budha Puskar, Ajmer)
- 5. जायल, नागौर (Jayal, Nagaur)
- 6. डीडवाना, नागौर (Deedwana, Nagaur)
1. बागौर, भीलवाड़ा (Bagaur, Bhilwara)-
- स्थित- बागौर राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में कोठारी नदी (Kothari River) के पास स्थित है।
- उत्खननकर्ता (Excavator)- बागौर में उत्खनन का कार्य वीरेन्द्र नाथ मिश्र (Virendra Nath Mishra) के द्वारा किया गया था।
- उत्खनन में मिले साक्ष्य (Evidence found in excavation)-
- (I) लघु पाषाण उपकरण (Microlith)
- (II) पशुपालन (Domestication of Animals)
- (III) कृषि (Agriculture)
- (IV) तांबे की छेद वाली सुई (Copper needle with hole)
- विशेषताएं-
- बागौर राजस्थान की प्राचीन सभ्यताओं का पालना (Cradle) कहलाता है।
- बागौर में महासतियां (Mahasatiya) नामस स्थान का उत्खनन किया गया था।
- बागौर एक क्रमिक सभ्यता (Continuous Civilization) है।
2. तिलवाड़ा, बाड़मेर (Tilwara, Barmer)-
- स्थित- तिलवाड़ा राजस्थान के बाड़मेर जिले में लूणी नदी (Luni River) के किनारे स्थित है।
- उत्खननकर्ता (Excavator)- तिलवाड़ा में उत्खनन का कार्य वीरेन्द्र नाथ मिश्र (Virendra Nath Mishra) के द्वारा किया गया था।
- उत्खनन में मिले साक्ष्य (Evidence found in excavation)-
- (I) लघु पाषाण उपकरण (Microlith)
- (II) पशुपालन (Domestication of Animals)
- (III) अग्निकुंड (Fire Altars)