किसान क्रेडिट कार्ड योजना (Kisan Credit Card Scheme- KCC)-
- KCC Full Form = Kisan Credit Card
- KCC का पूरा नाम = किसान क्रेडिट कार्ड
- भारत में किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना की शुरुआत 15 अगस्त 1998 को भारत के तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के द्वारा की गई थी।
किसान क्रेडिट कार्ड योजना का उद्देश्य (Objective of Kisan Credit Card Scheme)-
- किसानों को साहूकारों के शोषण से बचाना।
- वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना।
- किसानो को बहुत कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध करवाना।
किसान क्रेडिट कार्ड योजना के लिए पात्रता (Eligibility for Kisan Credit Card Scheme)-
- ऐसे किसान जो 5000 रुपये या 5000 रुपये से अधिक मूल्य के उत्पादन ऋण के लिए योग्य है वे किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के हकदार होंगे। अर्थात् ऐसे किसान जो 5000 रुपये या 5000 रुपये से अधिक मूल्य के बीज (Seed), खाद (Manure), उर्वरक (Fertilizer), कृषि उपकरण (Agriculture Equipment) तथा भूमि (Lan) आदि खरीदने के लिए योग्य है वे किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के हकदार होंगे।
किसान क्रेडिट कार्ड की वैद्यता (Validity of Kisan Credit Card)-
- किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) 5 वर्षों के लिए वैद्य होता है तथा प्रत्येक निकासी का भुगतान 12 माह के भीतर करना होगा।
किसान क्रेडिट कार्ड का प्रबंधन (Management of Kisan Credit Card)-
- नाबार्ड किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की प्रबंधक इकाई है।
- जबकि सहराकी बैंक (Cooperative Bank), क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (Regional Rural Bank) तथा वाणिज्यिक बैंक (Commercial Bank) किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) प्रदान करते हैं।