राजस्थान के प्रमुख जैन संत एवं सम्प्रदाय (Major Jain Saints and Sects of Rajasthan)-
- 1. आचार्य भिक्षु स्वामी (Acharya Bhikshu Swami)
- 2. आचार्य तुलसी (Acharya Tulsi)
- 3. आचार्य महाप्रज्ञ (Acharya Mahapragya)
1. आचार्य भिक्षु स्वामी (Acharya Bhikshu Swami)-
- जन्म स्थान- कंटालिया, पाली जिला, राजस्थान
- आचार्य भिक्षु स्वामी ने जैन धर्म की तेरापंथ शाखा (श्वेताम्बर) की स्थापना की थी
2. आचार्य तुलसी (Acharya Tulsi)-
- जन्म स्थान- लाडनूं, नागौर जिला, राजस्थान
- आचार्य तुलसी जैन धर्म की तेरापंथ शाखा के 9वें आचार्य थे।
- 1949 ई. में आचार्य तुलसी ने समाज में नैतिक मूल्यों.. को बढ़ावा देने के लिए सरदारशहर से अणुव्रत आंदोलन की शुरुआत की थी।
- सरदारशहर राजस्थान के चुरू जिले में स्थित है।
- 1991 ई. में आचार्य तुलसी ने लाडनूं (नागौर) में जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय की स्थापना की थी।
- 1994 ई. में आचार्य तुलसी ने सुजानगढ़ में मर्यादा महोत्सव का आयोजन करवाया था।
- सुजानगढ़ राजस्थान के चुरू जिले में स्थित है।
- आचार्य तुलसी ने विसर्जन (बांटने) पर बल दिया था।
- आचार्य तुलसी ने कहा था की "इंसान पहले इंसान है बाद में हिंदू या मुस्लिम है"
3. आचार्य महाप्रज्ञ (Acharya Mahapragya)-
- जन्म स्थान- टमकोर, झुंझुनूं जिला, राजस्थान
- आचार्य महाप्रज्ञ जैन धर्म की तेरापंथ शाखा के 10वें आचार्य थे।
- आचार्य महाप्रज्ञ ने अणुव्रत आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाई थी।
- चरित्र निर्माण तथा सर्वांगीण विकास के लिए आचार्य महाप्रज्ञ ने 1979 में शिक्षा में Science of Living की शुरुआत की थी।
- आचार्य महाप्रज्ञ ने 2001 ई. में सुजानगढ़ से अहिंसा यात्रा की शुरुआत की थी।
- सुजनागढ़ राजस्थान के चुरू जिले में स्थित है।
- 2003 ई. में सूरत (गुजरात) में राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन करवाया था जिसकी अध्यक्षता आचार्य महाप्रज्ञ ने की थी।
- आचार्य महाप्रज्ञ की पुस्तकें-
- (I) The Family and Nation
- (II) Economics of Mahaveer
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