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नाभिकीय विखंडन और नाभिकीय संलयन (Nuclear Fission and Nuclear Fusion)

नाभिकीय विखंडन और नाभिकीय संलयन (Nuclear Fission and Nuclear Fusion)-

    • नाभिकीय अभिक्रिया (Nuclear Reaction)
    • 1. नाभिकीय विखंडन (Nuclear Fission)
    • 2. नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion)


    नाभिकीय अभिक्रिया (Nuclear Reaction)-

    • नाभिकीय अभिक्रिया ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी परमाणु के नाभिक में उसके विखंडन द्वारा अथवा अन्य परमाणु के नाभिक के साथ संलयन द्वारा परिवर्तन आता है।
    • नाभिकीय अभिक्रिया दो प्रकार की होती है। जैसे-
    • 1. नाभिकीय विखंडन (Nuclear Fission)
    • 2. नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion)


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    1. नाभिकीय विखंडन (Nuclear Fission)-

    • नाभिकीय विखंडन ऐसी नाभिकीय अभिक्रिया है जिसमें एक भारी या बड़ा नाभिक टूटकर दो छोटे या हल्के नाभिकों में विभक्त हो जाता है तथा भारी मात्रा में ऊर्जा उत्सर्जित होती है उसे नाभिकीय विखंडन अभिक्रिया कहते हैं।
    • सामान्यतः नाभिकीय विखंडन की प्रक्रिया में भारी नाभिक पर उपयुक्त कणों की बौछार की जाती है।


    विखंडनयोग्य पदार्थ (Fissionable Material)-

    • वे पदार्थ जिनमें नाभिकीय विखंडन की अभिक्रिया संभव होती है विखंडनयोग्य पदार्थ कहते हैं।
    • विखंडनयोग्य पदार्थ दो प्रकार के होते हैं। जैसे-
    • (I) विखंडनीय पदार्थ (Fissile Material)
    • (II) संवर्धनीय पदार्थ (Fertile Material)


    (I) विखंडनीय पदार्थ (Fissile Material)-

    • वे पदार्थ जिनमें विखंडनीय अभिक्रिया आसानी से प्रारम्भ होती है विखंडनीय पदार्थ कहलाते हैं।
    • विखंडनीय पदार्थों में विखंडनीय अभिक्रिया के लिए धीमी गति के न्यूट्रॉनों (Slow Neutrons) का प्रयोग किया जाता है।
    • उदाहरण (Example)-
    • (A) यूरेनियम 233 (Uranium 233)
    • (B) यूरेनियम 235 (Uranium 235)
    • (C) प्लूटोनियम 239 (Plutonium 239)
    • (D) प्लूटोनियम 241 (Plutonium 241)


    (II) संवर्धनीय पदार्थ (Fertile Material)-

    • वे पदार्थ जिनमें विखंडनीय अभिक्रिया आसानी से प्रारम्भ नहीं होती है लेकिन यदि तीव्र गति के न्यूट्रॉनों का प्रयोग किया जाए तो संवर्धनीय पदार्थ को विखंडनीय पदार्थ में बदला जा सकता है।
    • उदाहरण (Example)-
    • (A) यूरेनियम 238 (Uranium 238)
    • (B) प्लूटोनियम 240 (Plutonium 240)
    • (C) थोरियम 232 (Thorium 232)


    शृंखला अभिक्रिया (Chain Reaction)-

    • जब विखंडनीय पदार्थ पर न्यूट्रॉन की बौछार की जाती है तो उसका नाभिक अस्थिर होकर दो छोटे नाभिकों में विभक्त हो जाता है।
    • अभिक्रिया के अंत में मुक्त न्यूट्रॉन उपस्थित होते हैं जो पुनः विखंडन की प्रक्रिया शुरू कर देते हैं इस प्रकार शृंखला अभिक्रिया प्रारम्भ हो जाती है और भारी मात्रा में ऊर्जा उत्सर्जित होती है।
    • शृंखला अभिक्रिया दो प्रकार की होती है। जैसे-
    • (I) नियंत्रित शृंखला अभिक्रिया (Controlled Chain Reaction)
    • (II) अनियंत्रित शृंखला अभिक्रिया (Uncontrolled Chain Reaction)


    (I) नियंत्रित शृंखला अभिक्रिया (Controlled Chain Reaction)-

    • जब मुक्त न्यूट्रॉनों की संख्या को नियंत्रित किया जा सकता है तो उसे नियंत्रित शृंखला अभिक्रिया कहते हैं।
    • नियंत्रित शृंखला अभिक्रिया का उपयोग विद्युत उत्पादन (Electricity Production) तथा चिकित्सा क्षेत्र (Medical Field) में किया जाता है।
    • नियंत्रित शृंखला अभिक्रिया तीन प्रकार की होती है। जैसे-
    • (A) सुपरक्रिटिकल (Supercritical)- औसतन मुक्त न्यूट्रॉन 1 से ज्यादा
    • (B) क्रिटिकल (Critical)- औसतन मुक्त न्यूट्रॉन 1 या 1 के बराबर
    • (C) सबक्रिटिकल (Subcritical)- औसतन मुक्त न्यूट्रॉन 1 से कम


    (II) अनियंत्रित शृंखला अभिक्रिया (Uncontrolled Chain Reaction)-

    • जब मुक्त न्यूट्रॉनों की संख्या को नियंत्रित नहीं किया जा सकता है तो उसे अनियंत्रित शृंखला अभिक्रिया कहते हैं।
    • अनियंत्रित शृंखला अभिक्रिया का प्रयोग परमाणु बम (Atomic Bomb) में किया जाता है।


    2. नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion)-

    • नाभिकीय संलयन ऐसी नाभिकीय अभिक्रिया है जिसमें दो हल्के या छोटे नाभिक परस्पर संयोजित होकर एक भारी या बड़े नाभिक का निर्माण करते हैं तथा अधिक मात्रा में ऊर्जा उत्सर्जित होती है।
    • नाभिकीय संलयन की अभिक्रिया अति उच्च ताप (Very High Temperature) पर संपन्न होती है। (तापमान = 10^6℃)
    • सभी तारों की ऊर्जा का स्रोत नाभिकीय संलयन अभिक्रिया है।
    • नाभिकीय संलयन अभिक्रिया का प्रयोग हाइड्रोजन बम (Hydrogen Bomb) में किया जाता है।
    • नाभिकीय संलयन अभिक्रिया को अभी तक नियंत्रित करना संभव नहीं हो पाया है।


    नाभिकीय विखंडन व नाभिकीय संलयन में अंतर (Difference Between Nuclear Fission and Nuclear Fusion)-

    • 1. नाभिकीय विखंडन (Nuclear Fission)
    • 2. नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion)


    1. नाभिकीय विखंडन (Nuclear Fission)-

    • नाभिकीय विखंडन अभिक्रिया भारी तत्वों के नाभिक में संपन्न होती है।
    • नाभिकीय विखंडन अभिक्रिया में भारी नाभिक दो हल्के नाभिकों में टूट जाता है।
    • नाभिकीय विखंडन अभिक्रिया साधारण ताप (Room Temperature) पर संभव है।
    • नाभिकीय विखंडन अभिक्रिया को नियंत्रित किया जा सकता है।
    • उपयोग (Uses)-
    • (I) परमाणु बम (Atomic Bomb)
    • (II) नाभिकीय रिएक्टर (Nuclear Reactor) या विद्युत उत्पादन


    2. नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion)-

    • नाभिकीय संलयन अभिक्रिया हल्के तत्वों के नाभिक में संपन्न होती है।
    • नाभिकीय संलयन अभिक्रिया में दो हल्के नाभिक मिलकर एक बड़ा नाभिक बनाते हैं।
    • नाभिकीय संलयन अभिक्रिया अति उच्च ताप (Very High Temperature) पर संभव है।
    • नाभिकीय संलयन अभिक्रिया को नियंत्रित नहीं किया जा सकता है।
    • उपयोग (Uses)-
    • (I) हाइड्रोजन बम (Hydrogen Bomb)
    • (II) तारों में (Star)- सूर्य


    महत्वपूर्ण लिंक (Important Link)-

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