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निजी, सार्वजनिक और मेरिट वस्तुऐं (Private, Public and Merit Goods)

निजी, सार्वजनिक और मेरिट वस्तुऐं (Private, Public and Merit Goods)-

    • 1. निजी वस्तुऐं (Private Goods)
    • 2. सार्वजनिक वस्तुऐं (Public Goods)
    • 3. मेरिट वस्तुऐं (Merit Goods)


        1. निजी वस्तुऐं (Private Goods)-

        • वे सभी वस्तुएं और सेवाएं जो लोगों द्वारा निजी आवश्यकताओं की संतुष्टि के लिए उपयोग की जाती है। जैसे-
        • (I) खाद्य पदार्थ (Food)
        • (II) स्वयं का आवास (Accommodation)
        • (III) मनोरंजन या सिनेमा (Entertainment or Movies)
        • (IV) परिवहन (Transport)
        • (V) संचार या मोबाइल (Communication or Mobile)


        निजी वस्तुओं की विशेषताएं (Features of Private Goods)-

        • निजी वस्तुओं की विशेषताएं निम्न होती है।-
        • (I) प्रतिद्वंदिता युक्त (Rival)
        • (II) विभाज्यता (Divisibility)
        • (III) अपवर्जन का सिद्धांत (Theory of Excludability)
        • (IV) वित प्रबंधन (Finance Individual)


        (I) प्रतिद्वंदिता युक्त (Rival)-
        •  निजी वस्तुएं प्रतिद्वंदिता युक्त (Rivel) होती है क्योंकि यदि एक व्यक्ति निजी वस्तुओं का उपभोग करता है तो अन्य के लिए उपलब्धता कर हो जाती है।


        (II) विभाज्यता (Divisibility)-

        • निजी वस्तुओं में विभाज्यता का नियम लागू होता है। अर्थात् समाज के जिन व्यक्तियों के द्वारा निजी वस्तुओं को खरीदा जाता है केवल वही व्यक्ति उपभोग से लाभान्वित होते हैं।


        (III) अपवर्जन का सिद्धांत (Theory of Excludability)-

        • निजी वस्तुओं पर अपवर्जन का सिद्धांत लागू होता है। अर्थात् निजी वस्तुओं का मूल्य बाजार द्वारा निर्धारित किया जाता है और निजी वस्तुओं का क्रय-विक्रय होता है।


        (IV) वित प्रबंधन (Finance Individual)-

        • निजी वस्तुओं का उपयोग करने के लिए व्यक्तिगत स्तर पर वित का प्रबंधन करना होता है।


         2. सार्वजनिक वस्तुऐं (Public Goods)-

        • वे वस्तुऐं एवं सेवाएं जिन्हें सामूहिक रूप से नागरिकों को उपलब्ध कराया जाता है सार्वजनिक वस्तुऐं कहलाती है। जैसे-
        • (I) सार्वजनिक सड़क (Public Roads)
        • (II) कानून व्यवस्था (Law and order)
        • (III) सार्वजनिक पार्क (Public Parks)
        • (IV) न्याय व्यवस्था (Judicial System)
        • (V) देश की सुरक्षा (Security of the country)
        • (VI) पुलिस प्रशासन (Police Administration)
        • (VII) शान्ति (Peace)
        • सार्वजनिक वस्तुओं के संदर्भ में अपवर्जन का सिद्धांत (Theory of Excludability) (अर्थात् पैसों के बदले वस्तु या सेवा मिलना) लागू नहीं होता है। अर्थात् पैसे देकर सार्वजनिक वस्तुओं को बाजार में क्रय-विक्रय नहीं किया जा सकता है।


        सार्वजनिक वस्तुओं की विशेषताएं (Features of Public Goods)-

        • सार्वजनिक वस्तुओं की चार विशेषताएं होती है। जैसे-
        • (I) गैर प्रतिद्वंदिता (Non Rival)
        • (II) गैर अपवर्जिता (Non Exclusion)
        • (III) अविभाज्य (Indivisible)
        • (IV) सरकार द्वारा वित प्रबंधन (Finance Management by the Government)


        (I) गैर प्रतिद्वंदिता (Non Rival)-

        • गैर प्रतिद्वंदिता अर्थात् किसी एक व्यक्ति के उपभोग से अन्य व्यक्तियों के लिए सार्वजनिक वस्तुओं की उपलब्धता में कमी नहीं होती है। जैसे-
        • (A) राष्ट्र की सुरक्षा (Security of the Nation)
        • (B) पार्क में घूमना (Walking in the Park)


        (II) गैर अपवर्जिता (Non Exclusion)-

        • गैर अपवर्जिता अर्थात् किसी भी व्यक्ति को सार्वजनिक वस्तु के उपभोग से वंचित नहीं किया जा सकता है।


        (III) अविभाज्य (Indivisible)-

        • सार्वजनिक वस्तुओं का उपभोग एक साथ किया जाता है अर्थात् सार्वजनिक वस्तुओं को अलग-अलग प्राप्त नहीं किया जा सकता है।


        (IV) सरकार द्वारा वित प्रबंधन (Finance Management by the Government)-

        • सार्वजनिक वस्तुओं के निर्माण के लिए खर्च सरकार के द्वारा किया जाता है।


        3. मेरिट वस्तुऐं (Merit Goods)-

        • मेरिट वस्तुओं को उत्कृष्ट वस्तुऐं भी कहते हैं।
        • वे वस्तुएं जो समाज की कार्यकुशलता तथा दक्षता के लिए आवश्यक है मेरिट या उत्कृष्ट वस्तुएं वस्तुएं कहलाती है। अथवा सरकार जिन वस्तुओं के उपभोग को जनहित के लिए बढ़ाना आवश्यक समझती है वे मेंरिट या उत्कृष्ट वस्तुएं कहलाती है।
        • उत्कृष्ट वस्तुओं को सरकार लोगों की इच्छाओं पर नहीं, बल्कि अपनी इच्छा से उपलब्ध कराती है।
        • उत्कृष्ट वस्तुओं का उद्देश्य लोक कल्याण को बढ़ावा देना होता है।
        • उत्कृष्ट वस्तुएं लाभार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ पहुंचाती है।
        • उत्कृष्ट वस्तुएं समाज के विशेष वर्ग के लिए उपलब्ध कराई जाती है ना कि सभी नागरिकों को।
        • सरकार के द्वारा उत्कृष्ट वस्तुएं उन लोगों को उपलब्ध कराई जाती है जो उत्कृष्ट वस्तुओं को वहन नहीं कर सकते हैं।
        • उत्कृष्ट वस्तुओं के लिए सरकार द्वारा सब्सिडी भी दी जाती है। जैसे-
        • (I) सब्सिडी पर घर (Subsidy for Houses)
        • (II) निःशुल्क ईलाज (Free Treatment)
        • (III) निःशुल्क दवाइयां (Free Medicines)
        • (IV) पीडीएस (PDS)
        • (V) सरकारी स्कूलों में शिक्षा (Education in Government Schools)


        उत्कृष्ट वस्तुओं व सार्वजनिक वस्तुओं में अंतर (Difference between merit goods and public goods)-

        • उत्कृष्ट वस्तुओं का लाभ समाज के किसी खास वर्ग को होता है जबकि सार्वजनिक वस्तुओं का लाभ संपूर्ण समाज को होता है।

        • उत्कृष्ट वस्तुओं के संदर्भ में अपवर्जन सिद्धांत लागू हो सकता है जबकि सार्वजनिक वस्तुओं के संबंध में अपवर्जन सिद्धांत (Principle of Excludability) लागू नहीं होता है।


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