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तरंगें (Waves)

तरंग (Wave)-

  • तरंग एक प्रकार का विक्षोभ (Disturbance) है जो माध्यम के वास्तविक परिवर्तन के बिना गति करता है।
  • तरंग के द्वारा ऊर्जा को एक स्थान से दूसरे स्थान तक स्थानान्तरण किया जा सकता है।
  • तरंग दो प्रकार की होती है। जैसे-
  • 1. यांत्रिक तरंगें (Mechanical Waves)
  • 2. अयांत्रिक तरंगें (Non Mechanical Waves)


1. यांत्रिक तरंगें (Mechanical Waves)-

  • वे तरंगें जिनके संचरण के लिए माध्यम की आवश्यकता होती है यांत्रिक तरंगें कहलाती है। जैसे- ध्वनि तरंगें (Sound Waves), रस्सी पर उत्पन्न तरंगें (String Waves), जल की सतह पर उत्पन्न तरंगें (Waves generated on water surface)
  • यांत्रिक तरंगें दो प्रकार की होती है। जैसे-
  • (I) अनुप्रस्थ तरंगें (Transverse Waves)
  • (II) अनुदैर्ध्य तरंगें (Longitudinal Waves)


(I) अनुप्रस्थ तरंगें (Transverse Waves)-

  • वे तरंगें जिनमें तरंग संचरण की दिशा माध्यम के कणों के कम्पन्न की दिशा के लम्बवत होती है।
  • अनुप्रस्त तरंगें ठोस (Solid) तथा द्रव (Liquid) की सतह पर उत्पन्न की जा सकती है।
  • अनुप्रस्थ तरंगें शृंग (Crest) व गर्त (Trough) के रूप में संचरित होती है।
  • उदाहरण:- जल की सतह पर उत्पन्न तंरगें (Waves generated on water Surface), रस्सी पर उत्पन्न तरंगें (String Waves)


(II) अनुदैर्ध्य तरंगें (Longitudinal Waves)-

  • वे तरंगें जिनमें तरंग संचरण की दिशा माध्यम के कणों के कम्पन्न की दिशा के समानान्तर होती है।
  • अनुदैर्ध्य तरंगें ठोस (Solid), द्रव (Liquid) तथा गैस (Gas) तीनों में उत्पन्न की जा सकती है।
  • अनुदैर्ध्य तरंगों का संचरण सम्पीडन (Compression) एवं विरलन (Rarefaction) के रूप में होता है।
  • उदाहरण:- ध्वनि तरंगें (Sound wave), भूकंम्प तरंगें (Earthquake wave)


👉ध्वनि तरंगों (Sound Waves) की अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।


2. अयांत्रिक तरंगें (Non Mechanical Waves)-

  • अयांत्रिक तरंगों को विद्युत चुम्बकीय तरंगें भी कहते हैं।
  • वे तरंगें जिनके संचरण के लिए माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है उन्हें अयांत्रिक तरंगें या विद्युत चुम्बकीय तरंगें कहते हैं।
  • अयांत्रिक तरंगें निर्वात (Vacuum) में गति कर सकती है।
  • अयांत्रिक तरंगें अनुप्रस्थ प्रकृति की तरंगें होती है।
  • अयांत्रिक तरंगों में तरंग संचरण की दिशा (Direction of Wave Propagation), विद्युत क्षेत्र (Electric Field) व चुम्बकीय क्षेत्र (Magnetic Field) तीनों एक दूसरे के लम्बवत होते हैं।



कुछ शब्दावली (Some Vocabulary)-

  • 1. आयाम (Amplitude)
  • 2. आवृति (Frequency)
  • 3. आवर्तकाल (Time Period)
  • 4. तरंगदैर्ध्य (Wavelength
  • 5. तरंग वेग (Wave Speed)


      1. आयाम (Amplitude)-

      • तरंग संचरण के दौरान माध्यम के कणों का साम्यवस्था से अधिकतम विस्थापन आयाम कहलाता है।

      • आयाम को 'A' से प्रदर्शित किया जाता है।


      2. आवृति (Frequency)-

      • तरंग संचरण के दौरान प्रति सैकण्ड कम्पन्नों की संख्या उसकी आवृति कहलाती है।
      • आवृति को 'n' या 'f' से प्रदर्शित किया जाता है।
      • आवृति का मात्रक पर्ट्ज (Hz) होता है।


      3. आवर्तकाल (Time Period)-

      • तरंग संचरण के दौरान एक कम्पन्न पूरा करने में लगा समय आवर्तकाल कहलाता है।
      • आवर्तकाल को 'T' से प्रदर्शित किया जाता है।
      • आवृति = 1/ आवर्तकाल
      • Frequency = 1/ Time Period
      • F = 1/ T


      4. तरंगदैर्ध्य (Wavelength)-

      • तरंग संचरण के दौरान दो पास-पास स्थित शृंग (Crest) या गर्त (Trough) के मध्य की दूरी को तरंगदैर्ध्य कहते हैं।
      • तरंगदैर्ध्य को '𝜆' (Lamda) से प्रदर्शित किया जाता है।


      5. तरंग वेग (Wave Speed)-

      • एकांक समय में तरंग द्वारा तय की गई दूरी को तरंग वेग कहते हैं।
      • तरंग वेग को 'V' या 'c' से प्रदर्शित किया जाता है।
      • Wave Speed (V) = Wavelength (f) × Frequency (𝜆)
      • V = f × 𝜆
      • V = तरंग वेग
      • f = आवृति
      • 𝜆 = तरंगदैर्ध्य


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