Ads Area

भारत में क्रांतिकारी आंदोलन का प्रथम चरण (First Phase of Revolutionary Movement in India)

भारत में क्रांतिकारी आंदोलन का पहला चरण (First Phase of Revolutionary Movement in India)-

  • केंद्र- प्रथम चरण का प्रमुख केंद्र महाराष्ट्र (Maharashtra) था।
  • भारत में क्रांतिकारी आंदोलन के प्रथम चरण के केंद्र-
  • (A) महाराष्ट्र में क्रांतिकारी आंदोलन (Revolutionary Movement in Maharashtra)
  • (B) मद्रास में क्रांतिकारी आंदोलन (Revolutionary Movement in Madras)
  • (C) बंगाल में क्रांतिकारी आंदोलन (Revolutionary Movement in Bengal)
  • (D) पंजाब में क्रांतिकारी आंदोलन (Revolutionary Movement in Punjab)


            (A) महाराष्ट्र में क्रांतिकारी आंदोलन (Revolutionary Movement in Maharashtra)-

            • 1. वासुदेव बलवन्त फड़के (Vasudev Balwant Phadke)- महाराष्ट्र
            • 2. चापेकर बंधु (Chapekar Brothers)- महाराष्ट्र
            • 3. विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) या वीर सावरकर (Veer Savarkar)- महाराष्ट्र


            1. वासुदेव बलवन्त फड़के (Vasudev Balwant Phadke)- महाराष्ट्र

            • वासुदेव बलवन्त फड़के ने रामोसी जनजाति (Ramosi Tribe) के साथ मिलकर विद्रोह किया। (1870 ई.)
            • यह भारत का पहला संगठित क्रांतिकारी आंदोलन था। (First Organized Revolutionary Movement of India)
            • मुख्य केंद्र- बॉम्बे
            • उद्देश्य- हिन्दू राज्य की स्थापना
            • वासुदेव बलवन्त फड़के को अंग्रेजों ने गिरफ्तार कर लिया था तथा यमन भेज दिया था।
            • दौलता रामोसी, वासुदेव बलवन्त फड़के का प्रमुख सहयोगी था।
            • कालांतर में दौलता रामोसी ने विद्रोह को आगे बढ़ाया।


            2. चापेकर बंधु (Chapekar Brothers)- महाराष्ट्र

            • चापेकर बंधु-
            • (I) दामोदर चापेकर (Damodar Chapekar)
            • (II) बालकृष्ण चापेकर (Balkrishna Chapekar)
            • चापेकर बंधुओं द्वारा 22 जून 1897 को 2 प्लेग अधिकारी (Plague Officers)  रैण्ड और आयर्स्ट की हत्या कर दी गई। जिसके लिए चापेकर बंधुओं को फाँसी की सजा दी गई।
            • इस मामले में बाल गंगाधर तिलक को 18 महीने की जेल हुई क्योंकि उन्होंने केसरी समाचार पत्र में आपत्ति जनक लेख (Objectionable Article) लिखा था।
            • केसरी समाचार पत्र मराठी भाषा में प्रकाशित होता था।
            • बाल गंगाधर तिलक जेल जाने वाले पहले राजनेता थे।
            • चापेकर बंधु हिन्दू धर्म संघ से जुड़े हुये थे।
            • चापेकर बंधुओं ने आर्य बान्धव समिति की स्थापना की।


            3. विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) या वीर सावरकर (Veer Savarkar)- महाराष्ट्र

            • विनायक दामोदर सावरकर को वीर सावरकर भी कहा जाता है।
            • वीर सावरकर ने 1899 ई. में नासिक में 'मित्र मेला' (Mitra Mela) नामक संगठन की स्थापना की।
            • 1904 ई. में मित्र मेला का नाम बदलकर 'अभिनव भारत' (Abhinav Bharat) कर दिया गया।
            • अभिनव भारत का प्रतीक चिह्न चित्तौड़गढ़ का विजय स्तम्भ (Victory Tower of Chittorgarh) था।
            • कालांतर में वीर सावरकर पढ़ने के लिए लंदन चले गये।
            • अभिनव भारत के सदस्य 'अनन्त लक्ष्मण करकरे' (कन्हारे) ने नासिक के जज 'जैक्सन' (Jackson) की हत्या कर दी थी।
            • इसे 'नासिक षड्यंत्र केस' (Nashik Conspiracy Case) कहा जाता है।
            • अनन्त लक्ष्मण करकरे को नासिक षड्यंत्र केस में फांसी दे दी गई।
            • अभिनव भारत संगठन के अन्य सदस्य पांडुरंग महादेव बापट (P.M Bapat) ने बम मैन्युअल नामक पुस्तक का अनुवाद किया।


            (B) मद्रास में क्रांतिकारी आंदोलन (Revolutionary Movement in Madras)-

            • 1. नीलकण्ठ ब्रह्मचारी- मद्रास
            • 2. वंची अय्यर- मद्रास
            • नीलकण्ठ ब्रह्मचारी तथा वंची अय्यर ने भारत माता सोसायटी नामक संगठन बनाया।


            (C) बंगाल में क्रांतिकारी आंदोलन (Revolutionary Movement in Bengal)-

              • अनुशीलन समिति (Anushilan Samiti)- बंगाल
              • हेमचन्द्र कानूनगो को बम निर्माण विधि सीखने के लिए पेरिस भेजा गया।
              • बंगाल के क्रांतिकारियों ने माणिकतल्ला (कलकत्ता) में बम बनाना शुरू किया।
              • प्रफूल्ल चाकी व खुदीराम बोस ने मुजफ्फरपुर के जज किंग्सफोर्ड को मारने का प्रयास किया लेकिन इस घटना में गलती से दो ब्रिटिश महिलाएं मारी गई थी।
              • प्रफुल्ल चाकी ने पुलिस से बचने के लिए आत्महत्या कर ली व खुदीराम बोस को फांसी दी गई।
              • अंग्रेजों ने माणिकतल्ला से 34 क्रांतिकारियों को गिरफ्तार किया जिसमें अरविन्द घोष भी थे।
              • इन क्रांतिकारियों पर 'अलीपुर षड्यंत्र केस' (Alipore Conspiracy Case) चलाया गया।
              • इन 34 क्रांतिकारियों में से ही नरेन्द्र गोसाई सरकारी गवाह (Government Witness) बन गया था इसलिए अन्य क्रांतिकारियों ने जेल में नरेद्र गोसाई की हत्या कर दी। (कन्हाई लाल दत्त व सत्येन्द्र बोस ने हत्या की)
              • अरविन्द घोष को सबूतों के अभाव में रिहा कर दिया गया।
              • C.R. दास अरविन्द घोष के वकील थे।
              • अरविन्द घोष की पुस्तकें (Books of Arvind Ghosh)-
              • (I) सावित्री (Savitri)- अंग्रेजी भाषा
              • (II) द लाइफ डीवाइन (The Life Divine)
              • (III) एसेज ऑन गीता (Essays on Geeta)
              • (IV) न्यू लैम्प्स फॉर ओल्ड (New Lamps for Old)
              • (V) कर्मयोगिन् (Karmyogin)
              •  बारीन्द्र घोष की पुस्तकें (Books of Barindra Ghosh)-
              • (I) भवानी मंदिर (Bhavani Mandir)
              • (II) वर्तमान रणनीति के नियम (Vartman Ranniti Ke Niyam)
              • 1915 ई. में बालासोर (उड़ीसा) में बाघा जतिन पुलिस मुठभेड़ में शहीद हो गये थे।


              अनुशीलन समिति (Anushilan Samiti)- बंगाल

              • कलकत्ता में अनुशीलन समिति की स्थापना पी. मित्र के द्वारा की गई।
              • मिदनापुर में अनुशीलन समिति की स्थापना ज्ञानेन्द्र नाथ बसु के द्वारा की गई।
              • ढाका में अनुशीलन समिति की स्थापना बारीन्द्र घोष, भूपेन्द्र नाथ दत्त व पुलिन बिहारी दास के द्वारा की गई।
              • पुलिन बिहारी दास बर्रा डकैती से संबंधित थे।
              • संध्या समाचार पत्र ब्रह्म बन्धोपाध्याय का था।
              • युगान्तर समाचार पत्र बारीन्द्र घोष व भूपेन्द्र नाथ दत्त का था।


              (D) पंजाब में क्रांतिकारी आंदोलन (Revolutionary Movement in Punjab)-

              • मुख्य नेता (Main Leaders)- पजंबा में क्रांतिकारी आंदोलन के मुख्य नेता
              • (I) लाला लाजपत राय (Lala Lajpat Rai)
              • (II) अजीत सिंह (Ajit Singh)- भगतसिंह के चाचा
              • अजीत सिंह का संगठन (Organization of Ajit Singh)- अंजुमन-ए-मोहब्बत-ए-वतन (Anjuman-e-Mohabbat-e-Watan)
              • अजीत सिंह का समाचार पत्र (Newspaper of Ajit Singh)- भारत माता (Bharat Mata)


              विदेशों में क्रांतिकारी आंदोलन (Revolutionary Movement Outside India)-

              • विदेशों में क्रांतिकारी आंदोलन प्रथम चरण के केंद्र-
              • 1. लंदन (London)
              • 2. वैंकुवर, कनाडा (Vancouver, Canada)
              • 3. सेन फ्रांसिस्को, अमेरिका (San Francisco America)
              • 4. अफगानिस्तान (Afghanistan)


                    1. लंदन (London)-

                    • क्रांतिकारी- श्यामजी कृष्ण वर्मा
                    • श्यामजी कृष्ण वर्मा का संगठन- Indian Homerule Society
                    • Indian Homerule Society की स्थापना 1905 में की गई थी।
                    • Indian Homerule Society का कार्यालय का नाम 'India House' था
                    • श्यामजी कृष्ण वर्मा का समाचार पत्र- Indian Sociologist
                    • लंदन में श्यामजी कृष्ण वर्मा के अन्य सहयोगी (Other Associates)-
                    • (I) अब्दुल्ला सुहरावर्दी (Abdullah Suhrawarady)
                    • (II) मैडम भीखाजी कामा (Madam Bhikhaji Cama)- 
                    • (III) वीर सावरकर (Veer Savarkar)
                    • (IV) मदन लाल ढींगरा (Madan Lal Dhingra)
                    • 1907 में 1857 की क्रांति की जयन्ती मनाई गई।
                    • वीर सावरकर ने 'Grave Warning' नामक पर्चा प्रकाशित किया।
                    • इन्होंने 1857 की क्रांति कों भारत का स्वतंत्रता संग्राम बताया।
                    • इन्होंने इस पर एक पुस्तक प्रकाशित की।
                    • मदल लाल ढींगरा ने भारत सचिव (Secretary of India) के राजनीतिक सलाहकार (Political Advisor) कर्जन वाइली की हत्या कर दी।
                    • मदल लाल ढींगरा को फाँसी हुई तथा वीर सावरकर को काले पानी की सजा दी गई।


                    मैडम भीखाजी कामा (Madam Bhikhaji Cama)-

                    • मैडम भीखाजी कामा एक पारसी महिला थी।
                    • मैडम भीखाजी कामा दादा भाई नौरोजी की सचिव (Secretary) थी।
                    • मैडम भीखाजी कामा को भारतीय क्रांति की माता कहा जाता है। (Mother of Indian Revolution)
                    • जर्मनी के स्टुटगार्ड में 1907 में अंतर्राष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन में मैडम भीखाजी कामा ने भारतीय झंडा फहराया था।


                    2. वैंकुवर, कनाडा (Vancouver, Canada)-

                    • कनाडा में क्रांतिकारी-
                    • (I) तारकनाथ दास (Taraknath Das)
                    • (II) जी.डी. कुमार (G.D. Kumar)
                    • (III) रामनाथ पुरी (Ramnath Puri)
                    • तारकनाथ दास का समाचार पत्र- फ्री हिन्दुस्तान (Free Hindustan)
                    • जी.डी. कुमार का समाचार पत्र- स्वदेशी सेवक (Swadeshi Sevak)
                    • जी.डी. कुमार का संगठन- स्वदेशी सेवक गृह (Swadeshi Sevak Home)
                    • रामनाथ पुरी का समाचार पत्र- सर्कुलर-ए-हिन्द (Circular-e-Hind) या सर्कुलर-ए-आजादी
                    • तारकनाथ दास एवं जी.डी. कुमार ने सिएटल (USA) में "यूनाईटेड इंडिया हाऊस" (United India House) की स्थापना की।


                    3. सेन फ्रांसिस्को, अमेरिका (San Francisco America)-

                    • लाला हरदयाल एवं सोहन सिंह भाकना ने युगांतर आश्रम की स्थापना की।
                    • लाला हरदयाल स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी (Stanford University) में प्रोफेसर थे।
                    • यहाँ से 1 नवम्बर, 1913 को 'गदर' (Gadar) नामक समाचार पत्र प्रकाशित किया गया।
                    • गदर समाचार पत्र सबसे पहले उर्दु (Urdu) भाषा में प्रकाशित किया गया।
                    • कालांतर में गदर समाचार पत्र अन्य भाषाओं में भी निकाला गया। जैसे-
                    • (I) मराठी (Marathi)
                    • (II) पंजाबी (Punjabi)
                    • (III) पश्तो (Pashto)
                    • (IV) गुजराती (Gujarati)
                    • गदर आंदोलनकारियों ने भारत में रास बिहारी बोस को अपना नेता बनाया।
                    • 21 फरवरी 1915 में भारत में एक साथ क्रांति की योजना बनाई गई लेकिन अंग्रेजों को पता लग जाने के कारण यह योजना असफल हो गई।
                    • इसे प्रथम लाहौर षड्यंत्र मुकदमा कहा जाता है।
                    • प्रथम लाहौर षड्यंत्र केस में करतार सिंह सराभा एवं विष्णु पिंगले को फाँसी की सजा दी गई।


                    4. अफगानिस्तान (Afghanistan)-

                    • रेशमी रुमाल षड्यंत्र 1913 ई.
                    • 1915 ई. में राजा महेंद्र प्रताप ने अफगानिस्तान में भारत की अंतरिम सरकार का गठन किया।
                    • राजा महेंद्र प्रताप ने वृंदावन में प्रेम विश्वविद्यालय (Prem University) की स्थापना की थी।


                    रेशमी रुमाल षड्यंत्र (Silk Paper Conspiracy)-

                    • समय- 1913
                    • रेशमी रुमाल षड्यंत्र के आरोपी-
                    • (I) उबेदुल्ला सिंधी (Obaidullah Sindhi)
                    • (II) महमूद हसन (Mahmood Hasan)


                    भारत में क्रांतिकारी आंदोलन के पहले चरण का महत्व (Importance of First Phase of Revolutionary Movement)-

                    • 1. इन्होंने व्यक्तिगत त्याग एवं बलिदान (Personal Sacrifice) के उदाहरण पेश किये इसलिए युवा राष्ट्रीय आंदोलन से जुड़ा जिससे क्रांतिकारी आंदोलन का सामाजिक आधार (Social Base) बढ़ा।
                    • 2. निष्क्रियता (Inactivity) के दौर में भी क्रांतिकारी आंदोलन को जारी रखा था।
                    • 3. इसके कारण राष्ट्रीय आंदोलन गाँवों तक पहुंचा क्योंकि क्रांतिकारी गाँवों में शरण (Shelter) लेते थे।
                    • 4. इसके कारण राष्ट्रीय आंदोलन विदेशों (Abroad) तक पहुंचा।
                    • 5. अंग्रेजों को इनके दबाव के कारण 1909 के सुधार (Reforms) करने पड़े।
                    • 6. इनके आंदोलन के कारण 1911 ई. में बंगाल का विभाजन (Partition of Bengal) रद्द करना पड़ा।


                    भारत में क्रांतिकारी आंदोलन के पहले चरण की कमियां (Drawbacks of First Phase of Revolutionary Movement)-

                    • 1. इनके पास संगठन (Organization), नेतृत्व (Leadership) व रणनीति (Strategy) का अभाव था।
                    • 2. अंग्रेज सरकार द्वारा इसे आसानी से कुचल (Easily Suppressed) दिया गया था।
                    • 3. ये भारतीय जनता को अपने साथ नहीं जोड़ पाये थे। यहाँ तक कि गरम पंथियों (Extremists) का सहयोग भी प्राप्त नहीं कर पाये।
                    • 4. भारत में लोकप्रिय आंदोलन (Popular Movement) का रूप नहीं ले पाये थे।
                    • 5. इन्होंने धार्मिक प्रतीकों (Religious Symbols) का प्रयोग किया था इसलिए मुस्लिम समाज (Muslim Community) इनसे नहीं जुड़ पाया था।

                    Post a Comment

                    0 Comments

                    Top Post Ad

                    Below Post Ad