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स्वामी दयानंद सरस्वती (Swami Dayananda Saraswati)

स्वामी दयानंद सरस्वती (Swami Dayananda Saraswati)-

  • जन्म- 1824 ई. में गुजरात के टंकारा या मौरवी गाँव (Tankara/Morbi Village) में स्वामी दयानन्द सरस्वती का जन्म हुआ था।
  • वास्तविक नाम- मूलशंकर (Moolshankar)
  • स्वामी दयानन्द सरस्वती के गुरु पूर्णानन्द ने इन्हें दयानन्द सरस्वती नाम दिया था।
  • प्रथम गुरु- पूर्णानन्द (Purnanand)
  • द्वितीय गुरु- विरजानन्द जी (Virjanand Ji)
  • विरजानन्द जी का अन्य नाम- वृद्धानन्द (Vridhanand) या बुढ्ढन बाबा (Buddhan Baba)
  • गुरु विरजानन्द जी ने स्वामी दयानन्द सरस्वती को वेदों की शिक्षा दी थी।
  • दयानन्द सरस्वती का नारा- "वेदों की ओर लोटो" (Go back to the Vedas)
  • दयानन्द सरस्वती केवल ऋग्वेद (Rigveda) को प्रामाणिक ग्रन्थ (Authentic) मानते हैं।
  • 1875 ई. में दयानन्द सरस्वती ने बॉम्बे (Bombay) में आर्य समाज (Arya Samaj) की स्थापना की।
  • 1877 ई. में दयानन्द सरस्वती ने लाहौर (Lahore) में आर्य समाज की स्थापना की।
  • 1878 ई. में दयानन्द सरस्वती ने दिल्ली (Delhi) में आर्य समाज की स्थापना की।
  • दयानन्द सरस्वती ने पहली बार स्वदेशी (Swadeshi), स्वराज (Swaraj), स्वभाषा (Swabhasha), स्वराष्ट्र (Swarashtra) की मांग उठाई थी। इन्हें ही 4 स्व कहा जाता है।
  • 4 स्व की मांग दयानन्द सरस्वती ने की थी।
  • कालांतर में तिलक जी ने स्वराज की मांग को आगे बढ़ाया था।
  • दयानन्द सरस्वती ने जन्म आधारित वर्ण व्यवस्था (Birth Based Caste System) की आलोचना की।
  • विरोध (Opposed)- दयानन्द सरस्वती ने मूर्तिपूजा (Idol Worship), छुआछूत (Untouchability), जातिव्यवस्था (Caste System), अवतारवाद (Incarnations), सतीप्रथा (Sati System), बाल विवाह (Child Marriage), बहु विवाह (Polygamy), कन्या वध (Female infanticide) आदि का विरोध किया था।
  • समर्थन (Supported)- दयानन्द सरस्वती ने विधवा पुनर्विवाह (Widow Remarriage), महिला शिक्षा (Women Education), एकेश्वरवाद (Monotheism) और यज्ञों (Yagya) का समर्थन किया था।
  • दयानन्द सरस्वती की मृत्यु के बाद आर्य समाज दो भागों में विभाजित हो गया था। जैसे-
  • (I) वैदिक समर्थक
  • (II) वैदिक समर्थक व अंग्रेजी समर्थक


(I) वैदिक समर्थक-

  • (A) स्वामी श्रद्धानन्द सरस्वती (प्रमुख समर्थक)
  • (B) लेखाराम (स्वामी श्रद्धानन्द सरस्वती के सहयोगी थे।)
  • इन्होंने गुरुकुल कांगडी (हरिद्वार) की स्थापना की।
  • स्वामी श्रद्धानन्द सरस्वती का वास्तविक नाम मुंशीराम था।


(II) वैदिक समर्थक व अंग्रेजी समर्थक-

  • (A) लाला लाजपतराय
  • (B) लाला हंसराज
  • इन्होंने D.A.V स्कूल/ कॉलेज की स्थापना लाहौर में की।
  • D.A.V = दयानन्द एंगलो वैदिक


स्वामी दयानन्द सरस्वती की पुस्तकें (Books of Swami Dayanand Saraswati)-

  • (I) सत्यार्थ प्रकाश (Satyarth Prakash)

  • (II) अद्वैत मत का खण्डन (Advaita Mat Ka Khandan)


(I) सत्यार्थ प्रकाश (Satyarth Prakash)-

  • लेखक- दयानन्द सरस्वती

  • सत्यार्थ प्रकाश पुस्तक को राजस्थान के उदयपुर में लिखा गया था।
  • सत्यार्थ प्रकाश पुस्तक को राजस्थान के अजमेर में प्रकाशित किया गया था।
  • सत्यार्थ प्रकाश की भाषा हिन्दी है।
  • केशव चन्द्र सेन के सुझाव पर सत्यार्थ प्रकाश पुस्तक को हिन्दी में लिखा गया था।

  • दयानन्द सरस्वती हिन्दी को राष्ट्रीय भाषा मानते थे।


शुद्धि आंदोलन (Suddhi Movement)-

  • आर्य समाज ने शुद्धि आंदोलन चलाया था जिसमें ईसाई तथा मुस्लिम या धर्म परिवर्तन कर चुके हिन्दुओं को पुनः हिन्दू बनाया जाता था।


इंडियन अनरेस्ट (Indian Unrest)-

  • पुस्तक- इंडियन अनरेस्ट (Indian Unrest)
  • लेखन- वेलेन्टाइन शिरोल (Valentine Chirol)
  • वेलेन्टाइन शिरोल ने अपनी पुस्तक "इंडियन अनरेस्ट" (Indian Unrest) में आर्य समाज को भारतीय अशांति का जनक बताया है। (Arya Samaj as the father of Indian Unrest)

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