Ads Area

दाब पेटियाँ (Pressure Belts)

पृथ्वी की दाब पेटियाँ (Pressure Belts Of The Earth)-

  • दाब पेटियां चार प्रकार की होती है। जैसे-
  • 1. विषुवत रेखीय निम्न दाब पेटी (Equatorial Low Pressure Belt- ELPB)
  • 2. उपोष्ण कटिबंधीय उच्च दाब पेटी (Sub Tropical High Pressure Belt- STHPB)
  • 3. शीतोष्ण कटिबंधीय निम्न दाब पेटी (Temperate Low Pressure Belt- TLPB) या उपध्रुवीय निम्न दाब पेटी (Sub Polar Low Pressure Belt- SPLPB)
  • 4. ध्रुवीय उच्च दाब पेटी (Polar High Pressure Belt- PHPB)


दाब पेटियों से बनने वाले चक्र-

  • पृथ्वी की दाब पेटियों से निम्नलिखित चक्र बनते हैं।-
  • (I) हेडले चक्र (Hadley Cell- HC)
  • (II) फेरल चक्र (Ferrel Cell- FC)
  • (III) ध्रुवीय चक्र (Polar Cell- PC)


1. विषुवत रेखीय निम्न दाब पेटी (Equatorial Low Pressure Belt- ELPB)-

  • ELPB का पूरा नाम अंग्रेजी में = Equatorial Low Pressure Belt
  • ELPB का पूरा नाम हिन्दी में = विषुवत रेखीय निम्न दाब पेटी
  • विषुवत रेखीय निम्न दाब पेटी का विस्तार भूमध्य रेखा के 5 डिग्री उत्तर से 5° दक्षिण अक्षांशों तक है। अर्थात् 5 डिग्री उत्तरी अक्षांश से 5 डिग्री दक्षिणी अक्षांश के बीच है।

  • उच्च तापमान के कारण विषुवत रेखीय निम्न दाब पेटी क्षेत्र में वायु गर्म होकर ऊपर उठती है अर्थात् वायु का संवहन (Convection) होता है। जिसके कारण सतह पर निम्न दाब परिस्थितियों का निर्माण होता है।
  • विषुवत रेखीय निम्न दाब पेटी का निर्माण उच्च तापमान के कारण होता है। इसीलिए विषुवत रेखीय निम्न दाब पेटी को तापजन्य पेटी (Temperature Induced Belt) कहते हैं।
  • विषुवत रेखीय निम्न दाब पेटी क्षेत्र में धीमी पवने (Mild Winds) चलती है। इसीलिए विषुवत रेखीय निम्न दाब पेटी को शांत पेटी (Calm Belt) या डोलड्रम (Doldrum) कहते हैं।
  • विषुवत रेखीय निम्न दाब पेटी क्षेत्र दोनों गोलार्द्धों (उत्तरी गोलार्द्ध व दक्षिणी गोलार्द्ध) के उष्ण कटिबंधीय क्षेत्र के बीच स्थित है। तथा विषुवत रेखीय निम्न दाब पेटी क्षेत्र में पवनों का अभिसरण (Convergence) होता है। इसीलिए विषुवत रेखीय निम्न दाब पेटी को अंतः उष्ण कटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र (Inter Tropical Convergence Zone- ITCZ) कहते हैं।


2. उपोष्ण कटिबंधीय उच्च दाब पेटी (Sub Tropical High Pressure Belt- STHPB)-

  • STHPB का पूरा नाम अंग्रेजी में = Sub Tropical High Pressure Belt
  • STHPB का पूरा नाम हिन्दी में = उपोष्ण कटिबंधीय उच्च दाब पेटी
  • उपोष्ण कटिबंधीय उच्च दाब पेटी का उत्तरी गोलार्द्ध में विस्तार 25 डिग्री उत्तरी अक्षांश से 35 डिग्री उत्तरी अक्षांश के बीच है।
  • उपोष्ण कटिबंधीय उच्च दाब पेटी का दक्षिणी गोलार्द्ध में विस्तार 25 डिग्री दक्षिणी अंक्षाश से 35 डिग्री दक्षिणी अक्षांश के बीच है।
  • उपोष्ण कटिबंधीय उच्च दाब पेटी का निर्माण वायु के अवतलन (Descending of Air) के कारण होती है। इसीलिए उपोष्ण कटिबंधीय उच्च दाब पेटी को गतिकजन्य पेटी (Mechanically Induced Belt) कहते हैं।
  • उपोष्ण कटिबंधीय उच्च दाब पेटी क्षेत्र में बादल (Cloud) निर्माण एवं वर्षा (Rain) की स्थिति नहीं बनती है। इसलिए उपोष्ण कटिबंधीय उच्च दाब पेटी क्षेत्र में शुष्क परिस्थितियों के कारण विश्व के प्रमुख गर्म मरुस्थलों का निर्माण होता है।
  • उपोष्ण कटिबंधीय उच्च दाब पेटी से विषुवत रेखीय क्षेत्र की तरफ पूर्वा (Easterlies) पवनें तथा ध्रुवों की तरफ पछुआ (Westerlies) पवनें निकलती है।
  • उपोष्ण कटिबंधीय उच्च दाब पेटी क्षेत्र में वायुमंडलीय स्थिरता (Atmosphere Stability) पायी जाती है। तथा यहां मंद पवनें या धीमी पवनें (Mild Winds) चलती है।
  • धीमी पवनों के कारण प्राचीन काल में उपोष्ण कटिबंधीय उच्च दाब पेटी क्षेत्र में व्यापारियों के जहाज (Ship) की गति में अवरोध उत्पन्न होता था इसलिए व्यापारी अपनी जहाज को गति करवाने के लिए घोड़ों को समुद्र में फेंक दिया करते थे। इसीलिए उपोष्ण कटिबंधीय उच्च दाब पेटी को अश्व अक्षांश (Horse Latitude) कहते हैं।


3. शीतोष्ण कटिबंधीय निम्न दाब पेटी (Temperate Low Pressure Belt- TLPB) या उपध्रुवीय निम्न दाब पेटी (Sub Polar Low Pressure Belt- SPLPB)-

  • TLPB का पूरा नाम अंग्रेजी में = Temperate Low Pressure Belt
  • TLPB का पूरा नाम हिन्दी में = शीतोष्ण कटिबंधीय निम्न दाब पेटी
  • शीतोष्ण कटिबंधीय निम्न दाब पेटी को उपध्रुवीय निम्न दाब पेटी भी कहा जाता है।
  • SPLPB का पूरा नाम अंग्रेजी में = Sub Polar Low Pressure Belt
  • SPLPB का पूरा नाम हिन्दी में = उपध्रुवीय निम्न दाब पेटी
  • शीतोष्ण कटिबंधीय निम्न दाब पेटी का उत्तरी गोलार्द्ध में विस्तार 55 डिग्री उत्तरी अक्षांश से 65 डिग्री उत्तरी अक्षांश के बीच है।
  • शीतोष्ण कटिबंधीय निम्न दाब पेटी का दक्षिणी गोलार्द्ध में  विस्तार 55 डिग्री दक्षिणी अक्षांश से 65 डिग्री दक्षिणी अक्षांश के बीच है।
  • शीतोष्ण कटिबंधीय निम्न दाब पेटी का निर्माण पवनों के अभिसरण (Convergence) के कारण होता है। इसीलिए शीतोष्ण कटिबंधीय निम्न दाब पेटी को गतिकजन्य (Mechanically) कहते हैं।
  • शीतोष्ण कटिबंधीय निम्न दाब पेटी क्षेत्र में शीतोष्ण कटिबंधीय चक्रवातों (Temperate Cyclone) का निर्माण होता है।


4. ध्रुवीय उच्च दाब पेटी (Polar High Pressure Belt- PHPB)-

  • PHPB का पूरा नाम अंग्रेजी में = Polar High Pressure Belt
  • PHPB का पूरा नाम हिन्दी में = ध्रुवीय उच्च दाब पेटी
  • ध्रुवीय उच्च दाब पेटी का उत्तरी गोलार्द्ध में विस्तार 80 डिग्री उत्तरी अक्षांश से 90 डिग्री उत्तरी अक्षांश के बीच है।
  • ध्रुवीय उच्च दाब पेटी का दक्षिणी गोलार्द्ध में विस्तार 80 डिग्री दक्षिणी अक्षांश से 90 डिग्री दक्षिणी अक्षांश के बीच है।
  • ध्रुवीय उच्च दाब पेटी का निर्माण कम तापमान के कारण होता है। इसलिए ध्रुवीय उच्च दाब पेटी को तापजन्य पेटी (Temperature Induced Belt) कहते हैं।
  • ध्रुवीय उच्च दाब पेटी क्षेत्र में वायुमंडलीय स्थिरता (Atmosphere Stability) पायी जाती है। अतः यहाँ शुष्क परिस्थितियां पायी जाती है।


दाब पेटियों का विस्थापन (Shifting of Pressure Belts)-

  • सूर्य की बदलती स्थिति के अनुसार दाब पेटियों का विस्थापना होता है।
  • अंतः उष्ण कटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र (Inter Tropical Convergence Zone- ITCZ) वही स्थित होता है जिस स्थान के ठीक ऊपर सूर्य स्थित होता है।
  • जून के महीने में अंतः उष्ण कटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र (Inter Tropical Convergence Zone- ITCZ) 20 से 25 डिग्री उत्तरी अक्षांश के बीच स्थापित हो जाता है। इसीलिए अन्य दाब पेटियां भी थोड़ा उत्तर की ओर विस्थापित हो जाती है।
  • दिसम्बर के महीन में अंतः उष्ण कटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र (Inter Tropical Convergence Zone- ITCZ) 20 से 25 डिग्री दक्षिणी अक्षांश के बीच स्थापित हो जाता है। इसीलिए अन्य दाब पेटियां भी थोड़ा दक्षिण की ओर विस्थापित हो जाती है।
  • दाब पेटियों के विस्थापन से दो प्रमुख जलवायु परिस्थितियों का निर्माण होता है। जैसे-
  • (I) मानसून जलवायु (Monsoon Climate)- ग्रीष्म ऋतु में वर्षा तथा शीत ऋतु में शुष्क
  • (II) भूमध्य सागरीय जलवायु (Mediterranean Climate)- ग्रीष्म ऋतु में शुष्क तथा शीत ऋतु में वर्षा (भूमध्य सागरीय जलवायु में खट्टे फलों का उत्पादन किया जाता है।)

Post a Comment

2 Comments
  1. Bhut sandar likha h, CET ka online course nhi h Kyada sir ji

    ReplyDelete
    Replies
    1. धन्यवाद, gkclass.com में आपका स्वागत है।, CET Online Course उपलब्ध है। आप‌ वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं।

      Delete

Top Post Ad

Below Post Ad