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मुख गुहा (Oral Cavity/ Buccal Cavity)

मुख गुहा (Oral Cavity या  Buccal Cavity)-

  • मुख गुहा मनुष्य के शरीर में उपस्थित आहार नाल का ही एक भाग है।

  • मनुष्य के मुख गुहा में 3 जोड़ी लार ग्रंथि पायी जाती  है।
  • मनुष्य के मुख गुहा में पायी जाने वाली लार ग्रंथि लार का स्त्रावण करती है। अर्थात् लार ग्रंथियों के द्वारा लार स्रावित की जाती है।

  • मनुष्य के मुख गुहा में प्रोटीन (Protein) और वसा (Lipid) का पाचन नहीं होता है क्योंकि मनुष्य की लार में प्रोटीन व वसा को पचाने वाले एंजाइम नहीं पाये जाते हैं।
  • मनुष्य के मुख गुहा में केवल कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate) का ही पाचन होता है क्योंकि मनुष्य की लार में कार्बोहाइड्रेट को पचाने वाले एंजाइम पाये जाते हैं।

  • मनुष्य की लार में मुख्यतः 2 एन्जाइम पाये जाते हैं। जैसे-
  • (I) लाइसोजाइम एंजाइम (Lysozyme Enzyme)
  • (II) टायलिन एंजाइम (Ptyalin Enzyme)

(I) लाइसोजाइम एंजाइम (Lysozyme Enzyme)-

  • लाइसोजाइम एंजाइम मनुष्य के मुख गुहा में उपस्थित लार ग्रंथियों से स्रावित होने वाली लार में पाया जाने वाला एंजाइम है।
  • लाइसोजाइम एंजाइम भोजन के साथ आने वाले जीवाणुओं को नष्ट कर देता है। अर्थात् लाइसोजाइम एंजाइम मनुष्य के द्वारा खाये जाने वाले भोजन के साथ आने वाले जीवाणुओं को शरीर के अन्दर जाने से रोकता है तथा जीवाणुओं को मुख गुहा में ही नष्ट कर देता है शरीर के अन्दर नहीं जाने देता है।
  • मनुष्य की मुख गुहा में लाइसोजइम एंजाइम के पाये जाने के कारण ही मनुष्य की लार एंटीसेप्टिक (Antiseptic) होती है।


(II) टायलिन एंजाइम (Ptyalin Enzyme)-

  • टायलिन एंजाइम मनुष्य के मुख गुहा में उपस्थित लार ग्रंथियों से स्रावित होने वाली लार में पाया जाने वाला एंजाइम है।

  • टायलिन एंजाइम स्टार्च (Starch) को मालटोज (Maltose) में परिवर्तित करता है। इसलिए टायलिन एंजाइम को लारीय एमाइलेज एंजाइम (Salivary Amylase Enzyme) भी कहते हैं।


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