भारत में नवरत्न कंपनियां (Navratna Companies in India)-
- नवरत्न (Navratna)
- नवरत्न के दर्जे हेतु आवश्यक मानदंड (Required Criteria for Navratna Status)
- नवरत्न कंपनी को लाभ (Benefits of Navratna Company)
- भारत में नवरत्न कंपनियां (Navratna Companies in India)
केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (CPSE)-
- केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (CPSE) को उन्हें होने वाले लाभ एवं नेट वर्थ के आधार पर तीन श्रेणियों में विभाजित किया जाता है। जैसे-
- 1. महारत्न (Maharatna)
- 2. नवरत्न (Navratna)
- 3. मिनीरत्न (Miniratna)
नवरत्न (Navratna)-
- भारत में नवरत्न योजना (Navratna Scheme) की शुरुआत सन् 1997 में की गई थी।
नवरत्न के दर्जे हेतु आवश्यक मानदंड (Required Criteria for Navratna Status)-
- 1. कंपनी को मिनी रत्न (Mini Ratna) श्रेणी का दर्जा प्राप्त होना चाहिए।
- 2. पिछले 5 वर्षों में से 3 वर्षों में बहुत अच्छी रेटिंग (Very Good Rating) प्राप्त की गई है।
- नवरत्न कंपनियों को अच्छी रेटिंग के लिए 6 पैरामीटर्स (Perameters) निर्धारित किए गए है।
- इन 6 पैरामीटर्स के आधार पर 100 अंक का स्कोप निर्धारित किया गया है।
- इन 100 अंकों में से 60 अंक तक प्राप्त करने वाली कंपनी को नवरत्न कंपनी का दर्जा मिलता है।
- नवरत्न का दर्जा प्राप्त करने के लिए तय किए गये 6 पैरामीटर्स निम्नलिखित है।-
- (I) कुल शुद्ध पूंजी (Total Net Worth)
- (II) निवल लाभ (Net Profit)
- (III) कुल श्रम शक्ति लागत (Total Labor Cost)
- (IV) वस्तुओं एवं सेवाओं के उत्पादन की लागत (Total Cost of Production of Goods and Services)
- (V) प्रति शेयर आय (Earning Per Share)
- (VI) सेवा निष्पादन (Performance of Services)
नवरत्न कंपनी को लाभ (Benefits of Navratna Company)-
- नवरत्न कंपनियों को अदिकत्म 1000 करोड़ रुपये या किसी परियोजना (Project) के कुल मूल्य का 15% तक बिना सरकरा की अनुमति के निवेश (Investment) करने की स्वायतता (Autonomy) होती है।
भारत में नवरत्न कंपनियां (Navratna Companies in India)-
- वर्तमान में भारत में कुल 13 नवरत्न कंपनियां है। (At present there are 12 Navratna companies in India) जैसे-
- 1. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (Bharat Electronics Limited- BEL)
- 2. कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (Container Corporation of India Limited- CONCOR)
- 3. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (Hindustan Aeronautics Limited- HAL)
- 4. महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (Mahanagar Telephone Nigam Limited- MTNL)
- 5. नेशनल एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (National Aluminium Company Limited- NALCO)
- 6. नैशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (National Buildings Construction Corporation Limited- NBCC)
- 7. राष्ट्रीय खनिज विकास निगम लिमिटेड (National Mineral Development Corporation Limited- NMDC)
- 8. नैवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (Neyveli Lignite Corporation Limited- NLC)
- 9. ऑयल इंडिया लिमिटेड (Oil India Limited- OIC)
- 10. राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (Rashtriya Ispat Nigam Limited- RINL)
- 11. शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (Shipping Corporation of India Limited- SCI)
- 12. इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (Engineers India Limited- EIL)
- 13. रेल विकास निगम लिमिटेड (Rail Vikas Nigam Limited- RVNL)- नवीनतम
रेल विकास निगम लिमिटेड (Rail Vikas Nigam Limited- RVNL)-
- हाल ही में रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) कंपनी को नवरत्न कंपनी का दर्जा दिया गया है।
- रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) मिनीरत्न-I प्रकार की कंपनी थी।
- रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) की स्थापना 24 जनवरी 2003 को की गई थी।
- रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) को सितंबर 2013 में मिनी रत्न कंपनी का दर्जा दिया गया था।
- रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) भारत की 13वीं नवरत्न कंपनी है।
- रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) भारत की नवीनतम नवरत्न कंपनी है।
- रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) भारत सरकार का उपक्रम है।
- रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) को नवरत्न कंपनी का दर्जा 26 अप्रैल 2023 को दिया गया है।
नेटवर्थ या निवल मूल्य (Net Worth)-
- नेटवर्थ से तात्पर्य प्रदत्त पूंजी या चुकता पूंजी (Paid up Capital) अर्थात् कंपनी में लगा हुआ निवेश + कंपनी रिजर्व या कंपनी की बचत (Company Reserves)
- Net Worth = Paid up Capital (Investment in the company) + Company Reserves
- नेटवर्थ से कंपनी की क्षमता या कंपनी के मूल्य (Value of Company) को देखा जाता है।
टर्नओवर या कारोबार (Turnover)-
- कंपनी जितने मूल्य का कारोबार करती है उसे टर्नओवर कहा जाता है।
आय (Income)-
- कंपनी के कारोबार की शुद्ध बचत (Net Saving) को आय कहा जाता है।
प्रॉफिट या लाभ (Profit)-
- कर आदि देने के बाद शेष राशि को प्रॉफिट या लाभ कहा जाता है।
कंपनी रिजर्व (Company Reserve)-
- निवेशकों की हिस्सेदारी बटने के बाद कंपनी के खाते में बचा धन रिजर्व कहलाता है। अर्थात् कंपनी के खाते में कंपनी का पैसा कंपनी रिजर्व कहलाता है।
महत्वपूर्ण लिंक (Important Link)-