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बांसवाड़ा जिले का सामान्य ज्ञान

बांसवाड़ा जिले का भूगोल

बांसवाड़ा जिला- राजस्थान का बांसवाड़ा जिला दिशा की दृष्टि से राजस्थान की दक्षिणी दिशा में स्थित है। बांसवाड़ा जिले की सीमा दो राज्यों को लगती है जैसे- गुजरात व मध्यप्रेदश

अक्षांशीय विस्तार- बांसवाड़ा जिले का अक्षांशीय विस्तार 23°11′ से 23°56′ उत्तरी अक्षांश तक है।

देशांतरीय विस्तार-  बांसवाड़ा जिले का देशांतरीय विस्तार 73°58′ से 74°49′ पूर्वी देशान्तर तक है।

उपनाम व अन्य नाम-
1. सौ द्वीपों का शहर- राजस्थान के बांसवाड़ा जिले को सौ द्वीपों का शहर भी कहा जाता है।
2. राजस्थान का चेरापूंजी- राजस्थान के बांसवाड़ा जिले को राजस्थान का चेरापूंजी भी कहते है।

क्षेत्रफल- बांसवाड़ा जिले का क्षेत्रफल 5037 वर्ग किलोमीटर है।

संभाग या मण्डल- बांसवाड़ा जिला राजस्थान के उदयपुर संभाग में शामिल है।

जिला मुख्यालय- बांसवाड़ा जिले का जिला मुख्यालय बांसवाड़ा शहर है।

सीमावर्ती जिले (पड़ोसी जिले)- बांसवाड़ा जिले को उत्तर दिशा से प्रतापगढ़ (राजस्थान) जिले की सीमा लगती है, दक्षिण दिशा से महीसागर तथा दोहाद (गुजरात) जिलों की सीमा लगती है, पूर्व दिशा से  रतलाम व झाबुआ (मध्यप्रदेश) जिलों की सीमा लगती है तथा पश्चिम दिशा से डूंगरपुर (राजस्थान) जिले की सीमा लगती है।

नदियाँ- बांसवाड़ा जिले की प्रमुख नदियाँ माही नदी, अनास नदी, हारन नदि, चाप नदी, एराव नदी है।

ऊँचाई- समुंद्र तल से बांसवाड़ा जिले की कुल ऊँचाई 302 मीटर (990.81368 फीट या लगभग 991 फीट) है।

तहसील (उपविभाग)- बांसवाड़ा जिले में कुल 11 तहसील (उपविभाग) है।

जनसंख्या-
जनगणना 2011 के अनुसार बांसवाड़ा जिले की कुल जनसंख्या 17,98,194 है।
जनगणना 2011 के अनुसार बांसवाड़ा जिले की कुल पुरुष जनसंख्या 9,08,755 है।
जनगणना 2011 के अनुसार बांसवाड़ा जिले की कुल महिला जनसंख्या 8,89,439 है।
जनगणना 2011 के अनुसार बांसवाड़ा जिले की कुल शहरी जनसंख्या 1,27,826 है।
जनगणना 2011 के अनुसार बांसवाड़ा जिसे की कुल ग्रामीण जनसंख्या 16,70,368 है।

जनगणना 2011 के अनुसार बांसवाड़ा जिले के जनसंख्या
 वर्ष 2011 के अनुसार पुरुष महिला कुल
 कुल जनसंख्या 908755 889439 1798194
 ग्रामीण जनसंख्या 843391 826977 1670368
 शहरी जनसंख्या 65364 62462 127826

जनसंख्या घनत्व- जनगणना 2011 के अनुसार बांसवाड़ा जिले का जनसंख्या घनत्व 399 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है।

लिंगानुपात- जनगणना 2011 के अनुसार बांसवाड़ा जिले का लिंगानुपात 980 है। अर्थात् बांसवाड़ा जिले में 100 पुरुषों पर 980 महिलाएं है।

साक्षरता दर- जनगणना 2011 के अनुसार बांसवाड़ा जिले की कुल साक्षरता दर 56.3 प्रतिशत है।

दशकीय वृद्धि दर- जनगणना 2011 के अनुसार बांसवाड़ा जिले की दशकीय वृद्धि दर 26.50 प्रतिशत है।

बांसवाड़ा जिले का इतिहास-

इतिहास- राजस्थान का बांसवाड़ा जिला वागड़ (प्राचीन डूंगरपुर जिला) का पूर्वी भाग माना जाता है। वागड़ का अर्थ बांस की झाड़ी से रक्षित स्थान है।

नींव- बांसवाड़ा जिले की नींव महारावल उदयसिंह के पुत्र महारावल जगमालसिंह ने डाली थी

नामकरण- बांसवाड़ा जिले में पाये जाने वाले बांस के पेड़ तथा बांसिया भीलों के द्वारा बसाये जाने के कारण बांसवाड़ा जिले के नाम बांसवाड़ा पड़ा है। बांस को बानी भी कहते है।

कुमारिका खण्ड- स्कंद पुराण में बांसवाड़ा जिले को कुमारिका खण्ड भी कहा गया है।

कर्क रेखा- कर्क रेखा बांसवाड़ा जिले के मध्य से गुजरने के कारण बांसवाड़ा जिले का अधिकांश भाग उष्ण कटिबंध में आता है।

वाग्वर प्रदेश- प्राचीन काल में बांसवाड़ा जिले को वाग्वर प्रदेश या पुष्प प्रदेश के नाम से भी जाना जाता था।

अमरावती नगरी- राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में जनजाति बाहुल्य है तथा बांसवाड़ा जिले में प्राचीन अमरावती नगरी के भग्नावशेष मिले है।

बांसवाड़ा जिले की कला एवं संस्कृति-

भाषा- बांसवाड़ा जिले की प्रधान भाषा वागड़ी भाषा को माना जाता है वागड़ी भाषा का संबंध गुजरात राज्य से सर्वाधिक माना जाता है। बांसवाड़ा जिले में कुछ लोगो के द्वारा रांगड़ी भाषा भी बोली जाता है। बांसवाड़ा जिले की आधिकारिक भाषा हिन्दी है।

प्रमुख मंदिर-
1. त्रिपुर सुंदरी मंदिर
2. सूर्य मंदिर
3. अन्देश्वर पार्श्वनाथ जी का मंदिर
4. भीलेश्वर महादेव का मंदिर
5. घोटिया अम्बा का मंदिर
6. विट्ठल देव का मंदिर
7. मंडलीश्वर शिवालय
8. नन्दिनी माता तीर्थ
9. लक्ष्मीनारायण का मंदिर

प्रमुख मेले-
1. कल्लाजी का मेला
2. मानगढ़ धाम मेला
3. घोटिया अम्बा मेला

दर्शनीय स्थल-
1. माही बांध
2. राजमंदिर
3. डाइलाब झील
4. कागदी पिकअप बांध
5. वागड़ के कल्प वृक्ष
6. आर्थूणा का दीप स्तम्भ
7. केलापानी
8. अब्दुल्ला पीर की मजार

1. माही बांध- माही बांध बांसवाड़ा जिले में बांसवाड़ा शहर से 16 किलोमीटर दूरी पर माही नदी पर स्थित है। माही बांध को माही बजाज सागर बांध भी कहते है। माही बजाज सागर बांध राजस्थान का सबसे लम्बा बांध है। माही सागर बांध की कुल लम्बाई 3109 मीटर है।

2. राजमंदिर- राजमंदिर एक शाही निवास है जो की बांसवाड़ा जिले में एक पहाड़ी पर बना हुआ है। राजमंदिर को सिटी पैलेस के नाम से भी जाना जाता है।

3. डाइलाब झील- डाइलाब झील बांसवाड़ा जिले में स्थित है। डाइलाब झील के किनारे शासकों के ग्रीष्मकालीन आवास स्थित है। डाइलाब झील में कमल के फूल अत्यधिक मात्रा में पाये जाते है।

4. कागदी पिकअप बांध- कागदी पिकअप बांध कागदी झील के किनारे बांसवाड़ा जिले में स्थित है। कागदी पिकअप बांध माही बजाज सागर परियोजना का ही भाग है।

5. वागड़ के कल्प वृक्ष- बांसवाड़ा (राजस्थान) व रतलाम (मध्यप्रदेश) मार्ग पर बाई तालाब के पास स्थित एक प्राचीन उद्यान है जिसमें दो वृक्ष स्थित है जिन्हें वागड़ के कल्प वृक्ष कहा जाता है।

6. आर्थूणा का दीप स्तम्भ- बांसवाड़ा मुख्यालय का शहर से लगभग 60 किलोमीटर दूर आर्थूणा नामक स्थान पर आर्थूणा का दीप स्तम्भ स्थित है।

7. केलापानी- राजस्थान के बांसवाड़ा जिले का केलापानी नामक स्थान महाभारत काल में पाण्डवों के बनवास काल की शरणस्थली माना जाता है।

8. अब्दुल्ला पीर की मजार- यह मजार बोहरा सम्प्रदाय के संत अब्दुल रसूल (अब्दुल्ला पीर) की मजार है अब्दुल्ला पीर का मजार बांसवाड़ा जिले के भगवानपुरा नामक स्थान पर स्थित है।

बांसवाड़ा जिले के अन्य महत्वपूर्ण तथ्य-

विधानसभा क्षेत्र- बांसवाड़ा जिले में 5 विधानसभा क्षेत्र है। जैसे-
1. घाटोल विधानसभा
2. बांसवाड़ा विधानसभा
3. बागीदोरा विधानसभा
4. कुशलगढ़ विधानसभा
5. गढ़ी विधानसभा

तहसील या उपखण्ड या उपविभाग- बांसवाड़ा जिले में कुल 11 तहसील या उपखण्ड या उपविभाग है। जैसे-
1. बांसवाड़ा तहसील
2. आबापुरा तहसील
3. छोटी सरवन तहसील
4. घाटोल तहसील
5. गनोड़ा तहसील
6. गढ़ी तहसील
7. बागीदौरा तहसील
8. गांगड़तलाई तहसील
9. आनंदपुरी तहसील
10. कुशलगढ़ तहसील
11. सज्जनढ़ तहसील

ग्राम पंचायत- बांसवाड़ा जिले में कुल 346 ग्राम पंचायत है।

गाँव- बांसवाड़ा जिले में कुल 1532 गाँव है।

वाहन पंजीकरण- राजस्थान के बांसवाड़ा जिले का वाहन पंजीकरण RJ-03 से होता है।


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